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15 मिनट में घर से ही कर सकते हैं नेत्रदान, आंखों की रोशनी बेहतर रखने के लिए विशेषज्ञों ने दिया फार्मूला

Eye Specialist Suggestion नेत्रदान से वह व्यक्ति भी दुनिया देख सकता है जो अभी तक जिंदगी में आंखों की रोशनी के बिना खुद को असहाय महसूस करता है। अपनी इच्छा से सचल नेत्र इकाई धर्मशाला में आकर नेत्रदान का फार्म भरें और नेत्रदान का संकल्प लें।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Updated: Wed, 08 Sep 2021 01:58 PM (IST)
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नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं सचल नेत्र इकाई धर्मशाला की प्रभारी डाक्‍टर मनु शर्मा हेलो जागरण कार्यक्रम के दौरान।

धर्मशाला, संवाद सहयोगी। Eye Specialist Suggestion, नेत्रदान से वह व्यक्ति भी दुनिया देख सकता है जो अभी तक जिंदगी में आंखों की रोशनी के बिना खुद को असहाय महसूस करता है। अपनी इच्छा से सचल नेत्र इकाई धर्मशाला में आकर नेत्रदान का फार्म भरें और नेत्रदान का संकल्प लें। जिला कांगड़ा में 28 अगस्त से 6 सितंबर तक चले नेत्रदान जागरूकता कार्यक्रम के दौरान करीब 170 लोगों ने नेत्रदान को लेकर फार्म भरे। यह जानकारी नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं सचल नेत्र इकाई धर्मशाला की प्रभारी डाक्‍टर मनु शर्मा ने दैनिक जागरण के सिटी आफिस में आयोजित हेलो जागरण कार्यक्रम के दौरान दी।

उन्होंने बताया कि नेत्रदान के लिए किसी भी व्यक्ति की यदि मौत होती है तो आसपड़ोस के लोग मृतक के स्वजनों को जागरूक कर उनसे भी नेत्रदान करवा सकते हैं। इसके लिए केवल उन्हें मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को सूचना देनी होगी। जिसके बाद विभागीय टीम मृतक के घर पहुंचकर 15 मिनट में नेत्र निकालकर उन्‍हें आर्टिफिशल आंखें लगा दी जाएंगी। हालांकि इसके लिए यह आवश्यक है कि मृतक की आंखें उसके मरने के छह घंटें के भीतर ही नेत्रदान के लिए निकाली जा सकती हैं। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम हेलो जागरण के माध्यम से नेत्ररोग संबंधी आइ समस्याओं का मौके पर समाधान किया।

बच्चे आनलाइन पढ़ाई में ऐसे रखें आंखों का ख्याल

डाक्‍टर मनु ने कोरोना के कारण चल रही आनलाइन पढ़ाई के दौरान बच्चों को ट्रिपल-20 रूल फोलो करने की सलाह दी है। ट्रिपल-20 के मुताबिक 20 मिनट के बाद, 20 सेकेंड के लिए 20 फुट दूर देखना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने दैनिक दिनचर्या में संतुलित आहार लेने के साथ-साथ खूब पानी पीने के अलावा आम लोगों को रूटीन में बार-बार पलकें झपकने का का सुझाव दिया है। उन्होंने काले मोतिया व सफेद मोतिया को हल्के में न लेने व तुरंत डाक्टर की सलाह लेने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा यदि सफेद मोतिया के मरीज अपने दैनिक घरेलू कार्य को ठीक ढंग से करने में असहज महसूस करते हैं तो वह डाक्टर की सलाह लेकर जल्द ऑपरेशन करवाएं। उन्होंने काले मोतिया को लेकर जानकारी दी कि इसके कोई लक्षण नहीं होते हैं। इसके कारण आंखों में प्रेशर बढ़ जाता है और धीरे-धीरे नजर का दायरा सिमट जाता है। इसलिए इसके लिए भी जल्द से जल्द लोग अपनी आंखों की जांच डाक्टर से करवाएं। उन्होंने शूगर के मरीजों को भी वर्ष में एक बार अपनी आंखों की जांच करवाने का सुझाव दिया।

इन्होंने किए टेलीफोन

दैनिक जागरण के हेलाे जागरण कार्यक्रम में धर्मशाला के शंभू दत्त शर्मा, पठियार के केवल सोनी, ज्वालामुखी की वंदना शर्मा, कांगड़ा के प्रवीण, गगल के मोहम्मद सलीम, पंचरुखी के केदार नाथ, तपोवन की मधु शर्मा, कांगड़ा के कृष्ण लाल, पपरोला के सुभाष धवन, पठियार के रमेश कुमार, नगरोटा बगवां के संतोष सोनी, कलियाडा के अमर वालिया, जवाली के नरेंद्र कुमार, कांगड़ा की हर्षिता, गुरुद्वारा रोड धर्मशाला के अरुण शर्मा व भवारना के दविंद्र कुमार सहित अन्य लोगों ने टेलीफोन कर अपनी नेत्र संबंधी समस्या का समाधान पाया।

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