Move to Jagran APP

बच्चों को 10 मिनट में बेड टच और गुड टच के प्रति जागरुक करेगी कोमल

दस मिनट की कार्टून फिल्म कोमल के माध्यम से अब स्कूली बच्चों को बेड टच और गुड टच के बारे में जागरुक किया जाएगा।

By Babita kashyapEdited By: Updated: Mon, 25 Nov 2019 09:36 AM (IST)
बच्चों को 10 मिनट में बेड टच और गुड टच के प्रति जागरुक करेगी कोमल
चंबा, रणवीर सिंह। चाइल्डलाइन चंबा स्कूली बच्चों को जागरूक करने के लिए नया अभियान शुरू करेगी। इस अभियान से बच्चों को सुरक्षित स्पर्श व असुरक्षित स्पर्श की जानकारी दस मिनट के कार्टून फिल्म कोमल के माध्यम से दी जाएगी। फिल्म को स्कूल में बड़े प्रोजेक्टर पर चलाकर दिखाया जाएगा, जिसके बाद बच्चों से फिल्म के बारे में भी राय ली जाएगी।

चंबा के सभी स्कूलों में शिक्षा विभाग की अनुमति के बाद अभियान शुरू किया जाएगा। फिल्म को बाल मित्र वातावरण बनाने के लिए बनाया गया है। फिल्म के माध्यम से बच्चों के मन की बात तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। चाइल्डलाइन ने अब तक जिला के स्कूलों में कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को जागरूक किया है, जिसमें गुड टच, बैड टच की जानकारी दी है। लेकिन अब फिल्म के माध्यम से स्कूली बच्चों के साथ दोस्ती की जाएगी।

चाइल्डलाइन के मुताबिक जिस तरह हम अपने बच्चे को खाना खाना, कपड़े पहनना, ब्रश करना समेत बाकी सभी चीजों की अहमियत सिखाते हैं, उसी तरह उन्हें सुरक्षित स्पर्श व असुरक्षित स्पर्श के बारे में बताना भी आवश्यक है। सुरक्षित स्पर्श व असुरक्षित स्पर्श का मतलब छूने वाली की नीयत से है। कौन किस नीयत से छू रहा है। इसी से पता चलता है कि वह गुड टच है या बैड टच। हालांकि इसके बारे में बताने से पहले बच्चे को उसके शरीर के अंगों के बारे में सही जानकारी देना भी जरूरी अहम है। चाइलडलाइन के समन्वयक कपिल शर्मा ने बताया कि चाइल्डलाइन 1098 भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की परियोजना है। जो 24 घंटे मुसीबत में फंसे बच्चों तक पहुंचकर उपलब्ध संसाधनों से जोड़कर दीर्घ कालीन सेवा प्रदान करती है।

वर्तमान में देश भर में 476 जिलों में अपने टोल फ्री नंबर 1098 के माध्यम से लाखों बच्चों की मदद कर भारत की सबसे बड़ी टेलिफोनिक सेवा बन चुकी है। उन्होंने कहा कि चाइल्ड लाइन द्वारा बाल हित संरक्षण के लिए लगातार दैनिक आधार पर जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं। जिलास्तर से लेकर पंचायत स्तर तक बच्चों को जागरूक करके 1098 नंबर की जानकारी मुहैया करवाई जा रही है।

चाइल्डलाइन आगामी वित्तीय वर्ष में अपने स्तर से पंचायत स्तर पर गठित उक्त समिति के साथ समन्वय और जागरूकता कर अधिकाधिक बच्चों के हित और अधिकार के संरक्षण के लिए प्रयास करेगी। साथ ही यह भी प्रयास करेगी कि जागरूकता के माध्यम से पहुंचे और अधिकाधिक बच्चों के हित को सुनिश्चित और संरक्षित करें। 

 हिमाचल की अन्य खबरें पढऩे के लिए यहां क्लिक करें 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।