Haryana News: 'पांच साल में क्या हुई कार्रवाई', अवैध खनन पर हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार से मांगा जवाब
यमुनानगर में नदी किनारे बसे गांवों में अवैध खनन के मामले में हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार से जवाब तलब किया है। कोर्ट ने सरकार से पूछा कि बीते पांच साल में हुए अवैध खनन को लेकर क्या कार्रवाई की गई। जब्त संपत्ति और उस पर कार्रवाई की भी जानकारी देने को कहा। बता दें कि जनहित याचिका में बताया गया कि अवैध खनन से पर्यावरण को खतरा बढ़ रहा है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। उत्तर प्रदेश से लगते यमुनानगर के गांवों में अवैध खनन को लेकर दायर एक जनहित याचिका पर हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार से जवाब तलब किया है। कोर्ट ने सरकार से पिछले पांच साल में अवैध खनन करने वालों की जानकारी, जब्त संपति और कार्रवाई की पूरी जानकारी देने का सरकार को आदेश दिया है। सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से कोर्ट में पेश की गई रिपोर्ट में बताया गया कि यमुना नदी के दो ब्लाक पर अवैध खनन नहीं चल रहा।
यमुना नदी के किनारे हो रहा अवैध खनन
पिछली सुनवाई पर हाई कोर्ट ने प्रदेश में बढ़ते अवैध खनन पर चिंता जताई थी और कहा था कि इसे रोकने के लिए सरकार सख्त कदम उठाए। कोर्ट ने कहा कि अगर अवैध खनन नहीं रुका तो ऐसे में क्यों न इस याचिका का दायरा बढ़ाया जाए। याचिका दाखिल करते हुए एंटी करप्शन सोसाइटी की ओर से एडवोकेट अंकित अग्रवाल के माध्यम से बताया गया कि यमुना नदी के किनारे प्रदेश में अवैध खनन का कार्य चल रहा है।
ये भी पढ़ें: Haryana News: 30 सितंबर तक प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने पर मिलेगी 15 प्रतिशत की छूट, ऐसे माफ होगा पूरा ब्याज
अवैध खनन के चलते पर्यावरण को हो रहा नुकसान
याचिकाकर्ता ने यमुनानगर के कुछ गांवों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यहां हो रहे अवैध खनन के कारण पर्यावरण को खतरा पैदा हो रहा है। इस प्रकार हो रहे खनन के कारण न केवल मिट्टी को नुकसान हो रहा है बल्कि प्राकृतिक आपदा का खतरा भी बना हुआ है।
याची ने हरियाणा सरकार को इस बारे में अवगत कराया लेकिन इस दिशा में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सरकार यदि इस पर कार्रवाई करे तो न केवल पर्यावरण को बचाया जा सकता है बल्कि इससे सरकार को राजस्व का लाभ की होगा।
ये भी पढ़ें: Haryana News: आम बजट पर CM नायब सिंह सैनी ने दी प्रतिक्रिया, गरीब और मध्यम वर्ग के लिए बताया खास
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।