सरसों के तेल में पाई गई एसिड की अधिक मात्रा, लीवर और पेट के लिए बेहद घातक, पढ़ें पूरा मामला
Mustard Oil करियाना की दुकानों पर मिलने वाला अधिकतर सरसों का तेल हमारे लीवर व पेट के लिए घातक है। खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। विभाग ने जुलाई में इसके सैंपल करियाना की दुकानों से भरे थे।
मंडी, जागरण संवाददाता। करियाना की दुकानों पर मिलने वाला अधिकतर सरसों का तेल हमारे लीवर व पेट के लिए घातक है। खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। विभाग ने जुलाई में इसके सैंपल करियाना की दुकानों से भरे थे। गत दिनों आई इसकी रिपोर्ट में अब सरसों के तेल के सैंपल फेल हो गए, इसमें एसिड की मात्रा अधिक पाई गई थी। इसके साथ ही आटे में फंगस पाया गया है।
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने जुलाई माह में बल्ह क्षेत्र में करियाना दुकानों से एक निजी कंपनी के सरसों के तेल सहित दालों, आटे आदि के 20 सैंपल भरे थे। इनको जांच के लिए लैब में भेजा गया था। लैब से आई आठ सैंपलों की रिपोर्ट में सरसों के तेल का सैंपल फेल पाया गया है। इसमें एसिड की मात्रा अधिक होने से यह हमारे पेट और लीवर के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।
ऐसे में अब विभाग ने अब उस स्टॉक को न बेचने के लिए संबंधित कंपनी को नोटिस जारी करेगा और उसे बाजार से उसका स्टॉक उठाने के आदेश जारी किए जाएंगे। विभाग ने जिस एरिया से सैंपल भरे थे, वहां पर भी इसको बेचने के लिए दुकानदारों को मना कर दिया है। अगर कोई ऐसा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं बुधवार को विभाग की टीम ने सुंदरनगर क्षेत्र में जाकर दुकानों से सैंपल भरे हैं।
होते हैं जानलेवा नुकसान
हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. मुकुल का कहना है तेल में अगर एसिड की मात्रा अधिक हो तो जब यह शरीर में जाता है तो पेट और लीवर को नुकसान करता है। इससे पेट में जलन सहित कब्ज आदि की परेशानी होती है। यह दिल के लिए भी ठीक नहीं होता है।
निरीक्षक अरुण चौहान का कहना है जुलाई में भरे गए सैंपलों में से तेल और आटा गुणवत्ता पर खरे नहीं पाए गए हैं। इनके सैंपल फेल पाए गए हैं। इसकी रिपोर्ट तैयार की गई है और संबंधित कंपनियों को नोटिस जारी किया जाएगा।