गजब का जुनून! आंखों की वजह से सेना में जाने का सपना टूटा, फिर फ्री ट्रेनिंग देकर 50 युवाओं की करवाई भर्ती
हिमाचल प्रदेश Himachal News के चंबा में रहने वाले राकेश कुमार की कहानी एक असफल उम्मीदवार से 50 युवाओं को भारतीय सेना में भर्ती कराने वाले प्रेरणादायक गुरु बनने तक की है। आंखों की समस्या के कारण खुद भर्ती में असफल होने के बाद राकेश ने पिछले तीन वर्षों में चंबा के 50 युवाओं को सफलतापूर्वक सेना में भर्ती कराया है।
सुरेश ठाकुर, चंबा। कहते हैं कि असफलता निराशा का सूत्र नहीं, बल्कि वह तो नई प्रेरणा है। कुछ ऐसी ही कहानी हैं ग्राम पंचायत बाट के लैरा गांव के राकेश कुमार (पीके) की। जिन्होंने बचपन से ही अपने मन में एक सपना संजोया कि भर्ती तो भारतीय सेवा में ही होना है, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
यही वजह है कि 13 बार भर्ती परीक्षा देने पर हर बार मेडिकल टेस्ट में आंखों में कमी के चलते असफलता ही हाथ लगी और एक दिन ऐसा आया कि भर्ती देने की उम्र भी निकल गई। राकेश की सबसे खास बात तो यह है कि रात-दिन एक करने के बावजूद भी जब इन्हें सफलता नहीं मिली तो इन्होंने अपनी असफलता से प्रेरणा लेकर पिछले तीन साल में चंबा के 50 युवाओं को भारतीय सेवा में भर्ती कर फौजी बना चुके हैं।
कलर विजन की वजह से नहीं हुई भर्ती
राकेश कुमार ने बताया कि फौज में भर्ती होने का मेरा खुद का सपना था। जिसके लिए मैने सेना की 13 भर्तियों में शरीरिक परीक्षा तो पास किया। लेकिन हर भर्ती के मेडिकल में आंखों के टेस्ट में कलर विजन के पॉइंट लगने की समस्या रही।यह भी पढ़ें- 'बस अपने बयान पर टिके रहें विक्रमादित्य', नेम प्लेट वाले मामले पर नेता प्रतिपक्ष की प्रतिक्रिया
फौज के अंदर आंखों के टेस्ट में एक कलर ब्लाइंडनेस का टेस्ट होता है, जिसमें कलर में गिनतियां और रास्ते छुपे होते है, जिन्हें मैं आंखों की कमी से चलते हर बार देखा नहीं पाया। इसीलिए मैं हर बार भर्ती में असफल रहा और उम्र सीमा भी निकल गई।
फौज के अंदर आंखों के टेस्ट में एक कलर ब्लाइंडनेस का टेस्ट होता है, जिसमें कलर में गिनतियां और रास्ते छुपे होते है, जिन्हें मैं आंखों की कमी से चलते हर बार देखा नहीं पाया। इसीलिए मैं हर बार भर्ती में असफल रहा और उम्र सीमा भी निकल गई।
बिना एकेडमी बच्चों को दी ट्रेनिंग
चंबा के पुलिस मैदान में प्रत्येक सेना भर्ती से ठीक तीन माह पहले युवाओं को राकेश कुमार निशुल्क प्रशिक्षण देते हैं। प्रशिक्षण शाम को तीन और सुबह तीन घंटे तक दिया जाता है। वर्ष 2024 में तीन जुलाई को धर्मशाला में आयोजित अग्निवीर भर्ती मे राकेश द्वारा प्रशिक्षित 35 युवाओं द्वारा शरीरिक परीक्षा पास की थी। जिसमें से 11 युवाओं का चयन इसी स्प्ताह जारी अग्निवीर भर्ती में हुआ है।
जबकि वर्ष 2023 में 22 जून को धर्मशाला में आयोजित अग्निवीर भर्ती में 31 युवाओं ने शरीरिक परीक्षा पास किया था। जिसमें से 11 ही युवाओं को चयन हो पाया था। वर्ष 2022 में हिमाचल, पंजाब व हरियाण में आयोजित अग्निवीर भर्ती में 64 युवाओं ने शरीरिक परीक्षा पास किया था। जिनमें से 28 युवाओं का चयन अग्निवीर के लिए हुआ है।यह भी पढ़ें- 'हिमाचल सिर्फ हिमाचलियों का है', मस्जिद विवाद पर राज्यपाल की प्रतिक्रिया; कहा- आधार कार्ड की हो जांच
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