पहली जून को होने वाले मतदान के लिए प्रचार अभियान जोर-शोर से जारी है। 2004 से 2014 तक केंद्र में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए सरकार रही जबकि 2014 से पीएम मोदी सरकार सत्ता में है। अब आम चुनाव चल रहे हैं तो आम लोगों के मन में यह प्रश्न कौंध रहे हैं कि किस सरकार के कार्यकाल में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के हिस्से क्या आया है।
दैनिक जागरण ने पड़ताल की तो सामने आया कि बीते 10 वर्षों में यहां एम्स जैसे बड़े संस्थान मिलने के साथ ही कार्य भी तेजी से हुआ है।
हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज
बिलासपुर में बंदला की पहाड़ियों पर हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मन में विचार तो 2009 में ही आया था, लेकिन उस समय केंद्र में यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) सरकार थी, इस वजह से यह विचार कागजों से बाहर नहीं निकल पाया।
साल 2014 में केंद्र में राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की सरकार आई। जुलाई 2016 में हिमाचल सरकार व एनटीपीसी और एनएचपीसी में एक समझौता हुआ और इस परियोजना के लिए 125 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया। इसके बाद नौ सितंबर 2016 को इसकी अधिसूचना जारी हुई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 अप्रैल 2017 को शिमला दौरे के दौरान ऑनलाइन इसका शिलान्यास किया था। 2017-18 से इसका पहला बैच नगरोटा बगवां में शुरू हुआ। इस संस्थान में बीटेक के कई कोर्स चल रहे हैं। इनमें सिविल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग के कोर्स हैं। प्रत्येक कोर्स में 60 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं।
ऊना में आइआइआइटी
ऊना जिले के सलोह में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इनफोरमेशन एंड टेक्नोलॉजी (आइआइआइटी) को स्थापित करने की चर्चा यूपीए सरकार के कार्यकाल 2014 में शुरू हुई थी, इसके बाद केंद्र में राजग गठबंधन की सरकार ने 2014 में सत्ता में आने के बाद शिक्षा मंत्रालय से 2015 में इसकी स्वीकृत मिली।अपना भवन न होने के कारण कुछ वर्षों तक इसकी कक्षाएं हमीरपुर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) में चलती रहीं। प्रधानमंत्री मोदी ने अक्टूबर 2022 में इसका उद्घाटन किया था। सलोह में करीब 60 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में फैले इस संस्थान के अपने भवन में कक्षाएं चल रही हैं।
बिलासपुर में एम्स
हिमाचल में पहला एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) बिलासपुर में स्थापित करने में 10 साल से सत्तासीन नरेन्द्र मोदी सरकार की अहम भूमिका रही है। इतने बड़े संस्थान का निर्माण कार्य रिकॉर्ड समय में हुआ है। वर्ष 2017 में प्रधानमंत्री मोदी ने बिलासपुर के कोठीपुरा में इसकी आधारशिला रखी थी। निर्माण में 1470 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। पीएम मोदी ने पांच अक्टूबर 2022 को इसका उद्घाटन किया था।
इस अत्याधुनिक अस्पताल में 750 बेड, 64 बेड का आइसीयू वार्ड है। अस्पताल में 18 स्पेशिलिटी एवं 17 सुपर स्पेशिलिटी विभागों की सेवाएं भी मरीजों को मिल रही हैं। एम्स में 100 सीट का मेडिकल कॉलेज भी चल रहा है। 60 सीट का नर्सिंग कॉलेज भी संचालित किया गया है।इसे बनवाने में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का योगदान है। छह अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संस्थान का उद्घाटन किया।
बल्क ड्रग पार्क
बल्क ड्रग पार्क ऊना जिले के हरोली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 13 अक्टूबर 2022 को बल्क ड्रग पार्क की आधारशिला रखी थी।1900 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहे से इस प्रोजेक्ट से 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। इसके तौयार होने से एपीआइ (दवा के चिकित्सकीय गुणों के लिए जिम्मेदार यौगिक) आयात पर निर्भरता घटाने में मदद करेगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस
वंदे भारत एक्सप्रेस देश में चलने वाली चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस भी हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के ऊना से शुरू हुई है। इस ट्रेन का जिक्र केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर अक्सर अपने भाषणों में भी करते हैं। अक्टूबर 2022 में प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य के लोगों को यह सुविधा दी थी। उस समय देश में सिर्फ तीन ही वंदे भारत चल रही थीं जबकि चौधी ऊना के अम्ब अंदौरा से दिल्ली के लिए शुरू की गई थी। इस ट्रेन से यात्रा और भी सुगम हो गई है।
हमीरपुर मेडिकल कॉलेज
हमीरपुर जिले के जोलसप्पड़ में बन रहे डाक्टर राधा कृष्णन मेडिकल कॉलेज के लिए कांग्रेस व भाजपा में श्रेय लेने की होड़ मची रहती है लेकिन हकीकत यह है कि 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र में सत्तासीन कांग्रेस सरकार ने इसकी घोषणा की थी।साल 2015 में नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल में 174 करोड़ रुपये मंजूर हुए। उस समय प्रदेश में कांग्रेस सरकार थी। इस भवन के निर्माण के लिए जमीन ढूंढ़ने व एफसीए की मंजूरी में ढाई साल बीत गए। 2017 में सत्ता बदली तो जयराम ठाकुर के नेतृत्व में सरकार बनी।
उसके बाद इसके जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही अन्य कार्य में तेजी आई। जून 2018 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व सांसद अनुराग ठाकुर ने इसकी आधारशिला रखी। 250 बिस्तर वाले मेडिकल कॉलेज भवन पर 206 करोड़ रुपये व 1.91 करोड़ रुपये की लागत से आवासीय ब्लाक तैयार किया जा रहा है। कई भवन तैयार हो चुके हैं। इसी साल इसका उद्घाटन हो जाएगा।
200 करोड़ का सेंटर
ऑफ एक्सीलेंस
हमीरपुर शहर के साथ सटे खसग्रां में 200 करोड़ रुपये से बनने वाले नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का शिलान्यास केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसी साल मार्च में किया है।स्पोटर्स अथारिटी ऑफ इंडिया (साई) के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में ओलंपिक साइज का स्वीमिंग पूल, वार्म अप पूल भी बनेगा। यहां एक साथ तीन हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाला हाल भी बनेगा। यहां फील्ड आर्चरी, मल्टीपर्पज हाल, शूटिंग रेंज, स्क्ववैश, टेबल टेनिस सहित कई इनडोर खेलों की सुविधा मिलेगी।
नई रेलगाड़ियां
नई रेलगाड़ियां 2014 से अब तक ऊना रेलवे स्टेशन में 13 नई ट्रेन शुरू हुई हैं। ऊना से 2014 से पहले मात्र एक ही रेलगाड़ी आवागमन करती थी। अनुराग ठाकुर के प्रयासों से वंदे भारत से लेकर कई ट्रेन शुरू हुई हैं। संसदीय क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए ऊना से इस समय 14 ट्रेन चल रही हैं।इसके अलावा बिलासपुर भानूपल्ली रेललाइन निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। ऊना जिले के अम्ब अंदौर से दौलतपुर चौक तक रेललाइन तैयार हुई। इसका अब तलवाड़ा तक विस्तार किया जा रहा है।
पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर
ऊना जिले के मलाहत में बन रहा पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। 300 बेड की सुविधा वाले इस संस्थान का 50 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है।495 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहे इस सेंटर के बनने से लोगों को इलाज के लिए पीजीआइ चंडीगढ़ जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे तैयार होने से कांगड़ा, हमीरपुर और साथ सटे पंजाब के क्षेत्रों को भी लाभ मिलेगा। 2019 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा व अनुराग ठाकुर ने इसकी आधारशिला रखी थी।
यह भी पढ़ें- HIMCARE Card Yojana: खुशखबरी! हिमाचल में अब जब चाहें तब करा सकते हैं हिमकेयर कार्ड रिन्यू, लाखों परिवार होंगे लाभान्वित