Himalayan Glacier Melting: हिमालय की चार घाटियों के ग्लेशियर पिघले और बन गई 1475 झीलें, देखिए वीडियो
Himalayan glacier melting हिमालयी क्षेत्र की चार घाटियों चिनाब ब्यास रावी व सतलुज में ग्लेशियर पिघलने से 1475 झीलें बनी हैं। इनमें से 68 झीलें 10 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फैली हैं। ग्लोबल वाॄमग के कारण तापमान में वृद्धि होने से ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं।
हिमालयी क्षेत्र में बनी झीलों का विज्ञानी पांच वर्ष से अध्ययन कर रहे हैं। अध्ययन ने दौरान सामने आया है कि ग्लेशियर पिघलने से हिमाचल की नदियों में पानी की मात्र में तीन से चार फीसद तक वृद्धि हुई है। आने वाले वर्षो में पानी की मात्र में और बढ़ोतरी होने की संभावना है।बर्फ से ढकी हिमालय क्षेत्र की पहाड़ियाँ। यहां वर्षों पुराने ग्लेशियर के पिघलने से कई झीलें बन गई हैं, जो कभी भी बड़ा खतरा बन सकती हैं। लिहाज़ा इनकी लगातार निगरानी की जा रही है।@JagranNews @mygovhimachal @hp_tourism #HimalayanGlaciers pic.twitter.com/qZossf8frm
— amit singh (@Join_AmitSingh) August 26, 2021
हिमाचल प्रदेश के पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सदस्य सचिव निशांत ठाकुर ने बताया कि हिमालयी क्षेत्र में ग्लेशियर पिघलने से बनी झीलों की निगरानी की जा रही है। यह देखा जा रहा है कि इन झीलों से क्षेत्र में क्या परिवर्तन आ रहा है।हिमाचल प्रदेश के पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सदस्य सचिव निशांत ठाकुर बताते हैं हिमालयी क्षेत्र में बनी झीलों को तीन अलग कैटेगिरी में बांटा गया है। इसी आधार पर इनकी निगरानी की जा रही है। देखा जा रहा है कि इन झीलों से क्षेत्र में क्या परिवर्तन आ रहा है। pic.twitter.com/5CWOsbLYvA
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हिमाचल प्रदेश के पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के प्रधान विज्ञानी एसएस रंधावा ने बताया कि हिमालयी क्षेत्र की चार घाटियों में 10 हेक्टेयर व उससे अधिक क्षेत्र में फैली झीलों की लगातार निगरानी जरूरी है। इन झीलों का आकार बढ़ना खतरनाक है। आपदा आने पर लोगों को आपदा नियंत्रण कक्षों के माध्यम से जानकारी दी जाती है।हिमाचल प्रदेश के पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के प्रधान विज्ञानी एसएस रंधावा बता रहे हैं कि हिमालयी क्षेत्र की चार घाटियों में 10 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में झीलें फैली हैं, जिनकी लगातार निगरानी जरूरी है। इन झीलों का आकार बढ़ना खतरनाक हो सकता है।@JagranNews pic.twitter.com/e4l47W5u9c
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