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'हिमाचल में शूटिंग से रोजगार को मिलेगा बढ़ावा', हिम फिल्मोत्सव में द केरल स्टोरी के निर्देशक ने दिया सुझाव

भारतीय सिनेमा को बॉलीवुड और टॉलीवुड के नाम पर नहीं बांटा जाना चाहिए। फिल्म निर्देशक सुदीप्तो सेन ने धर्मशाला में आयोजित हिम फिल्मोत्सव में अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने सुझाव दिया कि कोलकाता बंगाल केरल और तमिलनाडु की तर्ज पर हिमाचल में भी अपेक्स कमेटी का गठन किया जाना चाहिए। इससे हिमाचल के लोगों को बॉलीवुड और टॉलीवुड में करियर बनाने के अवसर मिलेंगे।

By rajinder dogra Edited By: Gurpreet Cheema Updated: Wed, 23 Oct 2024 06:40 PM (IST)
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धर्मशाला में दो दिन के लिए हिम फिल्मोत्सव का आयोजन किया गया है।
संवाद सहयोगी, धर्मशाला। भारतीय सिनेमा को बॉलीवुड और टॉलीवुड के नाम पर नहीं बांटा जाना चाहिए। फ्रांस और जर्मन की तर्ज पर एक देश, एक सिनेमा यानी फिल्म जगत को भारतीय सिनेमा के नाम से ही पुकारा और पहचान मिलनी चाहिए।

बॉलीवुड और टॉलीवुड के नाम पर केवल देश के सिनेमा जगत को बांटा जाना सही नहीं है। द केरल स्टोरी व बस्तर जैसी फिल्मों के निर्देशक सुदीप्तो सेन धर्मशाला कालेज के सभागार में शुरू हुए दो दिवसीय फिल्मोस्व के दौरान विशेष अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।

उन्होंने सुझाव दिया कि कोलकत्ता, बंगाल, केरल और तमिलनाडु की तर्ज पर हिमाचल में भी अपेक्स कमेटी यानी किसी संस्था का गठन किया जाना चाहिए और फिल्म निर्माताओं को तभी शूटिंग के लिए स्वीकृति दी जानी चाहिए। वह यहां के लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान कंरे।

जिस प्रकार उपरोक्त स्थानों में हर विभाग से एक असिस्टेंट को शामिल करना जरूरी माना जाता है। इससे हिमाचल के लोगों को भी बॉलीवुड व टॉलीवुड में करियर बनाने के भी अवसर मिलेंगे। अभी मौजूदा समय में बहुत कम अवसर हिमाचल के लोगों को मिलते हैं। उन्होंने इसके बाद एक घंटें की मास्टर क्लास भी ली और फिल्म निर्माण से जुड़ी बारीकियों को भी सांझा किया।

उन्होंने साफ किया कि स्वतंत्र भारत के 75 साल के इतिहास में पिछले 50-60 सालों में हम आजाद तो थे, लेकिन लगता था कि हम गुलाम हैं, अब पिछले 10-12 सालों में लग रहा कि यह देश हमारा भी है। पहले पेड़ के नीचे अभिनेता और अभिनेत्रियों को घूमते और गानों को ही फिल्म की परिभाषा माना जाता था जबकि मनोरंजन का मतलब अश्लीलता ही रह गया था, लेकिन केरला स्टोरी जैसी फिल्म में गाना और अश्लीलता न होने के बाद भी फिल्म को लोगों ने काफी पसंद किया है और देश के एक चौथाई लोगों ने इसे देखा है।

मास्टर क्लास में विद्यार्थियों और सेन में नोकझोंक

केरल स्टोरी फिल्म को लेकर निर्देशक और विद्यार्थियों के बीच हल्की नोक-झोंक भी हुई, लेकिन आयोजकों की ओर से इन छात्रों को शांत कर आयोजन स्थान से भेज दिया गया। इस मामले पर विद्यार्थियों ने मीडिया में कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी। हालांकि आयोजन समिति के अध्यक्ष डा. रजनीश ने बताया कि नोकझोंक से संबंधित कुछ नहीं रहा है। सुदीप्तो की सुरक्षा को लेकर उन्हें घेरे कुछ लोगों को अलग-थलग किया गया।

सांसद ने फिल्मोत्सव का शुभारंभ

धर्मशाला कालेज में दो दिवसीय हिम फिल्मोत्सव का शुभारंभ कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद डा. राजन सुशांत ने बतौर मुख्यातिथि किया। उन्होंने अपने संबोधन में ऐसे कार्यक्रमों का अर्थ समझने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि देश का मानस आज भी महाभारत और रामायण सहित केरला स्टोरी जैसी फिल्मों को नमन करता है। इसके अलावा अन्य वक्ताओं ने भी फिल्मोत्सव को लेकर अपने-अपने सुझा सांझा किए।

पहले दिन दिखाई गई 19 फिल्में

फिल्मोत्सव के पहले दिन कुल 19 फिल्में दिखाई गई। इनमें शिमला के बलिदानी शौर्य चक्र विजेता कुलभूषण मांटा के परिवार पर आधारित फिल्म ध्रुव तारा, हिमाचल की संस्कृति पर आधारित हिमाचल की धाम, हिमाचल के मेले, चार धाम और साहस सहित कुल 19 फिल्में दिखाई गईं।

कल होगा फिल्मोत्सव का समापन 

फिल्मोत्सव का समापन वीरवार, 24 अक्टूबर को होगा। जिसमें धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। वहीं, एबीवीपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो. प्रदीप कुमार समारोह की अध्यक्षता करेंगे जबकि निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग व भरमौर के विधायक डा. जनक राज विशिष्ट अतिथि होंगे।

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