Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Himachal Potato Price: आलू की खेती से किसानों की चांदी, पहले सीजन में ही मिल रहे अच्छे दाम'

हिमाचल प्रदेश के किसानों (Himachal Pradesh News) को आलू के शुरुआती सीजन में अच्छे दाम मिल रहे हैं। पहले ही सीजन में आलू का दाम प्रति किलो 22 से 25 के हिसाब से मिल रहा है। पिछले साल की तुलना में यह काफी ज्यादा है। क्योंकि दाम ज्यादा मिल रहे हैं ऐसे में किसानों में भी खुशी की लहर है।

By dinesh katoch Edited By: Prince Sharma Updated: Fri, 26 Jul 2024 04:37 PM (IST)
Hero Image
हिमाचल में बरोट का आलू काफी मशहूर है (प्रतीकात्मक चित्र)

संवाद सहयोगी, बरोट। छोटा भंगाल व चौहार घाटी में नगदी फसल आलू को खेतों से निकालने का कार्य शुरू हो गया है। दोनों घाटियों के किसान अपने खेतों से आलू की फसल को निकालने में व्यस्त हो गए हैं।

किसान आजकल गृह कार्य को निपटाने के साथ-साथ ज्यादातर समय अब खेतों में अपनी आलू की नगदी फसल में बिता रहे हैं।

किसानों में डागी राम, चमारू राम, दुर्गा दास, छुणकू राम आदि ने बताया कि इस वर्ष भी गत वर्ष की तर्ज पर इस वर्ष भी नगदी फसल आलू की पैदावार अच्छी हुई है।

पहले सीजन में ही मिल रहे अच्छे दाम

गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष नगदी फसल आलू की बिक्री के पहले सीजन में किसानों को अच्छे दाम मिलना शुरू हो गए हैं। आलू की बिक्री के शुरुआती सीजन में अच्छा दाम मिलने से यहां के किसान बेहद खुश दिखाई दे रहे हैं।

गत वर्ष पहले सीजन में आलू की नगदी फसल 15 से 20 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिकी तथा उसके बाद बेशक 30 से 35 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से भी खूब बिका। मगर इस बार शुरुआती सीजन में यह नगदी फसल आलू 22.50 से 25 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिकने की अच्छी शुरुआत हो गई है ।

उन्हें गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष बिक्री के अंतिम सीजन तक और भी अच्छे दाम मिलने की पूरी उम्मीद है।उनका कहना है कि शुरुआती सीजन में ही मुल्थान तथा बरोट बाजार के व्यापारियों द्वारा किसानों की नगदी फसल आलू को अच्छे दाम पर खरीदने के चलते व आगे भी अच्छा दाम ही मिलने की पूरी उम्मीद है।

बरोट आलू है काफी मशहूर

मगर अच्छी स्थिति वाले किसान ज्यादा दाम होने की आशंका में अभी फसल को खेतों से नहीं निकाल रहे हैं। इन किसानों का कहना है कि नगदी फसल आलू की शुरुआती सीजन में अच्छे दाम पर बिकने की शुरुआत हो गई है।

इसके साथ दोनों घाटियों के सब्जी उत्पादक भी अगस्त माह में अपने खेतों से नगदी फसल सब्जियों बंद गोभी , फूल गोभी , मूली ,धनिया आदि को निकाल कर बेचना शुरू कर देंगे। बता दें कि बरोट का आलू काफी मशहूर भी है और यहां के आलू की दूर-दूर तक मांग रहती है।

यह भी पढ़ें- Himachal News: सिरमौर की बेटी हिमांशी ठाकुर बनी सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट, AIR में पाया 143वां स्थान