Himachal News: हिमकेयर योजना बंद करने को लेकर घिरती जा रही हिमाचल सरकार, अब पेंशनर्स ने फैसले से जताई नाराजगी
हिमाचल प्रदेश (Himachal News) में हिमकेयर योजना बंद करने के सरकार के फैसले को लेकर अब पेंशनर्स ने नाराजगी जताई है। दरअसल बिलासपुर में बुधवार को पेंशनर्स वेलफेयर एसोशिएशन सदर ब्लॉक एवं शहरी इकाई ने बैठक की और इस दौरान सरकार के इस फैसले को दुखद बताया। इसके अलावा जुलाई 2022 से लंबित डीए एरियर के भुगतान की भी मांग की।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर। नगर परिषद बिलासपुर के तहत विश्वकर्मा मंदिर परिसर में बुधवार को पेंशनर्स वेलफेयर एसोशिएशन सदर ब्लॉक एवं शहरी इकाई की संयुक्त बैठक खंड प्रधान दौलत राम चौहान की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में मंच संचालन सदर खंड सचिव राम प्रकाश वर्मा ने किया।
खंड प्रधान दौलत राम चौहान ने बैठक के एजेंडे के बारे में सभा को बताया। उन्होंने बताया कि पिछले साल की तरह हिमाचल में इस बार भी आपदा आई है, जिससे प्रदेश का भारी नुकसान हुआ है। इसमें सभी पेंशनर्स सरकार का साथ देने के लिए तत्पर है।
हिमकेयर योजना बंद करने के निर्णय को बताया दुखद
उन्होंने सरकार द्वारा प्राइवेट अस्पतालों से हिमकेयर योजना को बंद करने के निर्णय को दुखद बताया तथा पेंशनर्स के डीए एरियर जो पहली जुलाई 2022 से लंबित है, उसका जल्द भुगतान करने की सरकार से मांग की।
बैठक में विशेष रूप से प्रदेश कार्यकारिणी के मुख्य सलाहकार जेके नड्डा तथा जिला कार्यकारिणी के महामंत्री सीआर वर्मा मौजूद रहे। बैठक में सभी वक्ताओं ने सरकार से मांग की कि जनवरी 2016 से 2022 तक सेवानिवृत हुए पेंशनर्स के देय लाभ एकमुश्त जारी किए जाएं तथा लंबित डीए की किश्तों को भी शीघ्र जारी किया जाए।
अमरनाथ शर्मा ने कहा कि आईएएस व एचएएस पदों से सेवानिवृत हुए अधिकारियों को भी संगठन में शामिल किया जाए ताकि संगठन को मजबूती मिल सके और सेवानिवृत लोगों के देय लाभ लेने में आसानी हो। जिला महामंत्री चेत राम वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री सेवानिवृत राज्य पेंशनर्स कार्यकारिणी के साथ शीघ्र जेसीसी की बैठक बुलाए ताकि इस वर्ग की समस्याओं का समाधान हो सके।
'सरकार चाहती तो अब तक मिल गया होता लाभ'
महामंत्री ने बताया हिमाचल सरकार ने आज तक 25 से 30 हजार करोड़ का ऋण ले लिया है और अगर सरकार चाहती तो कर्मचारियों और सेवानिवृत लोगों का देय लाभ दो या तीन किश्तों में मिल गया होता। उन्होंने सेवारत कर्मचारियों से भी आग्रह किया है कि अपने हितों की रक्षा के लिए आगे आएं।
पेंशनर्स ने रात के समय बसों से आने वाले लोगों को मंडी भराड़ी छोड़ने पर कड़ा एतराज जताया और मांग की है कि रात के समय कोई निजी बस मंडी भराड़ी से बिलासपुर तक चलाई जाए या कुछ रूट वाया बिलासपुर किए जाए ताकि रात्रि में यात्रियों को बिलासपुर आने की सुविधा मिल सके।
इसके अलावा जिला अस्पताल में वरिष्ठ पेंशनर्स को चैकअप करने में प्राथमिकता की मांग सीएमओ से की है। इस बैठक में राम लाल चंदेल, ओम प्रकाश मेहता, प्रदीप वर्मा, श्याम लाल पंवर, पुरुषोत्तम शर्मा, रिंकू राम, रतन सिंह, बालक राम कटवाल, बिशन लाल गर्ग, जीआर शर्मा, जीडी शर्मा तथा जय कृष्ण आदि मौजूद रहे।
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