बाहरी व्यक्ति को टिकट देने पर धर्मशाला भाजपा मंडल के 250 पदाधिकारियों ने दिया सामूहिक इस्तीफा, लगाए ये आरोप
Dharamshala BJP Mandal भाजपा हाईकमान ने जो लिस्ट उम्मीदवारों की जारी की उसमें मंडल से प्रस्तावित उम्मीदवारों से कोई भी नाम नहीं था। लंबे समय से जो व्यक्ति कांग्रेस का काम करता रहा जो व्यक्ति दल बदलकर आया है उसे पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। Dharamshala BJP Mandal, धर्मशाला मंडल भाजपा के करीब 250 कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने तमाम मोर्चों से अपने पदों से सामूहिक तौर इस्तीफा दे दिया है। यह त्याग पत्र उन्होंने मंडल अध्यक्ष अनिल चौधरी को सौंपा है। अनिल चौधरी ने इन त्याग पत्रों को स्वीकार भी कर लिया है। उन्होंने पूछा है कि पार्टी हाईकमान स्पष्ट करे कि दल बदलकर आए व्यक्ति को क्यों टिकट दे दिया। इसलिए कार्यकर्ता नाराज हैं। यही इस्तीफे की वजह है।
यह बोले मंडल अध्यक्ष अनिल चौधरी
12 नवंबर, 2022 को चुनाव है और भाजपा हाईकमान ने जो लिस्ट उम्मीदवारों की जारी की उसमें मंडल से प्रस्तावित उम्मीदवारों से कोई भी नाम नहीं था। लंबे समय से जो व्यक्ति कांग्रेस का काम करता रहा, जो व्यक्ति दल बदलकर आया है उसे पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। मेरी माता का देहांत हो गया था, मैं वहां व्यस्त था, आज सभी कार्यकर्ता यहां एकत्रित हुए हैं। कार्यकर्ताओं की समस्या सुनी है। पार्टी के कार्यकर्ता को टिकट दिया जाता है तो उसके लिए कार्य करेंगे नहीं तो कार्य नहीं करेंगे। आज मंडल के करीब करीब 250 कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफा उन्हें सौंप दिया है। साथ ही अपील की है कि उनके द्वारा दिए गए पैनल में से ही टिकट वितरित होनी चाहिए जो नहीं हुआ उसका पार्टी हाईकमान को भी स्पष्टीकरण देना चाहिए ।
कहा, किस आधार पर दी राकेश चौधरी को टिकट समझ से परे
अनिल चौधरी ने कहा कि कार्यकर्ता इस बात को लेकर खफा हैं कि वे लंबे अरसे से पार्टी में रहकर रात दिन काम करते हैं और जब टिकट वितरण की बारी आती है तो किसी दलबदलू और पार्टी से बाहर के नेता को टिकट थमा दी जाती है जो कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सरासर अन्याय है। राकेश चौधरी तो लंबे समय तक कांग्रेस में काम करते रहे, उनके खिलाफ उपचुनाव लड़ा। AAP में भी गए और आज भाजपा ने उन्हें न जाने किसके तहत टिकट वितरण कर दिया। यह समझ से परे है। राकेश चौधरी कह रहे हैं कि वह भाजपा के हैं मगर लंबे समय से मंडल अध्यक्ष हैं। उन्होंने कभी राकेश को बैठक में मौजूद नहीं देखा न उनसे पहले अध्यक्ष रहे।