शक्तिपीठ नैना देवी के दरबार में उमड़े श्रद्धालु, यहीं गिरे थे माता सती के नेत्र, चांदी की आंखें दान करने के पीछे क्या है मान्यता
मां श्री नैना देवी के दरबार में नवरात्रि की धूम शुरू हो गई है। श्रद्धालुओं ने सुख-समृद्धि की कामना की। पंजाब हिमाचल हरियाणा दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार सहित कई राज्यों से श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों लाइटों और लड़ियों से सजाया गया है। मां के दरबार में आने वाले हर भक्तों की मनोकामना पूरी होती है।
यहां गिरे थे माता के नयन
नेत्र रोग होने पर श्रद्धालु चढ़ाते हैं चांदी के नेत्र
श्री नैना देवी में श्रद्धालु अपनी मन्नत मांगते हैं। कहा जाता है कि अगर किसी व्यक्ति की मनोकामना पूर्ण होती है तो वह अपनी श्रद्धा के अनुसार चढ़ावा चढ़ाता है। कहा जाता है कि नेत्र रोग होने पर श्रद्धालु चांदी के नेत्र चढ़ाते हैं और नेत्र रोग दूर हो जाते हैं। पंजाब के एक श्रद्धालु की माता को नेत्र दृष्टि का रोग था उन्होंने नेत्र ठीक होने की मन्नत मांगी। इसके बाद उन्होंने दरबार पहुंच कर चांदी के नेत्र दान किए थे। यह भी पढ़ें- रंग-बिरंगी लाइट और फूलों से सजा मां चिंतपूर्णी का दरबार, पास से होंगे दर्शन, विदेशों से भी पहुंचते हैं श्रद्धालुहम अपने परिवार व साथियों के साथ आज मां दुर्गा के प्रथम नवरात्रि पर माता जी के दर्शनों के लिए यहां पहुंचे हैं और बड़े ही प्यार के साथ और आराम से माता जी के दर्शन किए। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी माता जी के मंदिर को बड़े ही सुंदर रूप में सजाया गया है, जिसकी सुंदरता देखते ही बन रही है।
- ओमकार जिंदल, निवासी लुधियाना।
हम नई दिल्ली से आज नवरात्र के पहले दिन माता श्री नैना देवी जी के दर्शन के लिए पहुंचे हैं और मंदिर में बहुत ज्यादा भीड़ है, फिर भी हमें बड़े आराम से माता जी के दर्शन करवाए गए। माता जी का मंदिर बहुत ही भव्य और सुंदर सजाया गया है।
-अनूप जिंदल, निवासी दिल्ली।
हम पूरा परिवार नवरात्रि पर माताजी के दर्शनों के लिए यहां आए हैं और हमें माताजी के दर्शन कर बहुत ही अच्छा अनुभव हुआ है। माताजी के मंदिर को बहुत ही अच्छा सजाया गया है। हम यही प्रार्थना करते हैं कि माता रानी सब पर अपनी मेहर करे और दया दृष्टि बनाए रखे।
-रीना देवी, निवासी, संगरूर।
शिकारी माता मंदिर आने के लिए नहीं देना होगा टैक्स
इस बार शारदीय नवरात्र में शिकारी माता मंदिर आने वाले भक्तों को टोल टैक्स नहीं चुकाना होगा। प्रशासन ने संबंधित ठेकेदार की टेंडर अधिक समाप्त होने के बाद यहां से बैरियर हटाने के लिए कहा है। इससे पहले 50 से 100 रुपये टोल टैक्स चुकाना पड़ता था। शारदीय नवरात्र में माता शिकारी देवी के मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। इस बार मंदिर को खूब सजाया गया है।