Bilaspur: सरकार की एंबुलेंस स्वास्थ्य सुविधा बनी वरदान, सांस नहीं आई तो मरीज को नदी पार करा पहुंचा एम्स
Bilaspur News हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में मरीज को सांस नहीं आने पर नदी पार कर एंबुलेंस कर्मी ने एम्स पहुंचाया। सरकार द्वारा चलाई गई एंबुलेंस स्वास्थ्य सुविधा एक बार फिर मरीज के लिए वरदान साबित हुई है। एंबुलेंस डैम के एक किनारे पर पहुंची तो पता चला कि मरीज को बिना ऑक्सीजन सिलेंडर एक पल भी घर से बाहर नहीं निकाला जा सकता।
By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Sun, 27 Aug 2023 09:33 AM (IST)
बिलासपुर, जागरण संवाददाता: सरकार द्वारा चलाई गई एंबुलेंस स्वास्थ्य सुविधा एक बार फिर मरीज के लिए वरदान साबित हुई है। एक महिला मरीज को शुक्रवार को दिन फेफड़ों में समस्या उत्पन्न हो गई और उपचार के लिए उसे एम्स बिलासपुर ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस को फोन किया गया।
महिला घर पर भी कंसंटेटर के सहारे ले रही थी सांस
एंबुलेंस डैम के एक किनारे पर पहुंची तो पता चला कि मरीज को बिना ऑक्सीजन सिलेंडर एक पल भी घर से बाहर नहीं निकाला जा सकता। महिला घर पर भी कंसंटेटर के सहारे सांसे ले पा रही थी और ऐसे में गोबिंद सागर डैम को पार कर एंबुलेंस तक पहुंचना महिला व परिजनों के लिए चुनौती बन गया।
बोट के जरिए पहुंचाया अस्पताल
सारा मामला जिला मैनेजर राहुल वर्मा के पास पहुंचा और फौरन मरीज को राहत पहुंचाने के लिए डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर घुमारवीं की एंबुलेंस से ज्योरीपतन बोट के जरिए पहुंचाया गया। उसके उपरांत मरीज को बिस्तर पर सिलेंडर के साथ बोट में डाला गया और दूसरे छोर पर खड़ी एंबुलेंस में डालकर उसे एम्स बिलासपुर पहुंचा दिया गया है। अब मरीज सुरक्षित है और एम्स बिलासपुर में उपचाराधीन है।हर संभव राहत पहुंचाने का कार्य किया
एंबुलेंस 108 के जिला मैनेजर राहुल वर्मा ने बताया कि मरीज बिमला देवी उम्र 52 वर्ष गांव नुराड़ डाकखाना जबलू झंडूता जिला बिलासपुर को यह समस्या आ गई थी। उनकी जान की कीमत को समझते हुए हमने अपनी तरफ से हर संभव राहत पहुंचाने का कार्य किया है।
मरीज फेफड़ों की गंभीर बीमारी से ग्रसित है और सांस लेने में समस्या आ रही थी। ऐसे में उन्हें ईएमटी गणेश दत्त और पायलेट रविंद्र की मदद से बोट के जरिए एंबुलेंस तक ऑक्सीजन सुपोर्ट के साथ पहुंचाया गया और अब उपचार चल रहा है।
एंबुलेंस कर्मियों ने कई तरह के बेहतर कार्य किए
जिला में इससे पहले भी एंबुलेंस कर्मियों ने कई तरह के बेहतर कार्य किए हैं। आपात अवस्था में बड़े चिकित्सा संस्थानों को रेफर मरीजों को एंबुलेंस में ही बेहतर सुविधाएं पहुंचाई गई हैं और कई लोगों की जान बचाई है।
हाल ही में एम्स बिलासपुर से शिमला रेफर गर्भवती की मुश्किल हालातों में सफल प्रसव करवाने का मामला भी सामने आया था। मरीज को बेहद गंभीर अवस्था में रेफर किया गया था और एंबुलेंस में उसकी सफल डिलीवरी करवाना किसी चुनौती से कम नहीं था।
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