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LIVE: Himachal Assembly Winter Session शुरू, आपदा प्रभावित प्रभावित 83 लोगों ने मांगी जमीन; 72 आवेदन लंबित

Himachal Assembly Winter Session हिमाचल प्रदेश के तपोवन में आज से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। विधानसभा सत्र की शुरुआत ही भाजपा के आक्रामक रवैया के साथ हुई है। सत्र शुरू होने से पहले ही भाजपा नेताओं ने सदन के बाहर सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाज़ी की और प्रदेश सरकार को 10 गारंटीयों की याद दिलाई।

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Tue, 19 Dec 2023 03:09 PM (IST)
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Himachal Assembly Winter Session आज, हंगामेदार रहेगा सत्र
मुनीष गारिया, धर्मशाला। Himachal Assembly Winter Session: हिमाचल प्रदेश 14वीं विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। सत्र शुरू होने से पूर्व सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू विपक्ष के विधायकों से मिलने गए।

नए मंत्रियों का कराया परिचय 

सत्र शुरू होते ही मुख्यमंत्री सुक्खू ने अपने मंत्रीमण्डल में शामिल किए गए 2 नए मंत्रियों यादविंदर सिंह गोमा और राजेश धर्माणी का परिचय दिया। इसके बाद विधानसभा क्षेत्र चम्बा के पूर्व विधायक बाल कृष्ण चौहान के निधन पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने शोकोदगार प्रस्तुत किया।

इसमें नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी भाजपा की और से बात रखते हुए शोक प्रकट किया। प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद नूरपुर विधायक रणवीर निक्का ने पठानकोट मंडी फोरलेन निर्माण के चलते खजियाँ स्थित गौसदन बंद होने के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव सदन में लाया

प्रश्नकाल में दो ही प्रश्नों पर हुई चर्चा 

विधानसभा क्षेत्र रेणुका के विधायक विनय कुमार विधानसभा के उपाध्यक्ष होंगे। प्रश्नकाल के दौरान 2 ही प्रश्नों पर चर्चा हुई। इसमें नाचन विधायक की और से पूछे गए स्कूलों को लेकर ही चर्चा हुई। प्रश्न के जबाव में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर बताया कि इस साल हिमाचल में आई प्राकृतिक आपदा में प्रदेश में 51 स्कूल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए है।

सरकार की और से सबसे पहले इन स्कूलों की मरम्मत करवाई जाएगी। इसके बाद आंशिक क्षतिग्रस्त स्कूलों की मरम्मत होगी। स्कूलों के वच्चों से सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है।

पांच मरला भूमि की मांग कर रहे लोग

आपदा में भूमिहीन हुए लोग सरकार से मिलने वाले 5 मरला भूमि की मांग कर रहे हैं। आपदा के बाद अब तक प्रदेश में आपदा प्रभावित 83 लोग भूमि के लिए आवेदन कर चुके हैं। इसमें 11 आवेदनों के स्वीकृति मिल चुकी है एवं उन्हे भूमि आवंटित हो चुकी है, जबकि 72 आवेदन अभी लंबित है।

 ऊना में 35 लोगों ने किया आवेदन 

जानकारी के मुताबिक आपदा प्रभावित लोगों में भूमि के लिए आवेदन करने वालों में सबसे अधिक जिला ऊना से आए हैं। ऊना में 35 लोगों ने आवेदन किया है और ये आवेदन अभी लंबित हैं। इसी तरह बिलासपुर में 29 आवेदन लंबित हैं। लाहौल स्पीति और शिमला में 7-7 अभी लंबित है। स्वीकृत हुए आवेदनों में मंडी जिला के सभी 6 और हमीरपुर से पांच लोगों को जमीन दे दी गई है।

भूमि के 752  आवेदन लंबित

सदन में राजस्व मंत्री ने विधायक जीत राम कटवाल के प्रश्न के जबाव में बताया कि आपदा प्रभावित लोगों के अलावा भूमि के लिए सामान्य तौर पर आए 752 आवेदन लंबित हैं। इनमें बिलासपुर जिला में 39, चंबा में 42, कांगड़ा 5, किन्नौर 14, कुल्लू 36, मंडी 217, शिमला 12, सोलन 114 और जिला ऊना में 753 आवेदन अभी लंबित हैं।

BJP विधायकों ने सदन के बाहर किया प्रदर्शन

हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत ही भाजपा के आक्रामक रवैया के साथ हुई है।सत्र शुरू  होने से पहले ही भाजपा नेताओं ने सदन के बाहर सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाज़ी की और प्रदेश सरकार को 10 गारंटीयों की याद दिलाई।

इस दौरान भाजपा विधायकों ने गारंटियों का जिक्र करते हुए पोस्टर गले में टांग कर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया।

एक साल हो गया पर पूरी नहीं की गारंटी

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह प्रदर्शन प्रदेश कि कांग्रेस सरकार को याद दिलाने के लिए है कि उन्होंने जनता से वादे किए थे और सत्ता में आए। लेकिन एक साल का समय हो गया अभी तक प्रदेश सरकार ने अपनी गारंटी है पूरी नहीं कि। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस पर तंज कसा और कि देश भर ने देख लिया है की गारंटी का क्या हश्र होता है।

चिकित्सक और स्टाफ के रिक्त पदों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष

हिमाचल प्रदेश के अस्पतालों व नर्सिंग कॉलेज नेरचौक मंडी में चिकित्सकों, नर्स और स्टाफ की कमी है। पिछले एक साल से डॉक्टरों को इधर से उधर स्थानांतरित करके काम चलाया जा रहा है। मंगलवार को तपोवन में शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ के कमी सरकार के लिए गले ही फांस बनेगी।

स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ की कमी पर प्रशासन को घेरेगी विपक्ष

सदन के दौरान प्रश्नकाल में विपक्ष स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ की स्थिति और आउटसोर्स कर्मचारियों पर सरकार को घेरेगी। इसके अलावा सरकार की लापरवाही के चलते उधर के लटके केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के जदरांगल परिसर निर्माण को लेकर लंबित 30 करोड़ रुपये की देनदारी को भी विपक्ष ने पहले दिन की कार्यवाही के लिए मुख्य मुद्दा बनाया है।

प्रश्नकाल में ये नेता मांगेंगे जवाब

प्रश्नकाल के दौरान बल्ह विधायक इंद्र सिंह गांधी स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश के आयुर्वेदिक, मेडिकल कालेज और नर्सिंग कालेज नेरचौक में चिकित्सकों और स्टाफ की स्थिति की जानकारी मांगेगे। इसके अलावा स्वास्थ्य संस्थानों में आउटसोर्स या प्रोजेक्ट के तहत रखे गए कर्मचारियों की चयन की प्रक्रिया की भी जानकारी मांगेगे।

केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर निर्माण का भी उठेगा मुद्दा

वहीं, दूसरी सुलह विधायक विपिन सिंह परमार शिक्षा मंत्री एवं सरकार से केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर निर्माण को लेकर जबाव मांगेगे। यहां बता दें कि विपक्ष ने यह बात पहले ही साफ कर दी है कि सीयू परिसरों का निर्माण कांग्रेस की लापरवाही के कारण रूका है और सदन में इसको लेकर चर्चा होगी।

नए मंत्रियों का होगा परिचय, शोकोदगार भी होगा

सत्र के पहले दिन सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किए गए दो नए मंत्रियों यादविंद्र गोमा और राजेश धर्माणी का परिचय करवाया जाएगा। इसके अलावा नवंबर माह में हुए चंबा के पूर्व विधायक बाल कृष्ण चौहान के निधन पर शोकोदगार भी होगा।

स्क्रैप नीति पर भी सरकार को करनी होगी अपनी स्थिति स्पष्ट

आठ साल के बाद डीजल और 15 साल के बाद पैट्रोल वाहनों पर स्क्रैप नीति लागू करने को लेकर सरकार ने अभी एक साल में कुछ नहीं किया है। भरमौर विधायक डॉ. जनक राज सदन में मुख्यमंत्री ने स्क्रैप नीति के तहत सरकार द्वारा एक साल में किए गए कामों को लेकर जबाव मांगेंगे और इस नीति को लेकर सरकार की क्या योजना एवं रूपरेखा है यह भी सरकार को पूछा जाएगा।

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प्रश्नकाल के कुछ यह भी महत्वपूर्ण प्रश्न

विपिन सिंह परमार स्वास्थ्य मंत्री से पूछेंगे कि प्रदेश के कितने अस्पतालों में आयुष्मान भारत और हिमकेयर कार्ड चल रहे हैं। इसके अलावा परमार व सतपाल सत्ती यह भी पूछेंगे कि एक साल से प्रदेश के कितने लोगों को सहारा योजना का लाभ मिल रहा है और इस साल कितने नए पात्र लोग इस योजना में शामिल हुए हैं।

वहीं, देहरा विधायक होशियार सिंह मुख्यमंत्री से पर्यटन क्षेत्र में खर्च किए गए पैसों और कांगड़ा में पर्यटन के दृष्टि से चिन्हित की गई नई साइटों की जानकारी मांगेंगे। कांगड़ा विधायक पवन काजल पठानकोट मंडी फोरलेन में राजोल से कछियारी तक हुए सर्वे की जानकारी मांगेंगे।

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