Interview: 'मेरे खास मित्र ने नहीं डाला वोट, फिर भी मैं राज्यसभा का सदस्य बना'; पढ़ें Harsh Mahajan का दमदार इंटरव्यू
राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने दैनिक जागरण को दिए इंटरव्यू में कहा कि मेरे खास मित्र ने वोट नहीं डाला फिर भी मैं राज्यसभा का सदस्य बना। उन्होंने कहा कि आनंद शर्मा को सलाह दी थी कि वो लोकसभा चुनाव न लड़ें। हर्ष ने कहा कि कांग्रेस के छह विधायक संपर्क में हैं और सभी सुक्खू सरकार से मुक्ति चाहते हैं। भाजपा के सभी प्रत्याशी रिकॉर्ड मतों से जीतेंगे।
सुरेश ठाकुर, शिमला। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 40 विधायकों वाली कांग्रेस के सामने 25 विधायकों वाली भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा प्रत्याशी के रूप में सीट जीतने वाले हर्ष महाजन कभी पूर्व मु्ख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) के रणनीतिकार थे। तीन बार के विधायक और सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहे हर्ष अब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में हैं।
समझा जाता है कि कांग्रेस (Himachal Congress) से भाजपा की ओर आने वाले विधायकों के पीछे हर्ष ही हैं। उनका दावा है कि हिमाचल प्रदेश के छह कांग्रेस विधायक उनके संपर्क में हैं। प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिरेगी, बस चार जून तक प्रतीक्षा करें। हर्ष कहते हैं कि उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा को कांगड़ा लोकसभा सीट (Kangra Lok Sabha seat) से चुनाव नहीं लड़ने की सलाह दी थी, पर वह माने नहीं।
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सभी चार सीटों पर भाजपा जीत का परचम लहराएगी। उपचुनाव में भी भाजपा ही जीतेगी। राज्यसभा बनने के बाद पहली बार गृहनगर चंबा आए हर्ष महाजन (Harsh Mahajan Exclusive Interview) से दैनिक जागरण के सुरेश ठाकुर ने विशेष बातचीत की।
सवाल: आप दावा कर रहे हैं कि चार जून के बाद सुक्खू सरकार गिर जाएगी। कांग्रेस के पास 34 विधायक हैं और भाजपा के पास 25, यदि भाजपा उपचुनाव वाली सभी छह सीटें भी जीत जाती है तो भाजपा 31 तक ही पहुंचेगी। तीन निर्दलीयों के त्यागपत्र अभी लंबित हैं। कांग्रेस 34 और भाजपा 31, ऐसे में आंकड़ा भाजपा के पक्ष में कैसे आएगा?
जवाब: देखिए, ऐसा है कि सुक्खू सरकार के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं। अब देखना यह है कि हमारे साथ कौन चल पाता है। हर कोई विधायक मंत्री थोड़े ही बन जाएगा। हमको देखना पड़ेगा कि हमारी विचारधारा से कौन जुड़ पाएगा। जो हमारे संपर्क में हैं, उन पर गहन मंथन कर रहे हैं।
सवाल: इस समय कांग्रेस के कितने नेताओं से आपकी बात होती है, इनमें संगठन के कितने नेता और कितने विधायक हैं?
यह भी पढ़ें: Himachal News: 'BJP ने की गाय के नाम पर राजनीति, कांग्रेस ने बनाई योजनाएं'; CM सुक्खू ने केंद्र सरकार पर साधा निशानाजवाब: ऐसा है कि हमें संगठन वालों से तो बात करने की कोई जरूरत ही नहीं है। संगठन के तो बहुत से लोग भाजपा में आने को तैयार हैं। कुछ दिनों में सभी को पता लग जाएगा कि कौन-कौन नेता हैं। छह विधायक ऐसे हैं, जो अभी लगातार हमारे संपर्क में हैं।
सवाल: भाजपा आपको राज्यसभा चुनाव का उम्मीदवार बनाएगी, क्या यह अचानक तय हुआ था या इसकी तैयारी कुछ महीने पहले कर ली गई थी?जवाब: भाजपा (Himachal BJP) ने तो कोई न कोई प्रत्याशी उतारना ही था। इसके लिए एक प्रक्रिया होती है। इसमें तीन से चार लोगों के नाम पैनल में भेजे जाते हैं। मेरा नाम भी उसी पैनल में भेजा गया था। मेरा नाम फाइनल हो गया।सवाल: यदि आपकी जगह भाजपा का प्रत्याशी कोई और होता तब भी कांग्रेस विधायक क्रास वोटिंग करते या नहीं और क्या तब भी इतनी ही संख्या होती या इससे कम?
जवाब: (पूर्ण विश्वास के साथ) बिल्कुल यही संख्या रहती। क्योंकि प्रदेश की जनता के साथ मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू से विधायक भी दुखी हैं। हम लोगों के लिए काम करते हैं तो संख्या कम होने का सवाल ही पैदा नहीं होता।सवाल: आप कहते रहे हैं कि कांग्रेस के और विधायक भी विद्रोह करने वाले थे, कुल कितने विधायक आपको वोट देने वाले थे और छह ही क्यों दे पाए, अन्य क्यों पीछे हट गए?
जवाब: एक और विधायक था जो छूट गया। जो छूट गया, उसने खुद आकर कहा था कि मैं आपको वोट दूंगा। क्योंकि वह मेरा पुराना मित्र है। मगर अंत में उसने वोट नहीं किया। चलो कोई बात नहीं, फिर भी मैं जीत गया। हमारा आंकड़ा पूरा हो गया तो और क्या करते।सवाल: आनंद शर्मा आपके पुराने सहयोगी रहे हैं, क्या लोकसभा टिकट मिलने के बाद उन्होंने आपसे संपर्क किया और समर्थन मांगा?
जवाब: (थोड़ा सोचकर) उन्होंने मुझे फोन किया था और मैंने उनको यह सलाह दी थी कि पंडित जी, आपके लिए यह चुनाव बहुत मुश्किल होगा, क्योंकि आप यहां के नहीं हैं। कांगड़ा-चंबा आपकी जन्म व कर्म भूमि नहीं है। इससे बेहतर होगा कि आप इज्जत से रिटायर हो जाएं। अब उन्हें टिकट मिल गई है तो मैं उन्हें शुभकामनाएं ही दे सकता हूं।सवाल: मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू कांग्रेस के बागी विधायकों पर बार-बार 15 करोड़ रुपये लेने के आरोप लगा रहे हैं, इसमें कितनी सच्चाई है?
जवाब: सुक्खू अपनी सरकार की नाकामियों को छुपाने के लिए कुछ न कुछ बोल रहे हैं। विधायकों को जलील किया व उनके काम नहीं किए। ये सभी विधायक वीरभद्र गुट के थे। उन्होंने इन विधायकों को बिल्कुल दरकिनार किया तो जब उनकी बारी आई तो उन्होंने भी अपने आप को किनारे कर लिया। आम जनता का ध्यान भटकाने के लिए सुक्खू आधारहीन बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने 15 महीने प्रदेश की जनता के लिए क्या किया, रिपोर्ट कार्ड रखें।
सवाल: पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के चारों प्रत्याशी रिकार्ड मतों से जीते थे, इस बार यह लीड कायम रह पाएगी या नहीं। आपको क्या लगता है कि सबसे बड़ी जीत किस भाजपा प्रत्याशी की होगी और सबसे कम जीत का अंतर किसका रहेगा?जवाब: इस बार जिस तरह से मोदी लहर है, उसे देखकर तो मुझे लगाता है कि हिमाचल के चार के चार प्रत्याशी पिछली बार से अधिक मतों की रिकार्ड लीड से जीतेंगे। क्योंकि लोग मोदी को चाहते हैं और लोग जानते भी हैं इस बार मोदी ही फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे।
सवाल: विधानसभा उपचुनाव वाली छह सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के नेता दावा नहीं कर सकते कि कौन सी सीट उनकी पक्की हैं, भाजपा के लिए क्या परिणाम देख रहे हैं?जवाब: इसमें कोई शक नहीं है कि छह की छह सीटें भाजपा ही जीतेगी। क्योंकि डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में सुक्खू सरकार से लोग बिल्कुल दुखी हो चुके हैं। इन सभी सीटों में मुकाबला चाहे जैसा भी हो, जीत तो भाजपा प्रत्याशी की ही होगी। इसमें कोई शक ही नहीं है।सवाल: आप राज्यसभा में हिमाचल के प्रतिनिधि के रूप में गए हैं, अपने कार्यकाल में आप हिमाचल और चंबा से जुड़े कौन-कौन से बड़े मुद्दे राज्यसभा में उठाना चाहेंगे?जवाब: (गंभीर मुद्रा में) मैं हिमाचल का चप्पा-चप्पा जानता हूं। चाहे वह एससी वर्ग हो, चाहे वह एसटी वर्ग हो, चाहे स्वर्ण वर्ग हो। सभी वर्गों के लिए मैं काम करता आया हूं और आगे भी करूंगा। मैं राजनीति में लंबे अरसे से हूं। हिमाचल व चंबा की भौगोलिक परिस्थितियों को भली-भांति जानता हूं। जहां तक चंबा का सवाल है तो चंबा में सड़क, स्वास्थ्य व शिक्षा को सुद़ृढ़ कर यहां के पिछड़ेपन को दूर करने का पूरा प्रयास करूंगा।सवाल: चंबा सीमेंट प्लांट, होली-उतराला सड़क व पांगी के लिए सुरंग चंबा के बड़े मुद्दे रहे हैं। इन मांगों को पूरा करने के लिए आपकी क्या योजना है और इसके लिए जिला के लोगों को कितना इंतजार करना पड़ेगा?जवाब: सबसे पहले तो यह देखना होगा कि भारत सरकार में इनकी मौजूदा समय में क्या स्थिति है। इन सभी प्रोजेक्ट पर सबसे पहले गहन मंथन करूंगा। पता लगाऊंगा कि कौन सा प्रोजेक्ट किस स्टेज पर है। फिर योजनाओं की प्राथमिकता के आधार पर काम किया जाएगा।यह भी पढ़ें: Himachal News: 'इंदिरा गांधी से बड़ा तानाशाह देश में दूसरा कोई नहीं...', कंगना रनौत ने कांग्रेस पर बोला हमला
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