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Himachal News: चंबा की मशहूर खोए की बर्फी का नहीं कोई जवाब, स्‍वाद ऐसा जो खाए बार-बार आए

चंबा न केवल अपने ऐतिहासिक महत्व और खूबसूरत पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है बल्कि यहां की पारंपरिक मिठाइयां भी लाजवाब हैं। जोत में बनने वाली खोए की बर्फी का स्वाद इतना लाजवाब है कि इसे चखने के बाद आप बार-बार यहाँ आना चाहेंगे। कम मीठे वाली बर्फी की कीमत 380 रुपये प्रति किलोग्राम और अधिक मीठे वाली बर्फी की कीमत 280 रुपये प्रति किलोग्राम है।

By mithun thakur Edited By: Himani Sharma Updated: Fri, 23 Aug 2024 06:58 PM (IST)
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चंबा की मशहूर खोए की बर्फी का स्‍वाद गजब (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, चंबा। हिमाचल प्रदेश का चंबा जिला यूं तो अपने ऐतिहासिक महत्व, धार्मिक स्थलों, खूबसूरत पर्यटन स्थलों के साथ-साथ सेब की पैदावार के लिए जाना जाता है। लेकिन, यहां के पारंपरिक पकवान व मिठाइयां भी लाजवाब होती हैं।

यहां के विख्यात पर्यटन स्थल जोत में देसी खोए से तैयार की जाने वाली बर्फी का स्वाद इतना लाजवाब होता है कि जो भी व्यक्ति एक बार इसका स्वाद चख लेता है, वह दोबारा यहां बर्फी खाने के लिए जरूर आता है।

इतने रुपये किलो बिकती है खोए की बर्फी

जोत में तैयार की जाने वाली खोए की बर्फी 280 से 380 रुपये प्रति किलो बिकती है। जहां कम मीठे वाली बर्फी की कीमत 380 रुपये प्रति किलोग्राम होती है। वहीं, अधिक मीठे वाली बर्फी की कीमत 280 रुपये प्रतिकिलो तक रहती है। कम मीठे वाली 700 ग्राम खोया व 300 ग्राम चीनी को मिलाकर तैयार की जाती है। वहीं, अधिक मीठे वाली में 600 ग्राम खोया व 400 ग्राम चीनी होती है।

जोत एक खूबसूरत पर्यटन

जोत में करीब आठ दुकानों पर खोए वाली बर्फी तैयार की जाती है। कुल मिलाकर यहां हर दिन करीब सात से आठ क्विंटल तक बर्फी की बिक्री हो जाती है। जोत वास्तव में एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। इसकी समुद्र तल से ऊंचाई करीब 2880 मीटर है।

यहां पर काफी अधिक संख्या में पर्यटकों की आवाजाही लगी रहती है। यहां स्थित नेचर पार्क व वेदर राडार का दीदार करने के लिए न केवल चंबा व हिमाचल प्रदेश के अन्य जिलों से पर्यटक पहुंचते हैं, बल्कि देश के कोने-कोने से पर्यटक खिंचे चले आते हैं।

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यहां के खूबसूरत प्राकृतिक नजारों व तरोजाता कर देने वाली ठंडी हवाओं का आनंद लेने के बाद जब पर्यटक जोत में स्थित ढाबों व दुकानों में अपनी भूख मिटाने के लिए पहुंचते हैं तो वहां पर रखी खोए की बर्फी पर भी स्वत: ही उनकी नजर जाकर टिक जाती है। जब वे इसका स्वाद चखते हैं तो इसे अपने साथ ले जाने पर विवश हो जाते हैं।

जोत से हर दिन हजारों लोगों की होती है आवाजाही

जोत में हर दिन हजारों लोगों की आवाजाही होती है। चंबा मुख्यालय से चुवाड़ी, पठानकोट व कांगड़ा सहित अन्य स्थानों पर पहुंचने के लिए यह शार्टकट मार्ग है। यहां से हर दिन कई बसों में लोग सफर करते हैं। वहीं, कई अपने निजी वाहनों तो कई टैक्सियों में सफर करके यहां पहुंचते हैं। यहां पर जो भी लोग व पर्यटक पहुंचते हैं वे जोत की बर्फी जरूर अपने साथ लेकर जाते हैं।