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Himachal News: चंबा में बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे पीजी, पुलिस को नहीं कोई जानकारी; छात्रों के लिए परेशानी का सबब

Himachal Pradesh News चंबा शहर (Chamba PG) में बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे पीजी छात्रों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। कॉलेज के हॉस्टल के अलावा हजारों छात्र निजी पीजी में रहते हैं लेकिन इनमें से अधिकांश बिना किसी मंजूरी के चल रहे हैं। इससे एंटी रैगिंग कमेटी को छात्रों को रैगिंग से बचाने में दिक्कत हो रही है।

By Suresh Thakur Edited By: Himani Sharma Updated: Mon, 26 Aug 2024 03:52 PM (IST)
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चंबा में बिना पंजीकरण चल रहे पीजी, पुलिस व प्रशासन के पास नहीं कोई जानकारी
जागरण संवाददाता, चंबा। चंबा शहर में में लोग बिना पंजीकरण करवाए घरों को पीजी बना कर मोटी कमाई कर रहे हैं। शहर के दायरे में मेडिकल कॉलेज सहित कई प्रशिक्षण संस्थान हैं। इनमें करीब 15 हजार से अधिक प्रशिक्षु चंबा की शरण में हैं।

इस कारण कॉलेज के अपने हॉस्टल भवन के अलावा सैकड़ों प्रशिक्षु और छात्रों को निजी क्षेत्र में ही किराये पर रहना पड़ता है। क्षेत्र में कॉलेज के हास्टल के अलावा शहर में बीस से अधिक पीजी (पेइगं गेस्ट) बिना पंजीकरण के चल रहे हैं तथा इसके अलावा निजी रूप से घरों में हजारों की संख्या में डेरा जमाए हुए हैं।

बिना किसी मंजूरी के चल रहे पीजी

इससे कॉलेज में स्थापित एंटी रैगिंग कमेटी को हॉस्टल के साथ क्षेत्र के पीजी में प्रशिक्षुओं को रैगिंग से प्रोटेक्ट करने में भारी परेशानी हो रही है। क्षेत्र के सभी पेइंग गेस्ट (पीजी) बिना किसी मंजूरी के चल रहे हैं। हैरत कि बात यह है कि शहर के बीचोबीच यह सभी पीजी चल रहे है मगर इसकी जानकारी ना तो नगर परिषद को ओर ना पुलिस व प्रशासन को जिसके चलते अब लोगों ने भी नप, पुलिस व प्रशासन की कार्य प्रणाली को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।

ये है नियम

  • पीजी हाउस खोलने से पहले पंजीकरण करवाएं
  • मकान मालिक जब भी कोई किराएदार या पीजी हाउस में किसी को रखे तो उसका पूरा बायोडाटा पुलिस थाने में जमा करवाएं व बाडयोटा की प्रति डीसी आफिस में भी जमा करवाएं।
  • सुरक्षा के लिहाज से लड़कियों के आने-जाने का समय सुनिश्ििचत किया जाए व उसके लिए रजिस्टर लगाया जाए।
  • सुरक्षा के पुख्ता इतजाम हो।
  • स्वच्छ खाना पीजी हाउस में उपलब्ध करवाया जाए।

कहा और कैसे करवाएं रजिस्ट्रेशन किसी को नहीं पता

पीजी हाउस पंजीकरण को लेकर कहा और कैसे आवेदन करे इसकी जानकारी पीजी संचालकों को तो क्या सरकारी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों के पास भी नहीं है। पीजी पंजीकरण को लेकर जब एसडीएम आफिस, सीटीएम आफिस, डीसी आफिस और शहर थाना में पूछा गया कि पंजीकरण कहा होता है तो वहा बैठे कर्मचारियों ने अनभिज्ञता जाहिर की। कर्मचारियों ने एक दूसरे के विभाग में जाने की सलाह तक दे डाली।

क्यों नहीं कराते रजिस्ट्रेशन

पीजी रजिस्ट्रेशन ना करवाने का बड़ा कारण यह है कि पहले पीजी संचालक को नगर परिषद के पास अपने यहां मौजूद लोगों का पूरा ब्योरा देकर पंजीकरण करानी होता है। यदि पंजीकरण हो जाए तो, ऐसे में उन्हें कमर्शियल रेट अदा करना होता है। इसके बाद उन्हें संबंधित थानों में इसकी जानकारी देनी पड़ती है। वहीं नगर परिषद से पीजी के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य है।

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यहां है सबसे ज्यादा पीजी

शहरमें सबसे अधिक जनसाली,सुराड़ा,बनगोटू मोहल्ला व सुल्तानपुर व बालू के आसपास वाले मोहल्लों गलियों में चल रहे है, क्योंकि ये इलाके मेडिकल कालेज व पीजी कालेज के आसपास है शिक्षा का हब के रूप में जाना जाता है। इन क्षेत्रों में ज्यादातर पीजी बने हुए हैं। इन जगहों पर सबसे ज्यादा संख्या स्टूडेंट्स की होती है। एक-एक कमरे में 4 से 5 प्रशिक्षु रहते हैं। इनकी भी पूरी जानकारी नहीं होती।

निगम अधिकारियों से होगी बात, जुटाएंगे ब्यौरा

अगर बिना रजिस्ट्रेशन शहर में पेइंग गेस्ट (पीजी) चल रहे है, तो ये नियमों के विरुद्ध है। पीजी रजिस्ट्रेशन नहीं होने से नगर परिषद को मिलने वाले टैक्स का नुकसान हो रहा है। पीजी के रजिस्ट्रेशन के लिए नगर परिषद अधिकारियों से बात की जाएगी और सर्वे करवाकर पीजी का ब्यौरा जुटा जाएगा। वहीं सरकार की बनाई पीजी पॉलिसी को भी सख्ती से लागू करवाया जाएगा। -नीलम नैयर, अध्यक्ष नगर परिषद चंबा

पुलिस को जानकारी देना है जरूरी :एसपी

पुलिस के पास चंबा शहर में कितने पीजी है इसकी कोई जानकारी नही है। जो भी मकान मालिक या पीजी संचालक अपने घर या पीजी हाउस में किसी को रखता है तो उसका पूरा बायोडाटा थाने में मोबाइल नंबर सहित जमा करवाएं। पुलिस के पास पीजी संचालकों को जानकारी देना जरूरी है। शहर में कितने पीजी चल रहे है पुलिस भी अपने स्तर पर डाटा जुटाएगी। -अभिषेक यादव, थाना प्रभारी सदर चंबा

अभी नगर परिषद के पास कोई भी पजी पंजीकृत नही है। नप चंबा में बिना पंजीकरण चल रहे पीजी संचालकों पर दो दिन के भीतर कार्रवाई करने जा रहा है। बिना पंजीकरण अगर कोई पीजी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। -जेसी संख्यान,कार्यकारी अधिकरी नप चंबा

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