Chamba News: हिमाचल के चंबा में मूलभूत सुविधाएं नहीं, स्ट्रीट लाइट खराब; 10 गांव में सड़के नहीं
चंबा शहर की गलियों चौराहों व मार्गों को रोशन करने वाली स्ट्रीट लाइट खराब होने से शाम को अंधेरा पसर रहा है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं आजादी के बाद भी भरमौर की खणी व ग्रीमा पंचायत के 10 गांव सड़क से नहीं जुड़े
By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Sun, 19 Feb 2023 08:06 AM (IST)
चंबा,संवाद सहयोगी। चंबा शहर की गलियों, चौराहों व मार्गों को रोशन करने वाली स्ट्रीट लाइट खराब होने से शाम को अंधेरा पसर रहा है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अंधेरी गलियों से गुजरते समय ठोकर लगने व पांव फिसलने का डर रहता है। करीब छह माह से शहर की गलियों, रास्तों व विभिन्न स्थानों पर लगाई गई स्ट्रीट लाइट खराब हैं। शहरवासी नगर परिषद से इन्हें ठीक करवाने की मांग कर रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
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समाजसेवी भूपिंद्र जसरोटिया व लोगों का कहना है कि हरदासपुर से सरौथा, चामुंडा सड़क व सीढ़ियों पर लगी स्ट्रीट लाइट कई दिनों से खराब हैं। शहर के आसपास से लोग सुबह-शाम टहलने के लिए निकलते हैं, जिन्हें अंधेरे में ठोकरें खानी पड़ती हैं। वरिष्ठ नागरिकों को ज्यादा परेशानी होती है। जंगली जानवरों का भी खतरा रहता है। कंपनी के कर्मचारी से बात करें तो वे कहते हैं मरम्मत का सामान नहीं है और इशके आने पर ही स्ट्रीट लाइट ठीक की जाएंगी। नगर परिषद के अधिकारियों से बात करें तो वे हर बार जल्द ठीक करवाने का आश्वासन देते हैं।
अनदेखी से अंधेरे में चलने को मजबूर लोग
नगर परिषद हर माह कंपनी को तीन लाख रुपये से अधिक राशि स्ट्रीट लाइट की देखरेख के लिए देती है लेकिन कंपनी कभी भी समय पर सामान उपलब्ध नहीं करवाती है। दो वर्ष से यही स्थिति है। जितना सामान कभी दिया जाता है वह एक ही मोहल्ले में स्ट्रीट लाइट को ठीक करने में लग जाता है। नगर परिषद परिषद को स्ट्रीट लाइट ठीक करने के लिए दूसरी कंपनी को काम सौंपना चाहिए। भूपिंद्र जसरोटिया ने नगर परिषद से जल्द स्ट्रीट लाइट को ठीक करवाने की मांग की है ताकि लोगों को परेशानी से निजात मिल सके। उन्होंने कहा कि स्ट्रीट लाइट जल्द ठीक नहीं करवाई तो वह आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। नगर परिषद अध्यक्ष नीलम नैयर ने कहा कि सामान की कमी के कारण समस्या आ रही है। उन्होंने कहा कि शहर व मोहल्लों में स्ट्रीट लाइट को जल्द ठीक करवाया जाएगा।
10 गांवों में सड़क नहीं
आजादी के बाद भी जनजातीय क्षेत्र भरमौर की खणी व ग्रीमा पंचायत के 10 गांव सड़क से नहीं जुड़े हैं। वर्ष 1998 में कंपनी ने सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया था तो ग्रामीणों को उम्मीद जगी थी कि जल्द उन्हें सुविधा मिलेगी। लेकिन 500 मीटर कार्य करने के बाद कंपनी ने कार्य बंद कर दिया। 24 वर्ष बाद भी उक्त गांव के लोगों को सड़क सुविधा नहीं मिली है। ग्रामीणों ने कहा कि वे सड़क निर्माण के लिए कई बार पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम व पूर्व विधायक जिया लाल से मांग कर चुके हैं लेकिन कोई गौर नहीं किया गया।ग्रामीणों को कच्चे रास्तों से मुख्य सड़क तक पहुंचना पड़ता है। शिव शक्ति क्लब भ्याट के प्रतिनिधिमंडल ने विधायक डा. जनकराज से मिलकर सड़क का निर्माण कार्य जल्द पूरा करवाने की मांग की है। क्लब के अध्यक्ष मनीष ठाकुर व ग्रामीणों ने कहा कि सड़क निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने नाबार्ड के तहत नौ करोड़ रुपये का प्रावधान किया है लेकिन भी कार्य शुरू नहीं हो रहा है।
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