Move to Jagran APP

36 लाख रुपये से संवरेगा भूरेश्वर महादेव मंदिर ट्रैकिंग रूट

सिरमौर के पच्छाद उपमंडल के तहत प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटन स्थल भूरेश्वर महादेव मंदिर का ट्रैकिंग रूट 36 लाख रुपये से संवरेगा। प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग ने यह 36 लाख रुपये डेवलपमेंट आफ भूरेश्वर महादेव मंदिर योजना के तहत स्वीकृत किए है।

By Richa RanaEdited By: Updated: Tue, 26 Apr 2022 04:18 PM (IST)
Hero Image
प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटन स्थल भूरेश्वर महादेव मंदिर का ट्रैकिंग रूट 36 लाख रुपये से संवरेगा।
नाहन,राजन पुंडीर। जिला सिरमौर के पच्छाद उपमंडल के तहत प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटन स्थल भूरेश्वर महादेव मंदिर का ट्रैकिंग रूट 36 लाख रुपये से संवरेगा। प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग ने यह 36 लाख रुपये डेवलपमेंट आफ भूरेश्वर महादेव मंदिर योजना के तहत स्वीकृत किए है। उपमंडल पच्छाद प्रशासन एवं पर्यटन विभाग की ओर से प्रदेश सरकार को 54 लाख रुपये का प्रोजेक्ट बनाकर भेजा गया था। जिसके पहले चरण में प्रदेश सरकार ने पर 36 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। इन 36 लाख रुपये से कवाग्धार से लेकर भुरेश्वर महादेव मंदिर तक के ट्रैकिंग रूट में पर्यटकों के बैठने के लिए जगह-जगह बैंच लगाए जाएंगे।

1 किलोमीटर की दूरी के बाद छोटे-छोटे पार्क बनाए जाएंगे। साथ ही जहां पर मेला लगता है, उस स्थान के आसपास छोटा पार्क विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही भूरेश्वर महादेव मंदिर के आसपास जो बड़े-बड़े पत्थर हैं, उन्हें भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की योजना है। मंगलवार को जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भूरेश्वर महादेव मंदिर स्थल का दौरा किया तथा डेवलपमेंट आफ भूरेश्वर महादेव योजना के तहत जो राशि स्वीकृत हुई है। उसे कहां पर खर्च करना है, इसका निरीक्षण भी किया गया। निरीक्षण करने वाली कमेटी में जिला सिरमौर के सहायक पर्यटन अधिकारी राजीव मिश्रा, पच्छाद उपमंडल के एसडीएम डाक्टर मेजर शशांक गुप्ता, प्रोजेक्ट आफिसर जिला ग्रामीण विकास अभिकरण कल्याणी गुप्ता तथा वन विभाग सराहां के अधिकारी मौजूद थे। 

भूरेश्वर महादेव मंदिर के लिए पानवा से मंदिर तक अढ़ाई किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य चला हुआ है। लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क पर पुलिया, पैराफिट, ड्रेन व गटका बिछाकर जल्द ही उसे टायरिंग करने की तैयारियां चल रहे हैं। विदित रहे कि भुरेश्वर महादेव मंदिर से भगवान शिव तथा मां पार्वती ने कुरुक्षेत्र में हुए महाभारत का युद्ध देखा था। भुरेश्वर महादेव मंदिर में जो शिवलिंग है, वह स्वयंभू शिवलिंग है। जो धरती के अंदर से उत्पन्न हुई है। प्रतिवर्ष भूरेश्वर महादेव मंदिर में धार्मिक श्रद्धालु तथा लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं।

नवंबर, दिसंबर व जनवरी में जब यहां पर बर्फबारी होती है, तो यहां पर पर्यटकों की भीड़ काफी संख्या में रहती है। प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं में भूरेश्वर महादेव मंदिर को विकसित करने के लिए बजट स्वीकृत किया गया है। उधर पच्छाद उपमंडल के एसडीएम डा शशांक गुप्ता ने बताया कि डेवलपमेंट आफ भूरेश्वर महादेव मंदिर योजना के तहत 36 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। जिसके तहत कवाग्धार से मंदिर तक ट्रैकिंग रूट के किनारे बैंच तथा छोटे पार्कों का निर्माण किया जाएगा।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।