Sikh for Justice की धमकी पर बोले CM सुक्खू, पर्यटक न करें चिंता; विधानसभा के बाहर लिखे थे खालिस्तानी नारे
जल शक्ति विभाग कार्यालय धर्मशाला की दीवार पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे गए थें। इस मामले में पुलिस को अभी तक पुख्ता जानकारी नहीं मिली है लेकिन विभाग के कार्यालय और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच के दौरान दो संदिग्ध लोग दिखे हैं। चेहरे पर मास्क होने के कारण उनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
जागरण टीम, शिमला/धर्मशाला: धर्मशाला में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखने व सिख फार जस्टिस प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू की धमकी पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का बयान सामने आया है। सीएम ने कहा है कि कुछ लोग ध्यान आकर्षित करने के लिए ऐसा करते हैं। प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। प्रदेश व केंद्र की सरकार देश-विदेश के पर्यटकों को सुरक्षा देने में पूरी तरह सक्षम है।
इससे पहले भी इस प्रकार की धमकियां दी गई लेकिन कुछ भी नहीं हुआ।
सीसीटीवी में दिखे थे दो संदिग्ध
मंगलवार रात को जल शक्ति विभाग कार्यालय धर्मशाला की दीवार पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे गए थे। इस मामले में पुलिस को अभी तक पुख्ता जानकारी नहीं मिली है, लेकिन कार्यालय और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच के दौरान दो संदिग्ध लोग दिखे हैं। चेहरे पर मास्क होने के कारण उनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
पुलिस घटनास्थल के आसपास अन्य सीसीटीवी कैमरों की मदद से उनकी पहचान करने की कोशिश कर रही है। बुधवार सुबह पुलिस ने पर्यटन विभाग कार्यालय के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी, जिसमें दो संदिग्ध लोग दिखे। ये लोग कोतवाली बाजार की ओर से आ रहे थे। शाम करीब साढ़े सात बजे का समय होने के कारण संदिग्धों के पहने कपड़ों का रंग भी पता नहीं चल पाया है।
विधानसभा परिसर के बाहर लिखे गए खालिस्तानी नारे
अब पुलिस गांधी वाटिका से लेकर जल शक्ति विभाग के बीच अन्य सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है। नारे लिखने की जिम्मेदारी पन्नू ने ली है। धर्मशाला क्षेत्र में मई 2022 में धर्मशाला स्थित विधानसभा परिसर के बाहर खालिस्तानी नारे लिखे गए थे। कांगड़ा पुलिस ने इस मामले में पंजाब के मोरिंडा के रहने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांगड़ा वीर बहादुर ने बताया कि जांच जारी है। अब तक आरोपितों की पहचान नहीं हो पाई है।
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