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हिमाचल विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे राकेश चौधरी ने की आत्महत्या, आखिर किस बात पर निगला जहर?

धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से तीन बार चुनाव लड़ चुके ओबीसी नेता राकेश चौधरी ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। उनकी पत्नी ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन वह भी जहरीले पदार्थ की चपेट में आ गईं। दोनों को टांडा अस्पताल ले जाया गया जहां राकेश चौधरी की मौत हो गई। उनकी पत्नी खतरे से बाहर हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By neeraj vyas Edited By: Prince Sharma Updated: Wed, 09 Oct 2024 08:01 AM (IST)
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हिमाचल विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे राकेश चौधरी ने की आत्महत्या

संवाद सहयोगी, योल। धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से तीन बार चुनाव लड़ चुके ओबीसी नेता राकेश चौधरी ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में मंगलवार शाम सवा चार बजे अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि उनकी पत्नी ने उन्हें जहरीला पदार्थ खाने रोका तो उनके मुंह में भी जहरीला पदार्थ लग गया। दोनों को टांडा अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां राकेश चौधरी की मौत हो गई।

उनकी पत्नी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। जहरीला पदार्थ निगलने के पीछे क्या कारण रहे, इस बारे में अभी पता नहीं चल पाया है। पत्नी शिवानी के पुलिस को दिए बयान के अनुसार इस साल हुए विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद उनके पति काफी परेशान रहते थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

देर रात पहुंचाया गया अस्पताल

धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के तहत जदरांगल के पद्धर गांव निवासी राकेश चौधरी ने सोमवार रात लगभग दस बजे घर पर जहरीला पदार्थ निगल लिया। उनकी पत्नी ने उन्हें रोकना चाहा तो उनके मुंह में भी जहरीला पदार्थ लग गया। आसपास के लोगों ने दोनों को टांडा अस्पताल पहुंचाया। राकेश चौधरी इस हालत में नहीं थे कि कोई बयान दे सकें।

डाक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए। उनकी पत्नी शिवानी खतरे से बाहर हैं। पुलिस अधीक्षक कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि राकेश चौधरी की टांडा अस्पताल में मौत हो गई। उनकी पत्नी के बयान के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।

गौरतलब है कि राकेश चौधरी पंचायत प्रधान भी रह चुके हैं। उन्होंने धर्मशाला विधानसभा से पहला उपचुनाव बतौर निर्दलीय उम्मीदवार लड़ा था। उसके बाद विधानसभा के आम चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रहे। एक बार फिर निर्दलीय रूप से उपचुनाव में उतरे थे। तीनों चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित अन्य नेताओं ने शोक जताया

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने धर्मशाला से पूर्व भाजपा नेता राकेश चौधरी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राकेश चौधरी कर्मठ नेता थे।

उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की हैं। वहीं विधायक सुधीर शर्मा, पूर्व विधायक विशाल नैहरिया, पूर्व प्रत्याशी रहे विपिन नैहरिया सहित अन्य नेताओं ने इंटरनेट मीडिया पर राकेश चौधरी के निधन पर दुख जताया है। तीन बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके राकेश चौधरी के इस तरह चले जाने से हर कोई स्तब्ध है।

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