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खुशखबरी! एम्स बिलासपुर में शुरू हुई किडनी ट्रांसप्लांट सुविधा, 29 असिस्टेंस प्रोफेसर और 98 अन्य स्टाफ की होगी भर्ती

एम्स बिलासपुर (AIIMS Bilaspur) में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू हो गई है। संस्थान के विशेषज्ञों ने एक मरीज का सफल ऑपरेशन किया है। अब प्रदेश व पड़ोसी राज्यों के लोगों को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए अन्य राज्यों या विदेश नहीं जाना पड़ेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 29 सहायक प्रोफेसर और 98 अन्य स्टाफ की भर्ती भी होगी।

By Jagran News Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Sat, 05 Oct 2024 08:40 AM (IST)
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एम्स बिलासपुर में किडनी ट्रांसप्लांट सुविधा शुरू हो गई है। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, बिलासपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू हो गई है। संस्थान के विशेषज्ञों ने एक मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट का सफल ऑपरेशन किया है।

अब प्रदेश व पड़ोसी राज्यों से लोगों ने किडनी ट्रांसप्लांट के लिए अन्य राज्यों व विदेश नहीं जाना पड़ेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

29 सहायक प्रोफेसर और 98 अन्य स्टाफ की होगी भर्ती

एम्स बिलासपुर में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बाद में पत्रकारों से कहा कि एम्स बिलासपुर में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए 29 सहायक प्रोफेसर नियुक्त होंगे। अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करने के लिए 98 अन्य स्टाफ की भर्ती की जाएगी।

178 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से एमबीबीएस प्रशिक्षु डॉक्टरों के लिए 204 बिस्तर वाला छात्र छात्रावास, 334 बिस्तर क्षमता का छात्रा छात्रावास और 72 स्टाफ क्वार्टर बनेंगे। देश के सभी एम्स विकास योजनाओं को रिकॉर्ड लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वर्चुअल आभारी बैठक की जाएगी।

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इस बैठक में सभी एम्स के विकास कार्यों के शिलान्यास व उद्घाटन किए जांएगे। हिमाचल को टीबी मुक्त करने के लिए एम्स से 100 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन के माध्यम से सैंपल इकट्ठे किए जाएंगे।

पंजीकरण प्रणाली दिसंबर तक डिजिटल करने के आदेश

धर्मपुर टीबी संस्थान से टीबी के लिए सैंपल इकट्ठे कर एम्स पहुंचाया जाएगा। प्रशासन और एम्स प्रशासन द्वारा सभी औपचारिकताओं को पूरा किया गया है। बकौल नड्डा, प्रदेश के सभी चारों मेडिकल कालेज के प्रोफेसरों को एम्स में एक्सपोजर विजिट करवाया जाएगा।

उन्होंने एम्स प्रशासन और प्रदेश स्वास्थ्य विभाग को आपसी समन्वय से प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। निर्देश दिए की दिसंबर तक एम्स में इलाज करने के लिए पंजीकरण प्रणाली को पूरी तरह से डिजिटल किया जाए ताकि लोगों को घंटों लाइन में खड़े होकर पंजीकरण के लिए इंतजार न करना पड़े।

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