Manimahesh Yatra के लिए श्रद्धालुओं की अटूट आस्था, अब तक 11 हजार से ज्यादा यात्रियों ने करवाया पंजीकरण
Manimahesh Yatra 2024 हिमाचल प्रदेश में मणिमहेश यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का अटूट विश्वास देखा गया है। अब तक 11 हजार से ज्यादा भक्तों ने यात्रा के लिए पंजीकरण करवाया है। यह यात्रा काफी कठिन मानी जाती है। यात्रा के लिए पंजीकरण डेढ़ महीने पहले से ही शुरू हो गया था। यहां शिवलिंग के आकार की एक चट्टान है जिसे भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है।
जागरण संवाददाता, चंबा। मणिमहेश यात्रा (Manimahesh Yatra 2024) के लिए शुक्रवार को 1946 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया। अब तक 11,840 श्रद्धालु पंजीकरण करवा चुके हैं। श्रद्धालुओं का पंजीकरण 26 अगस्त से 11 सितंबर तक होगा। इसके लिए श्रद्धालु मणिमहेश न्यास की अधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन कर स्वयं भी पंजीकरण कर सकते हैं।
पंजीकरण के लिए ऑनलाइन-ऑफलाइन की सुविधा उपलब्ध
पंजीकरण के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन सुविधा दी जा रही है। हर श्रद्धालु से 20 रुपये पंजीकरण शुल्क व स्वच्छता शुल्क के रूप में लिए जाएंगे।
ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा चौगान नंबर एक चंबा (मिंजर मंच), गुज्जर आश्रम कलसूंई, साडा वाणिज्य परिसर भरमौर, भरमाणी माता मंदिर परिसर, प्रंघाला के नजदीक वन्य जीव विभाग भवन, सुविधा केंद्र गुईनाला व तहसील होली में उपलब्ध रहेगी। बिना पंजीकरण किसी भी श्रद्धालु को बेस कैंप से वापस भेजा जा सकता है।
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कठिन है मणिमहेश यात्रा
मणिमहेश यात्रा को सबसे कठिन यात्राओं में से एक माना जाता है। यहां शिवलिंग के आकार की एक चट्टान है जिसे भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है। वहीं मणिमहेश कैलाश पवर्त का रहस्य अभी तक कोई नहीं जान पाया है। इस पर चढ़ने का जिसने भी प्रयास किया है वह असफल ही रहा है।यह भी पढ़ें: Manimahesh Yatra 2023: मणिमहेश पर्वत की यात्रा बनी हुई रहस्य, यहां होते हैं चमत्कार; जानिए कुछ रोचक बातें
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