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Paper Leak Case: उमा आजाद व नितिन आजाद ने सेशन कोर्ट में दायर की चौथी बार जमानत अर्जी, दिया स्वास्थ्य का हवाला

पेपर लीक मामले में आयोग से निलंबित व जेई सिविल पोस्ट कोड 970 के तहत वरिष्ठ सहायक उमा आजाद व उसके बेटे नितिन आजाद ने सेशन कोर्ट हमीरपुर में जमानत के लिए अर्जी दायर की हैं। बता दें इससे पहले भी दोनों की जमानत अर्जी करीब चार बार खारिज की गई है। पुलिस ने उमा आजाद सहित चार आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लिया था।

By Jagran NewsEdited By: Shoyeb AhmedUpdated: Fri, 10 Nov 2023 05:56 PM (IST)
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उमा आजाद व नितिन आजाद ने सेशन कोर्ट में लगाई जमानत के लिए अर्जी

जागरण संवाददाता, हमीरपुर। Paper Leak Case: पेपर लीक मामले में आयोग से निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद (Uma Azad) व उसके बेटे नितिन आजाद (Nitin Azad) ने सेशन कोर्ट हमीरपुर में जमानत के लिए अर्जी दायर की है। इससे पहले भी उमा आजाद व बेटे नितिन आजाद ने जमानत करीब चार बार खारिज कर दी थी।

जेई सिविल पोस्ट कोड 970 के तहत उमा आजाद सहित चार आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लिया गया था। उसके बाद न्यायालय से अब वह न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं। बेटे निखिल आजाद को पहले ही कोर्ट से जमानत मिल चुकी है।

पहले भी चार बार दाखिल करा चुके हैं जमानत के लिए अर्जी

इससे पहले करीब चार बार उमा आजाद व बेटे ने अन्य आरोपितों के साथ अग्रिम जमानत की अर्जी दायर की थी लेकिन कोर्ट उन्हें मामला गंभीर होने के कारण उन्हें जमानत नहीं मिली थी। सचिव जितेंद्र कवंर भी कोर्ट से जमानत पर चल रहे हैं। दूसरा अहम पहलू यह भी है कि अभी तक विजिलेंस थाने में दर्ज अधिकांश मामलों की चार्जशीट विजिलेंस कोर्ट में तथ्य जुटाकर समय पर पेश नहीं हो पाई है और इसके चलते कोर्ट में अधिकांश मामलों की सुनवाई में देरी हो रही हैं ।

आयोग में पहले भी हुई थी जांच

वर्ष 2002 में भी वीरभद्र सरकार के समय यहां विजिलेंस ने रेड की थी और कई लोगों को सजा भी हुई थी। आयोग में 3 दिसंबर 2022 को पोस्टकार्ड 965 जेओए आईटी का पेपर लीक होने पर हिमाचल पुलिस की एसआईटी और विजिलेंस की रेड के बाद आयोग में करीब 13 अलग-अलग पेपर लीक मामलों पर एफआईआर दर्ज हुई 23 गिरफ्तारियां की गई जिनमें 21 को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है।

उसके बाद सीएम ने 21 फरवरी 2023 को आयोग को भंग करने की घोषणा की थी। 4 अप्रैल को पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर एवं कंट्रोलर गिरफ्तार हुआ बाद में कोर्ट ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया था। कंवर का मुख्यालय मंडल आयुक्त कार्यालय शिमला में निर्धारित किया है।

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मुख्य आरोपित आजाद को अब तक नहीं मिली जमानत 

पेपर लीक मामलों में मुख्य आरोपित आजाद को अभी तक जमानत नहीं मिल पाई हैं क्योंकि मामला बहुत गंभीर था लाखों रूपये का गोलमाल किया गया हैं । बता दें कि विजिलेंस ने 23 दिसंबर 2022 को जेओए आईटी पेपर लीक मामले में पहला मामला दर्ज किया।

24 दिसंबर को मुख्य आरोपी उमा आजाद, उनके दो बेटे निखिल आजाद और नितिन आजाद सहित 6 लोगों को कोर्ट में पेश किया। 28 दिसंबर को दूसरा मामला दर्ज किया। 31 दिसंबर को उमा आजाद के दूसरे बेटे नितिन और एक दलाल संजीव के भाई शशिपाल को गिरफ्तार किया। उसके बाद एक के बाद एक मामला पेपर लीक का दर्ज हुआ हैं तथा उसकी जांच में अभी भी विजिलेंस हाथ पैर मार रही हैं।

विजिलेंस ने आरोपितों की जमानत याचिकाएं की खारिज

हर स्तर पर विजिलेंस ने आरोपितों की जमानत याचिकाएं खारिज करवाई हैं। पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर से लेकर मुख्य आरोपित उमा आजाद सहित अन्य आरोपियों के सबूत जुटाए हैं। हर स्तर कोर्ट में चार्जशीट फ्रेम की जा रही हैं तथा हर तथ्य जुटा कर आरोपितों को जेल सलाखों तक पहुंचाने का कार्य विजिलेंस ने मजबूति से किया हैं।- राहुल नाथ , पुलिस अधीक्षक विजिलेंस मंडी।

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