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Himachal News: पुलिस भी नहीं खुलवा पाई इस स्कूल का ताला, आखिर क्यों अभिभावक कर रहे प्रदर्शन?

सलूणी के राजकीय प्राथमिक पाठशाला गरोहन-एक में स्थायी शिक्षकों की मांग को लेकर अभिभावक धरने पर बैठे हैं। अभिभावकों का कहना है कि पिछले दो महीनों से स्कूल में अन्य स्कूलों से शिक्षकों को भेजकर काम चलाया जा रहा है जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। अभिभावक स्कूल में दो अध्यापकों की स्थायी नियुक्ति की मांग कर रहे हैं।

By Suresh Thakur Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sun, 27 Oct 2024 11:39 AM (IST)
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धरने पर बैठे अभिभावकों को समझाते पुलिस कर्मचारी l (जागरण फोटो)
संवाद सहयोगी, सलूणी। शिक्षा खंड सलूणी के तहत आने वाली राजकीय प्राथमिक पाठशाला गरोहन-एक में स्थायी शिक्षकों की मांग को लेकर धरने पर डटे अभिभावक किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। शनिवार को स्कूल के गेट पर धरना प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों को समझाने के लिए पुलिस थाना किहार से थाना प्रभारी अनिल वालिया व एएसआई वीरेंद्र सिंह टीम सहित पहुंचे थे।

स्थायी शिक्षक की मांग कर रहे अभिभावक

थाना प्रभारी ने धरने पर बैठे अभिभावकों को दिनभर समझाने की कोशिश की लेकिन अभिभावक अपनी बात पर अड़े रहे। अभिभावक स्कूल में स्थायी शिक्षकों की तैनाती करने की मांग कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि अभिभावक छह दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और छह दिन से अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल में नहीं भेजा है। अभिभावक स्कूल में दो अध्यापकों की स्थायी नियुक्ति करने की मांग कर रहे हैं।

शनिवार को अभिभावकों को समझाने का प्रयास किया गया लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे। स्कूल में एक शिक्षक की एक साल के लिए अनुबंध आधार पर नियुक्ति की गई है। साथ ही जब तक यहां स्थायी शिक्षक की तैनाती नहीं होती है तब तक एक अन्य शिक्षक को प्रतिनियुक्ति पर भेजा जाएगा इसलिए अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजें।

-ज्ञान चंद, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा चंबा।

अन्य स्कूलों के शिक्षकों के भरोसे चल रहा काम

पिछले दो माह से स्कूल में जिस तरह से अन्य स्कूलों से शिक्षकों को भेजकर काम चलाया जा रहा है, इससे बच्चों सहित अभिभावकों को भी पता नहीं होता कि अगले दिन स्कूल में कौन शिक्षक होगा। प्रतिनियुक्ति पर स्कूल में भेजे जा रहे शिक्षकों का अधिकांश कार्य मिड-डे मील सहित अन्य कार्यालय कार्यों में भी खत्म हो रहा है। बच्चों को पढ़ाने के लिए भरपूर समय न निकल पाने से बच्चे जैसे घर से स्कूल पहुंच रहे हैं, वैसे ही बिना कुछ पढ़े व सीखे वापस घर पहुंच रहे हैं।

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यह है मामला

राजकीय प्राथमिक पाठशाला गरोहन-एक दो माह से प्रतिनियुक्ति के सहारे चल रही है। यहां पर स्थायी अध्यापक नहीं है। स्कूल में 60 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें से 33 बच्चे पहली से पांचवीं कक्षा में हैं जबकि 27 छात्र प्री-प्राइमरी में हैं। अभिभावकों का कहना है कि गत दो माह से स्कूल में प्रतिनियुक्ति पर शिक्षकों को भेजकर काम चलाया जा रहा है। इन शिक्षकों का अधिकांश कार्य मिड-डे मील सहित अन्य कार्यालय कार्यों में भी खत्म हो रहा है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

मैं पुलिस टीम सहित गरोहन-एक स्कूल में अभिभावकों को समझाने के लिए पहुंचा था। उन्हें समझाने की भरपूर कोशिश की गई लेकिन अभिभावक स्कूल में स्थायी शिक्षकों की तैनाती करने की मांग पर अड़े हैं।

-अनिल वालिया, थाना प्रभारी किहार।

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