Hamirpur: हिमाचल प्रदेश भंग कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सचिव अरेस्ट, तीन दिन का पुलिस रिमांड; पेपर लीक मामले में हुई गिरफ्तारी
हिमाचल प्रदेश भंग कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के पूर्व सचिव को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही उन्हें मंगलवार को सेशन कोर्ट में पेश किया है जहां उन्हें 15 दिसंबर तक तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया हैं। विजिलेंस ने इसे आधार बनाकर पूर्व सचिव को गिरफ्तार किया हैं। दोनों पोस्ट कोड की लिखित परीक्षा अभी होना बाकी थी।
विजिलेंस ने पूर्व सचिव को किया गिरफ्तार
विजिलेंस ने इसे आधार बनाकर पूर्व सचिव को गिरफ्तार किया हैं। दोनों पोस्ट कोड की लिखित परीक्षा अभी होना बाकी थी। विजिलेंस टीम ने 23 दिसंबर 2022 को यह मामला पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर व उमा आजाद के खिलाफ दर्ज किया था और उसकी जांच चल रही थी।पहले भी हुई थी जांच
छह लोगों को किया गया कोर्ट में पेश
कंवर का मुख्यालय मंडल आयुक्त कार्यालय शिमला में निर्धारित किया है। 24 दिसंबर को मुख्य आरोपी उमा आजाद, उनके दो बेटे निखिल आजाद और नितिन आजाद सहित 6 लोगों को कोर्ट में पेश किया। 28 दिसंबर को दूसरा मामला दर्ज किया। 31 दिसंबर को उमा आजाद के दूसरे बेटे नितिन और एक दलाल संजीव के भाई शशिपाल को गिरफ्तार किया। इसी तरह कुल 13 मामले 23 लोगों के खिलाफ दर्ज किए थे जिनमें पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर को आरोपी बनाया गया हैं। यह भी पढ़ें: Himachal News: मुख्यमंत्री सुक्खू ने हमीरपुरवासियों को दी विकास की सौगात, इलेक्ट्रिक बस डिपो से लेकर पेयजल योजना को दी मंजूरीहिमाचल प्रदेश भंग कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर को फिर से पेपर लीक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। पूर्व सचिव द्वारा तैयार किए गए पेपर उमा आजाद के घर पर रेड दौरान विजिलेंस टीम के हाथ लगे थे और उन पेपरों की जांच में पाया गया हैं कि वह पेपर पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर द्वारा ही तैयार किए गए थे और उस समय गोपनीय शाखा में कार्यरत निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद ने वहां से पेपर लीक करने की नियत से अपने घर में रखे थे। पूर्व सचिव को कोर्ट में पेश किया गया है जहां से उन्हें 15 दिसंबर तक तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया हैं। - राहुल नाथ , पुलिस अधीक्षक विजिलेंस मंडी।