Himachal News: 'कुर्सी के लिए किसी भ्रष्टाचारी से नहीं होगा समझौता', सीएम सुक्खू बोले- भाजपा लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है
सीएम सुक्खू ने शुक्रवार को गलोड़ में जनसभा की। गलोड़ पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं व लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कुर्सी के लिए किसी भी भ्रष्टाचारी से समझौता नहीं किया जाएगा। भाजपा ने लोकतंत्र को खत्म करने का षडयंत्र रचा है बह कभी पूरा नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी के दुख दर्द को समझता हूं। आगे बोले भाजपा लोकतंत्र खत्म करना चाहती है।
संवाद सहयोगी, गलोड़। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को गलोड़ में जनसभा की। गलोड़ पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं व लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कुर्सी के लिए किसी भी भ्रष्टाचारी से समझौता नहीं किया जाएगा। भाजपा ने लोकतंत्र को खत्म करने का षडयंत्र रचा है बह कभी पूरा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 18 साल की सभी बहनों को चुनाव खत्म होते ही अप्रैल माह से इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना के 1500 रुपये मिलने शुरू हो जाएंगे। राज्य के खजाने को 20 प्रतिशत का सुधार करने में हम कामयाब हुए हैं।
कांग्रेस के छह विद्रोही विधायक को जनता गद्दार करार दे रही
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के छह विद्रोही विधायक जो भाजपा में शामिल हुए हैं, उन्हें आज हिमाचल की जनता गद्दार करार दे रही है। गलोड़ मंडल के अध्यक्ष प्रेम चंद शर्मा व कप्तान कमलेश शर्मा ने उन्हें शाल और टोपी पहनाकर सम्मानित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल की जनता ने जो सपने संजोये हैं उन्हें वह पूरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमने गलोड़ की जनता की मांग पर कालेज दिया और उसमें स्टाफ भी तैनात किया। यहीं नहीं गलोड़ में पुलिस चौकी भी खोली है। इसके अलावा आज गलोड़ में कई लोग भाजपा का दामन छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने फूलों का हार पहना कर उनका स्वागत किया।
आम आदमी के दुख दर्द को समझता हूं- सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी के दुख दर्द को समझता हूं। आम आदमी के अनुसार नियम और कानूनों में संशोधन किया ताकि हिमाचल का आम जनमानस और अंतिम पंक्ति में खड़ा व्यक्ति भी खुद को असहज महसूस न करे। 22 हजार आपदा प्रभावित लोगों के लिए नियमों में बदलाव किया और राजस्व कानून में भी बदलाव किया। अभी तक एक लाख लोगों के इंतकाल मात्र कुछ माह में ही हो गए और लोगों ने राहत की सांस ली।