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Bilaspur News: भाखड़ा विस्थापितों के लिए खुशखबरी, प्लॉट प्रदान करने के लिए प्रशासन ने शुरू किए कमदताल

विस्थापन के बाद प्लॉट से वंचित भाखड़ा विस्थापितों को एक बार फिर प्लॉट मिलने की उम्मीद बंधी है। विस्थापितों को प्लॉट प्रदान करने के लिए प्रशासन ने धरातल पर जमीन तलाशना शुरू कर दिया है। प्रशासन ने जिला में चार स्थानों पर भूमि देखी है। अगर इनमें से कहीं भूमि चयनित होती है तो फिर विस्थापितों को प्लॉट आवंटित करने के लिए आगामी कार्रवाई शुरू की जाएगी।

By Rajneesh KumarEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Wed, 06 Dec 2023 05:39 PM (IST)
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प्लॉट प्रदान करने के लिए प्रशासन ने शुरू किए कमदताल, Photo Jagran
रजनीश महाजन, बिलासपुर। विस्थापन के बाद प्लॉट से वंचित भाखड़ा विस्थापितों को अब एक बार फिर प्लॉट मिलने की उम्मीद बंधी है। भाखड़ा विस्थापितों को प्लॉट प्रदान करने के लिए प्रशासन ने कदमताल शुरू करते हुए धरातल पर जमीन तलाशना शुरू कर दिया है। प्रशासन ने जिला में चार स्थानों पर भूमि देखी है। अगर इनमें से कहीं भूमि चयनित होती है तो फिर विस्थापितों को प्लॉट आवंटित करने के लिए आगामी कार्रवाई शुरू की जाएगी। 

बिलासपुर में 84 विस्थापितों को नहीं मिले प्लॉट

बता दें कि बिलासपुर जिला में 84 ऐसे भाखड़ा विस्थापित हैं जिन्हें आज तक प्लॉट नहीं मिलें है। इससे पहले भी यह कवायद शुरू की गई थी, लेकिन वह सिरे नहीं चढ़ पाई थी। ऐसे में अब प्रशासन द्वारा दोबारा शुरू की गई इस कवायद से भाखड़ा विस्थापितों में आशा की किरण जगी है। बिलासपुर जिला में प्रशासन ने चार स्थानों पर जमीन देखी है जिसमें लखनपुर, राजपुरा, देलग और दयोली नामक स्थान शामिल हैं। 

भाखड़ा बांध बनने के बाद गोविंद सागर झील का निर्माण हुआ

प्रशासन ने राजस्व विभाग के साथ इस बात की कवायद शुरू की है कि जिला में भाखड़ा विस्थापितों को कितनी भूमि चाहिए और चयनित भूमि कितनी है। हालांकि पहले भी लखनपुर में प्लॉट आवंटित करने की कवायद शुरू की गई थी, लेकिन वह किन्ही कारणों से ठंडे बस्ते में पड़ गई थी। बता दें कि देश की आजादी के बाद 1960 में भाखड़ा बांध बनने के बाद गोविंद सागर झील का निर्माण हुआ था। इसमें पुराने शहर के कई गांव जलमग्न हो गए थे। 

लोगों को नए सिरे से शहर में बसाने के लिए प्लॉट आवंटित किए गए थे, लेकिन कुछ परिवार ऐसे थे जिन्हें यह प्लॉट नहीं मिल पाए थे। अब 63 वर्ष बाद इन्हें एक बार फिर प्लॉट मिलने की उम्मीद जगी है। अब देखना यह है कि बिलासपुर जिला में प्रशासन कब तक इन भाखड़ा विस्थापितों को प्लाट आवंटित कर पाता है।

क्या कहते हैं अधिकारी

जिन भाखड़ा विस्थापितों को प्लॉट नहीं मिल पाए थे, उन्हें प्लाट प्रदान करने के लिए प्रशासन भूमि की तलाश कर रहा है। प्रशासन की ओर से अभी तक लखनपुर, दयोली, राजपुरा तथा देलग में भूमि की तलाश की जा रही है। शीघ्र ही इसे चयनित कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

नरेश कुमार, तहसीलदार बिलासपुर सदर।

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