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पंचायत प्रतिनिधि हल्के में न लें शिकायतें, होगी कार्रवाई

पंचायत स्तर पर जनता द्वारा चने गए प्रतिनिधियों को संविधान में शक्तियां दी गई हैं ताकि वे अपनी पंचायतों के लोगों की सामान्य समस्याओं को उसी स्तर पर निपटा सकें।

By Edited By: Updated: Sun, 14 Jul 2019 10:32 AM (IST)
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पंचायत प्रतिनिधि हल्के में न लें शिकायतें, होगी कार्रवाई
धर्मशाला, जेएनएन। पंचायत प्रतिनिधियों को संविधान में शक्तियां दी गई हैं, ताकि वे पंचायतवासियों की समस्याओं का निपटारा कर सकें। अक्सर देखने में आता है कि पंचायत प्रतिनिधि जनता की समस्याओं को हल्के में लेकर निदान  नहीं करते और छोटे-छोटे मामले प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचते हैं। यह बात डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने शनिवार को दैनिक जागरण के सिटी ऑफिस धर्मशाला में हेलो जागरण कार्यक्रम के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने टेलीफोन के माध्यम से समस्याएं सुनी और उनका निपटारा भी किया। कार्यक्रम के दौरान अधिकतर समस्याएं संपर्क मार्गो, नालियों और राजस्व विभाग से संबंधित थीं।

डीसी ने कहा, हर रोज 70 से 80 फीसद ऐसी समस्याएं होती हैं, जिनका निपटारा पंचायत स्तर पर किया जा सकता है लेकिन लेकिन लोगों का कहना होता है कि पंचायत प्रतिनिधि उनकी बातों को अनसुना कर देते हैं। अब ऐसा नहीं चलेगा। अगर पंचायत प्रतिनिधि समय पर समस्याएं नहीं सुलझाते हैं तो उनके खिलाफ प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी। पंचायत प्रतिनिधियों का कर्तव्य है कि वे शक्तियों का प्रयोग करें।  सार्वजनिक क्षेत्रों में सड़क किनारे सूखे पेड़ों को काटने के लिए भी व्यवस्था की गई है।

जिला प्रशासन ने तय किया है कि सूखे पेड़ों को पहले वन विभाग के सहयोग से कटवाने का प्रयास किया जाएगा। अगर वहां से बात नहीं बनती है तो एसडीएम के माध्यम से भी इन्हें काटा जा सकेगा। पिछले दो माह में नदी-नालों में डूबने से आठ से 10 मौतें हो चुकी हैं। बड़ी बात यह है कि डूबकर मरने वालों में अधिकतर स्थानीय लोग हैं। हर जगह चेतावनी बोर्ड लगाए हैं, लेकिन लोगों को खतरे के खिलाफ जागरूक होना पड़ेगा। स्थानीय लोगों को पर्यटकों को इस बारे में समझाना चाहिए, लेकिन ये लोग खुद ही आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं।

समस्या के समाधान के लिए सिटी ऑफिस पहुंची महिला

कार्यक्रम के दौरान छतरोली की महिला समस्या के समाधान के लिए दैनिक जागरण के सिटी ऑफिस पहुंच गई। दर्शना देवी ने कहा कि उसका पति सोमराज पिछले कुछ साल से बीमारी से ग्रस्त है और वह खुद मजदूरी कर परिवार चला रही है। कहा कि एक कमरे का मकान गिरने की कगार पर पहुंच गया है। वह अंत्योदय परिवार से संबंध रखती है। पिछले काफी साल से आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए आवेदन कर चुकी है, लेकिन अभी तक पैसा ही स्वीकृत नहीं हुआ। घर की स्थिति यह है कि बरसात में कभी भी गिर सकता है। 21 जून को बेटी की शादी हुई है और परिवार पर कर्ज हो गया है। गुहार लगाई कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आर्थिक सहायता मिल जाए तो कर्ज भर सकती है। इस पर डीसी ने मौके पर ही 11 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मंजूर कर दी और कहा कि अन्य मांगें भी तत्काल पूरी कर दी जाएंगी।

इनकी समस्याओं का किया समाधान

कार्यक्रम के दौरान डीसी ने कई समस्याओं का समाधान किया। इस दौरान बैजनाथ से राजेश राणा, मेजर ओंकार टिकरी, राम चंद शाहपुर, गुमान चंद शाहपुर, तृप्ता देवी दरगेला, सुमन इंदौरा, जगदेव सिंह इंदौरा, बृज कुमार शर्मा योल, दिलीप सिंह जयसिंहपुर, परिवेश कुमार जयसिंहपुर, डॉ. अश्वनी दरगेला, कुलदीप सूद पहाड़ा, दीप ¨सह दुबई, लेफ्टिनेंट कर्नल होशियार सिंह सकोह, राजेश बैजनाथ, गोपाल कृष्ण रक्कड़, अजय कुमार इंदौरा, केवल सोनी नगरोटा बगवां, रमेश चंद शाहपुर, संजय अवस्थी कांगड़ा, रजनेश शर्मा धर्मशाला, डॉ. संजीव गुलेरिया नूरपुर, आज्ञा राम कस्बा कोटला, राजीव मेहरा इंदपुर, सिद्धांत शर्मा नूरपुर, हरविंद्र सिंह खटियाड़, सुभाष चंद खनियारा, सुमना वर्मा जयंती विहार कांगड़ा, कृष्णा राणा सलियार देहरा, सुनील पालमपुर, देशराज चामुंडा, कर्मचंद बनखंडी, देशराज जवाली, नरेश कुमार अमलेला, शिव कुमार फतेहपुर, नवीन कुमार परागपुर व अक्षय कुमार डाडासीबा ने डीसी को टेलीफोन पर समस्याएं बताई।

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