Shimla: हिमाचल में बदलेगा स्नातक का पाठ्यक्रम, शैक्षणिक सत्र 2023-24 से तीसरी कक्षा से शुरू होगा संस्कृत विषय
Himachal शैक्षणिक सत्र 2023-24 से प्रदेश के स्कूलों में तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय शुरू होगा। प्रदेश में तीसरी कक्षा के करीब 62 हजार विद्यार्थी आगामी सत्र से संस्कृत विषय पढ़ेंगे। वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) शिमला में स्नातक कक्षाओं का पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति के तहत बदलेगा।
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Sat, 11 Mar 2023 09:34 AM (IST)
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। शैक्षणिक सत्र 2023-24 से प्रदेश के स्कूलों में तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय शुरू होगा। प्रदेश में तीसरी कक्षा के करीब 62 हजार विद्यार्थी आगामी सत्र से संस्कृत विषय पढ़ेंगे। दो साल पहले हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने तय किया था तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय शुरू किया जाएगा।
बोर्ड का यह प्रस्ताव 2020 की बैठक में स्वीकार किया था। बोर्ड ने सुधा नाम की पुस्तक का मुद्रण कर दिया है और इन्हें डिपो में भेजा जा रहा है। गत सप्ताह प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने कहा था कि तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय शुरू करने पर उन्हें कोई सूचना नहीं आई है।
आगामी सत्र में संस्कृत विषय शुरू
बोर्ड का सदस्य होने के बावजूद निदेशक के इस बयान ने संस्कृत विषय शुरू करने पर संशय पैदा कर दिया था। शिक्षा बोर्ड सचिव डा. विशाल शर्मा ने बताया कि शिक्षा निदेशक से बातचीत में आगामी सत्र में संस्कृत विषय शुरू करने की स्वीकृति मिल गई है।यह होगा प्रारूप
तीसरी से पांचवीं कक्षा के लिए एक ही पुस्तक होगी। इसमें अलग-अलग विषय होंगे, जिन्हें कक्षा के हिसाब से पढ़ाया जाएगा। परीक्षा पांचवीं कक्षा में होगी, लेकिन तीसरी व चौथी कक्षा में इस विषय की मानीटरिंग के लिए विद्यार्थियों के टेस्ट लिए जाएंगे। विद्यार्थियों पर नए विषय का बोझ न पड़े, इसके लिए तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय की शब्दावली से शुरूआत होगी। पहला अध्याय शिष्टाचार व दूसरा परिचय होगा। इसमें संस्कृत भाषा में किस प्रकार से व्यक्तिगत परिचय रखा जाता है, के बारे में बताया जाएगा। तीसरे अध्याय में विद्यार्थियों को अक्षर ज्ञान दिया जाएगा।
हिमाचल में बदलेगा स्नातक का पाठ्यक्रम
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) शिमला में स्नातक कक्षाओं का पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति के तहत बदलेगा। प्रदेश में नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक कक्षाओं के पाठ्यक्रम में युवाओं को रोजगार परक शिक्षा मिल सके, इस दिशा में काम करने का निर्देश जारी किया है।शुक्रवार को कुलपति आचार्य सत प्रकाश बंसल की अध्यक्षता में नई शिक्षा नीति की कार्यान्वयन समिति की कार्यशाला हुई। इसमें स्नातक पाठ्यक्रम की रूपरेखा के संबंध में चर्चा हुई। बैठक में सभी विभागाध्यक्षों ने अपने विषय से संबंधित तैयारियों की रिपोर्ट दी।
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