Himachal Election 2022: एक ब्राह्मण और 5 बार राजपूतों के हाथ रही हिमाचल की कमान, देखिए जातीय समीकरण
Himachal Election 2022 पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम में जातिगत समीकरण काफी मायने रखते हैं। प्रदेश में अब तक छह मुख्यमंत्री हुए। लेकिन शांता कुमार ही अकेले ब्राह्मण सीमए रहे शांता कुमार को छोड़कर शेष पांच मुख्यमंत्री राजपूत रहे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Rajesh Kumar SharmaUpdated: Fri, 28 Oct 2022 10:49 AM (IST)
शिमला, प्रकाश भारद्वाज। Himachal Election 2022, पहाड़ी राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम में जातिगत समीकरण अधिक मायने रखते हैं। तभी तो प्रदेश में अब तक छह मुख्यमंत्री हुए। लेकिन शांता कुमार ही अकेले रहे जो ब्राह्मण थे। शांता कुमार को छोड़कर शेष पांच मुख्यमंत्री राजपूत रहे हैं। शांता कुमार भी राजनीतिक कारणों से दोनों बार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डा. यशवंत सिंह परमार से लेकर वर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर राजपूत हैं। इसके अलावा राजपूत रहे मुख्यमंत्रियों में रामलाल ठाकुर, वीरभद्र सिंह, प्रेम कुमार धूमल का नाम भी शामिल है।
पहले मुख्यमंत्री डा. यशवंत सिंह परमार हिमाचल निर्माता कहलाते हैं। प्रदेश में राजपूत जातिगत आधार पर सबसे अधिक हैं। राजपूतों का जनसंख्या में प्रतिशत 32 से अधिक है। प्रदेश में स्वर्ण जातियों का प्रतिशत 50 से अधिक है, जिसमें से राजपूत 32 प्रतिशत, ब्राह्मण 18 प्रतिशत, अनुसूचित जाति 25 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति 6 प्रतिशत है।
डा. यशवंत सिंह परमार 1952 से लेकर 1977 तक लगातार चार कार्यकाल तक मुख्यमंत्री रहे। डाक्टर परमार सिरमौर जिला से संबंध रखते थे और इस जिला में राजपूतों की जनसंख्या अपेक्षाकृत अधिक है। वीरभद्र सिंह व रामलाल ठाकुर शिमला जिला का प्रतिनिधित्व करते रहे। प्रेम कुमार धूमल हमीरपुर जिला का और वर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी जिला का प्रतिनिधित्व करते हैं।
68 सीटों में 20 आरक्षित
68 सदस्यीय विधानसभा में सीटों का निर्धारण जिस प्रकार से किया गया है। उसमें 17 सीटें अनुसूचित जाति के लिए तीन अनुसूचित जनजाति के लिए निर्धारित हैं। शेष सामान्य श्रेणी की 48 सीटें हैं, जहां से सवर्ण जातियों के सदस्य जीतकर आते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव 2017 की बात की जाए तो 33 राजपूत विधायक जीतकर आए।कौन कब रहा मुख्यमंत्री
- नाम, कब से कब तक, दल, जाति
- डा. यशवंत सिंह परमार, 8 मार्च 1952 से 31 अक्टूबर 1956, कांग्रेस, राजपूत
- 1 जुलाई 1963 से 14 मार्च 1967, कांग्रेस, राजपूत
- 14 मार्च 1967 से 15 मार्च 1972, कांग्रेस, राजपूत
- 15 मार्च 1972 से 28 जनवरी 1977, कांग्रेस, राजपूत
- रामलाल ठाकुर, 28 जनवरी 1977 से 30 अप्रैल 1977, कांग्रेस, राजपूत
- राष्ट्रपति शासन, 30 अप्रैल 1977 22 जून 1977
- शांता कुमार, 22 जून 1977 से 14 फरवरी 1980, भाजपा, ब्राह्मण
- राम लाल ठाकुर, 14 फरवरी 1980 से 25 मई 1982, कांग्रेस, राजपूत
- 24 मई 1982 से 7 अप्रैल 1983, कांग्रेस राजपूत
- वीरभद्र सिंह, 8 अप्रैल 1983 से 8 मार्च 1985, कांग्रेस, राजपूत
- 8 मार्च 1985 से 5 मार्च 1990, कांग्रेस, राजपूत
- राष्ट्रपति शासन 15 दिसंबर 1992 से 3 दिसंबर 1993
- वीरभद्र सिंह, 3 दिसंबर 1993 से 4 मार्च 1998, कांग्रेस, राजपूत
- 5 मार्च 1998 से 23 मार्च 1998, कांग्रेस, राजपूत
- प्रेम कुमार धूमल, 24 मार्च 1998 से 5 मार्च 2003, भाजपा-हिविकां, राजपूत
- वीरभद्र सिंह, 6 मार्च 2003 से 29 दिसंबर 2007, कांग्रेस, राजपूत
- प्रेम कुमार धूमल, 30 दिसंबर 2007 से 24 दिसंबर 2012, भाजपा, राजपूत
- वीरभद्र सिंह, 25 दिसंबर 2012 से 26 दिसंबर 2017, कांग्रेस, राजपूत
- जयराम ठाकुर, 27 दिसंबर 2017 से अब तक, भाजपा, राजपूत