Chamba News: सुप्रिया चुनी गईं 'बाल प्रधानमंत्री', बाल संसद में सिखाए गए मतगणना और लोकतंत्र के गुण
हिमाचल प्रदेश के पांगी में राजकीय प्राथमिक पाठशाला में बाल संसद चुनाव प्रक्रिया का आयोजन हुआ। इस दौरान सुप्रिया को बाल प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया। वहीं बाल संसद के लिए उप मुख्यमंत्री खेल मंत्री पीएम पोषण एमडीएम शिक्षा मंत्री और रक्षा मंत्री का भी चुनाव किया गया है। बच्चों ने ही पीठासीन अधिकारी पोलिंग अधिकारी और सुरक्षा कर्मी की भूमिका निभाई।
संवाद सहयोगी, पांगी। शिक्षा खंड पांगी के तहत आने वाली राजकीय प्राथमिक पाठशाला कुलाल में बाल संसद चुनाव प्रक्रिया का आयोजन किया गया। इसमें सुप्रिया को प्रधानमंत्री चुना गया। जबकि, भूपेंद्र को उपप्रधानमंत्री, हितेंद्र को खेल मंत्री, वर्षा को पीएम पोषण एमडीएम मंत्री, भूपेंद्र को शिक्षा मंत्री तथा रक्षा कुमारी को पर्यावरण मंत्री चुना गया। इस दौरान बच्चों की ओर से ही चुनाव के दौरान आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों व औपचारिकताओं को पूरा करवाया गया।
बाल संसद चुनाव का मुख्य उद्देश्य
बच्चों ने ही पीठासीन अधिकारी, पोलिंग अधिकारी और सुरक्षा कर्मी की भूमिका निभाई। चुनाव के को-आर्डिनेटर सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि बाल संसद चुनाव का मुख्य उद्देश्य बच्चों के भीतर महान लोकतंत्र में अटूट विश्वास, जीवन कौशल के गुण, निर्णय लेने और नेतृत्व करने के गुणों का विकास करना है। हर बच्चे को अपने विभाग के कार्य के प्रति अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करना है। अपने मत का प्रयोग निष्पक्षता के साथ करना जरूरी होता है, जिससे आने वाले समय में देश के लोकतंत्र और मजबूत हो सके।
बच्चों को सिखाए लोकतंत्र के गुण
साथ ही बच्चे लोकतंत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। उन्होंने कहा कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को महज शिक्षा ग्रहण करने तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए। क्योंकि, ऐसा करने से वे पढ़ाई में तो बेहतर हो सकते हैं। लेकिन, अन्य गतिविधियों के न होने से उनका सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। इस प्रकार की गतिविधियों से बच्चों को बहुत कुछ नया सीखने को मिलता है। जब वे प्रैक्टिकल करते हैं तो निश्चित तौर पर सभी गतिविधियों से वे भली भांति परिचित हो जाते हैं।ये भी पढ़ें: Rohtang Pass: 15 मई से रोहतांग दर्रे की वादियां निहार सकेंगे पर्यटक, तेजी से काम में जुटा बीआरओ
मतदान के दौरान गतिविधियों की दी जानकारी
यही कारण है कि स्कूल में समय-समय पर इस प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, ताकि भविष्य में बच्चों को ये सभी चीजें काम आ सकें। सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि उक्त गतिविधि से बच्चों को काफी कुछ नया सीखने को मिला है। बच्चों ने चुनावों के दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियों के बारे में जाना। साथ ही चुनाव के दौरान मतदान के बाद आयोजित होने वाली गतिविधियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी हासिल की। इसका आने वाले समय में बच्चों को काफी लाभ मिलने वाला है। इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष मनीषा, अभिभावक तथा गांव के मतदाताओं को भी जागरूक किया गया।ये भी पढ़ें: Shimla News: 70 लाख के पार हुआ बिजली बिल, स्ट्रीट लाइटों को लेकर परेशानी में शिमला नगर निगम
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