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Manimahesh Yatra में शुल्क वसूली पर भरमौर के विधायक ने जताई आपत्ति, सरकार से सुविधाएं बेहतर करने की मांग

मणिमहेश यात्रा (Manimahesh Yatra) के दौरान श्रद्धालुओं से 20 रुपये शुल्क वसूलने पर आपत्ति जताई गई है। विधायक डॉ. जनक राज ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि मणिमहेश यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। यात्रा मार्ग पर बेहतर सुरक्षा व्यवस्था स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

By Chamba Office Edited By: Rajiv Mishra Updated: Wed, 04 Sep 2024 03:51 PM (IST)
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मणिमहेश यात्रा में पंजीकरण के नाम पर 20 रुपए के शुल्क पर डॉ. जनक राज ने उठाया सवाल

संवाद सहयोगी, होली। उतर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा के दौरान आ रहे श्रद्धालुओं से पंजीकरण के नाम पर 20 रुपए शुल्क वसूलने पर भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज की ओर से आपत्ति जाहिर की है।

भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज ने विधानसभा में बोलते हुए कहा कि भगवान भोले नाथ के प्रति लोगों की गहरी आस्था है और हर वर्ष लाखों की संख्या में शिव भक्त मणिमहेश पहुंच कर पवित्र डल झील में आस्था की डुबकी लगाते हैं।

'यह आस्था के साथ खिलवाड़ है'

उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी मंदिर व धार्मिक स्थल में प्रवेश के लिए शुल्क नहीं लिया जाता, ऐसे में मणिमहेश यात्रियों से पिछले दो सालों से पंजीकरण के नाम पर जो शुल्क लिया जा रहा है, यह आस्था के साथ खिलवाड़ है, ओर इसे बंद किया जाए।

यात्रा के दौरान अव्यवस्थाओं पर भी उठाए सवाल

इसके अलावा उन्होंने यात्रा के दौरान अव्यवस्थाओं को लेकर भी कई तरह के प्रश्न उठाए कहा कि पूरे भारत वर्ष यहां तक की विदेशों में भी प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा प्रसिद्ध है। ओर लोगों की भगवान शिव के प्रति गहरी आस्था है, यही कारण है कि साल दर साल यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि यात्रा को लेकर सरकार की ओर से जरूरी प्रबंधन नहीं किए हैं। जगह जगह रास्ते की हालत खस्ता है। स्वच्छता व्यवस्था का बुरा हाल है। अव्यवस्था को लेकर इंटरनेट मीडिया पर श्रद्धालु भी कई तरह के प्रश्न उठा रहे हैं।

आपातकालीन सेवाओं को बेहतर बनाने की मांग

डॉ. जनक राज ने सरकार से मांग की कि यात्रा के मार्ग पर बेहतर सुरक्षा व्यवस्था, स्वच्छता, और स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। यात्रा के दौरान सड़क सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं को बेहतर बनाने की भी बात कही। ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। देशभर के कोने कोने से यात्रा पर आने वाले शिव भक्त बिना किसी परेशानी के भोले के दर्शन करने के साथ डल झील में डुबकी लगा पाएं।