जाहू बस अड्डे का होगा आधुनिकीकरण
तीन जिलों हमीरपुर बिलासपुर और मंडी का संगम स्थल जाहू के बस अड्डे क
संवाद सहयोगी, जाहू : तीन जिलों हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी का संगम स्थल जाहू के बस अड्डे को बदलकर नए बस अड्डे के निर्माण की मुहिम पर संघर्ष समिति का विरोध रंग लाया है। अब परिवहन विभाग वर्तमान सब अड्डे का आधुनिकीकरण करेगा।
परिवहन विभाग ने तीन माह पहले जाहू में नए बस अड्डे के निर्माण के लिए सीर खड्ड के किनारे राजस्व विभाग से भूमि की निशानदेही करवाई थी। भोरंज एसडीएम से उक्त भूमि को परिवहन विभाग के नाम ट्रांसफर करने के लिए पत्र लिखा था। इस पत्र में नए बस अड्डे के निर्माण में भोरंज विधायक कमलेश कुमारी की प्राथमिकता को बताया गया था। नए बस अड्डे की इस कवायद का जब स्थानीय लोगों को पता चला तो उन्होंने इसका कड़ा विरोध किया। इसके लिए स्थानीय दुकानदारों द्वारा बस अड्डा बचाओ संघर्ष समिति का गठन करने जिलाधीश हमीरपुर और भोरंज एसडीएम स्वाति डोगरा को ज्ञापन दिया गया। इस कड़े विरोध के चलते दो दिन पहले भोरंज विश्राम गृह में भोरंज विधायक कमलेश कुमारी ने परिवहन विभाग की अधिकारियों के साथ बैठक की है तथा वर्तमान बस अड्डे को माडर्न बनाने का निर्णय लिया।
उपमंडलीय प्रबंधक तकनीक हमीरपुर कार्यालय से मुख्य कार्यकारी अधिकारी बस स्टैंड प्रबंधन एवं विकास प्राधिकरण को भेजे गए पत्र से खुलासा हुआ है कि अब नए बस अड्डे के बजाय वर्तमान बस अड्डे को आधुनिक तरीके से तैयार किया जाएगा। इसमें कार पार्किंग के साथ हिमाचल पथ परिवहन निगम की दुकानों का निर्माण तथा यात्रियों को आधुनिक सुविधा देने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए किसी प्रकार के धन की कमी न आने की वचनबद्धता दी गई है। नया बस अड्डा बनना तर्कसंगत नहीं
जाहू बस अड्डा सुधार एवं संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष डा. गौरी सागर भारद्वाज का कहना है कि शरारती तत्वों की वजह से नए बस अड्डे के निर्माण की कवायद शुरू की गई है। अब संघर्ष समिति के विरोध के कारण परिवहन विभाग के अधिकारियों को वर्तमान बस अड्डे का ही आधुनिकीकरण करने की बात कही है। संघर्ष समिति के सदस्य भी यही मांग करते आ रहे हैं, लेकिन स्थानीय पंचायत, व्यापार मंडल के सदस्यों व दुकानदारों से विचार-विमर्श करके खड्ड के किनारे फ्लड जोन में नया बस अड्डा बनाना सरकारी धन का दुरुपयोग होगा।