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Hamirpur: हिमाचल प्रदेश भंग कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सचिव अरेस्‍ट, तीन दिन का पुलिस रिमांड; पेपर लीक मामले में हुई गिरफ्तारी

हिमाचल प्रदेश भंग कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के पूर्व सचिव को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही उन्हें मंगलवार को सेशन कोर्ट में पेश किया है जहां उन्हें 15 दिसंबर तक तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया हैं। विजिलेंस ने इसे आधार बनाकर पूर्व सचिव को गिरफ्तार किया हैं। दोनों पोस्ट कोड की लिखित परीक्षा अभी होना बाकी थी।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Tue, 12 Dec 2023 04:40 PM (IST)
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आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर गिरफ्तार अरेस्‍ट (सांकेतिक फोटो)
जागरण संवाददाता , हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश भंग कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर को फिर से पेपर लीक मामले में विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया हैं। साथ ही उन्हें मंगलवार को सेशन कोर्ट में पेश किया है जहां उन्हें 15 दिसंबर तक तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया हैं। मिली जानकारी के मुताबिक आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर को विजिलेंस टीम ने आयोग से निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद के घर पर मिले पेपरों के आधार पर गिरफ्तार किया हैं।

कंप्यूटर ऑपरेटर पोस्ट कोड 1003 व जूनियर ऑडिटर पोस्ट कोड 1036 के पेपर उमा आजाद घर पर विजिलेंस को रेड के दौरान चार सेट मिले थे जिनमें दो सेट जेआए आइटी पोस्ट कोड 965,एक सेट कंप्यूटर ऑपरेटर पोस्ट कोड 1003, एक सेट जूनियर ऑडिटर पोस्ट कोड 1036 मिला था। इसकी जांच करने पर पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर ने माना था कि यह वही पेपर हैं जो उन्होंने लिखित परीक्षा के लिए सेट किए हैं।

विजिलेंस ने पूर्व सचिव को किया गिरफ्तार

विजिलेंस ने इसे आधार बनाकर पूर्व सचिव को गिरफ्तार किया हैं। दोनों पोस्ट कोड की लिखित परीक्षा अभी होना बाकी थी। विजिलेंस टीम ने 23 दिसंबर 2022 को यह मामला पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर व उमा आजाद के खिलाफ दर्ज किया था और उसकी जांच चल रही थी।

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विजिलेंस ने आयोग से पेपर लीक के 13 मामलों 23 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। जिसमें इससे पहले भी पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर जेओए पोस्ट कोड 965 में गिरफ्तार होकर पुलिस रिमांड सहित करीब एक माह तक न्यायिक हिरासत में रह चुके हैं और फिर उन्हें सेशन कोर्ट से जमानत मिली थी और अब इनका हेडक्वाटर मंडलायुक्त कार्यालय शिमला निर्धारित किया गया था।

पहले भी हुई थी जांच

वर्ष 2002 में भी वीरभद्र सरकार के समय यहां विजिलेंस ने रेड की थी कई लोगों को सजा भी हुई थी। आयोग में 3 दिसंबर 2022 को पोस्टकार्ड 965 जेओए आईटी का पेपर लीक होने पर हिमाचल पुलिस की एसआईटी और विजिलेंस की रेड के बाद आयोग में करीब 13 अलग-अलग पेपर लीक मामलों पर एफआईआर दर्ज हुई 23 गिरफ्तारियां की गई।

इनमें 21 को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है उसके बाद सीएम ने 21 फरवरी 2023 को आयोग को भंग करने की घोषणा की थी। 4 अप्रैल को पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर एवं कंट्रोलर गिरफ्तार हुआ बाद में कोर्ट ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया था।

छह लोगों को किया गया कोर्ट में पेश

कंवर का मुख्यालय मंडल आयुक्त कार्यालय शिमला में निर्धारित किया है। 24 दिसंबर को मुख्य आरोपी उमा आजाद, उनके दो बेटे निखिल आजाद और नितिन आजाद सहित 6 लोगों को कोर्ट में पेश किया। 28 दिसंबर को दूसरा मामला दर्ज किया। 31 दिसंबर को उमा आजाद के दूसरे बेटे नितिन और एक दलाल संजीव के भाई शशिपाल को गिरफ्तार किया। इसी तरह कुल 13 मामले 23 लोगों के खिलाफ दर्ज किए थे जिनमें पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर को आरोपी बनाया गया हैं।

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हिमाचल प्रदेश भंग कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर को फिर से पेपर लीक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। पूर्व सचिव द्वारा तैयार किए गए पेपर उमा आजाद के घर पर रेड दौरान विजिलेंस टीम के हाथ लगे थे और उन पेपरों की जांच में पाया गया हैं कि वह पेपर पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर द्वारा ही तैयार किए गए थे और उस समय गोपनीय शाखा में कार्यरत निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद ने वहां से पेपर लीक करने की नियत से अपने घर में रखे थे। पूर्व सचिव को कोर्ट में पेश किया गया है जहां से उन्हें 15 दिसंबर तक तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया हैं। - राहुल नाथ , पुलिस अधीक्षक विजिलेंस मंडी।

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