बिलासपुर में ट्रक आपरेटरों ने "Adani Go Back" के नारे संग, निकाली 11 किलोमीटर लंबी पैदल आक्रोश रैली
Bilaspur एसीसी बरमाणा व अंबुजा दाड़लाघाट कंपनियों की यूनियनों ने वीरवार को संयुक्त रूप से 11 किलोमीटर लंबी पैदल आक्रोश रैली निकालकर विरोध प्रकट किया। आक्रोश रैली चंडीगढ़-मनाली एनएच 205 पर नौणी के पास दिन में 11 बजे शुरू हुई और सायं पांच बजे तक आपरेटरों का प्रदर्शन जारी रहा।
बिलासपुर, जागरण संवाददाता।
एसीसी बरमाणा व अंबुजा दाड़लाघाट कंपनियों की यूनियनों ने वीरवार को संयुक्त रूप से 11 किलोमीटर लंबी पैदल आक्रोश रैली निकालकर विरोध प्रकट किया। आक्रोश रैली चंडीगढ़-मनाली एनएच 205 पर नौणी के पास से दिन में 11 बजे शुरू हुई और सायं पांच बजे तक आपरेटरों का यह प्रदर्शन जारी रहा।नौणी से हजारों आपरेटरों व चालकों के काफिले के साथ यह पैदल रैली दो बजे उपायुक्त कार्यालय पहुंची और उसके उपरांत यूनियन के नेताओं ने सरकार व अदाणी समूह के खिलाफ जमकर गुबार निकाला। इस दौरान आपरेटरों ने अदाणी गो बैक के नारे लगाए। धरने के बाद आपरेटरों ने संयुक्त रूप से एक ज्ञापन एडीसी बिलासपुर के माध्यम से प्रदेश सरकार को प्रेषित किया।
गुडस टैक्स और रोड़ टैक्स को माफ करे सरकार
ज्ञापन में दोनों कंपनियों की यूनियनों ने मांग की कि 36 दिन से तालाबंदी के कारण उनके ट्रक खड़े हैं। सरकार को चाहिए कि गुडस टैक्स और रोड़ टैक्स को माफ किया जाए। सभी आपरेटर इसे देने में सक्षम नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से इस तालाबंदी को जल्द खोलने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि ट्रक आपरेटरों ने निजी फाइनांस कंपनियों व बैंकों से ऋण लेकर ट्रक खरीदे हैं और अब उन्हें ईएमआइ की किश्त देना भी मुंश्किल हो रहा है। ऐसे में सरकार उनकी ईएमआइ की किश्त को तब तक न लेने के आदेश जारी करे, जब तक तालाबंदी नहीं खुल जाती।
बिलासपुर के एसपी दिवाकर शर्मा ने कहा- पुलिस प्रशासन ने पहले ही आक्रोष रैली की अपेक्षित भीड़ का अंदाजा लगा लिया था। ऐसे में लोगों को इस भीड़ से दूर रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने रोड मैप तैयार कर लिया था। नौणी से लेकर बामटा तक पुलिस बल तैनात किया गया था।
पुलिस ने ट्रैफिक के लिए बदला रूट मैप
नेशनल हाईवे पर आक्रोश रैली में उमड़ने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने चंडीगढ़ व शिमला की तरफ जाने वाले वाहनों का ट्रैफिक प्लान बदल दिया। सुबह करीब 10 बजे जैसे ही आपरेटर नौणी चौक पर पहुंचने लगे तो पुलिस ने चंडीगढ़ की तरफ से आने वाले सभी वाहनों को मंडी भराड़ी पुल से वाया ऋषिकेश भगेड़ की तरफ का रूट कर दिया। इसी प्रकार मंडी की तरफ जाने वाले वाहनों को वाया ब्रह्मपुखर भेजा गया। वहीं शिमला से कांगड़ा की तरफ जाने वाले वाहनों को ब्रह्मपुखर में रोककर वाया जुखाला घाघस होते हुए भेजा गया। साथ ही एम्स जाने के लिए भी लोगों को रूट बदलना पड़ा और अधिक समय लगा।