सम्राट मिहिर भोज विवाद: हरियाणा के शिक्षा मंत्री बोले- समाज के प्रमुख करें फैसला, भाईचारा बना रहना चाहिए
हरियाणा में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर गुर्जर लिखने को लेकर विवाद छिड़ गया है। राजपूत और गुर्जर समाज के बीच खटास पैदा हो गई है। इस पूरे प्रकरण पर अब हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मामूली सी बात पर दोनों समाजों के बीच विवाद नहीं होना चाहिए। इस मुद्दे पर समाज के प्रमुख बैठकर फैसला करें।
By Jagran NewsEdited By: Rajat MouryaUpdated: Sun, 23 Jul 2023 04:59 PM (IST)
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। बीते दिनों कैथल में सम्राट मीहिर भोज की प्रतिमा पर गुर्जर लिखने को लेकर हुए विवाद पर शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि गुर्जर समाज और राजपूत समाज के पूर्वजों के सैकड़ों साल से संबंध रहे हैं। इन दोनों समाजों का आपस में भाईचारा है और रहेगा।
उन्होंने कहा कि सम्राट मीहिर भोज की प्रतिमा अनावरण अब से पहले उत्तर प्रदेश व दिल्ली में कई राजपूत समाज के बड़े नेता कर चुके हैं। इनमें दिल्ली में आप नेता मनीष सिसोदिया, उप्र के सीएम आदित्यनाथ योगी व पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह शामिल हैं।
'प्रमुख लोग बैठकर फैसला करें'
उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर दोनों समाज के प्रमुख लोग बैठकर हल निकालें। जरूरत पड़ी तो इतिहासकारों की मदद भी ली जाए। सब कुछ उनके ऊपर छोड़ दो। जो फैसला समाज व इतिहासकार देंगे, वही माना जाएगा। यदि राजपूत समाज यह समझता है कि इसे दोनों बिरादरी स्तर पर दूर किया जाए तो भी जो फैसला होगा। वही मान्य होगा।कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि उद्घाटन पहले से ही होते आ रहे हैं। पहले उत्तर प्रदेश में हुए हैं। इससे आपसी संबंध खराब नहीं होने चाहिए। गुर्जर और राजपूत समाज में 90 प्रतिशत गोत्र समान हैं। रिति-रिवाज और रहन-सहन समान समान है। पुराना भाईचारा है। इसको टूटने से बचाना होगा। महापुरुष सभी के सांझे होते हैं। इस विवाद को बैठ कर दोनों समाज के बुजुर्गों को ही सुलझाना होगा। हमारी पहचान सनातनी हिंदू है।
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