ईरान और तुर्की के सेब ने दिया हिमाचल के बागवानों को झटका, देसी सेब के दाम में आई बड़ी गिरावट
Himachal Pradesh Apple Rates हिमाचल प्रदेश के सेब के दामों में लगातार गिरावट से बागवान चिंता में हैं। कोल्ड स्टोर से बागवानों ने सेब की सप्लाई शुरू की है। लेकिन ईरान और तुर्की से आयातित सेब ने शिमला के सेब की कीमतों पर असर डाला है।
By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Updated: Tue, 29 Mar 2022 09:50 AM (IST)
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Pradesh Apple Rates, सेब के दामों ने एक बार बागवानों को निराश कर दिया है। पिछले साल अगस्त से अक्टूबर महीने तक सेब के दाम गिरे। कई बागवानों ने कम दाम पर सेब बेचने के बजाय कोल्ड स्टोर में इसे रख दिया। गर्मियों के दिनों में सेब के अच्छे दाम मार्केट में मिलते हैं, लेकिन एक बार बागवानों को फिर निराशा हाथ लगी है। ईरान और तुर्की से आ रहे सेब से शिमला के सेब को झटका लगा है। 20 मार्च तक कोल्ड स्टोर से आने वाले सेब की 20 किलो की पेटी 2000 से 2500 रुपये तक बिक रही थी। एक हफ्ते के अंदर इसके दाम में काफी ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है। अब 1300 से 1500 व 1800 रुपये तक प्रति पेटी बिक रही है। बागवानों का तर्क है कि पिछले साल की अपेक्षा 700 से 800 रुपये का नुकसान हो रहा है। यदि दाम में उछाल नहीं आया तो कोल्ड स्टोर में पिछले छह महीने पेटियां रखने का किराया निकलना भी मुश्किल हो जाएगा।
कोल्ड स्टोर में सेब की पेटी रखने की लागत महीने में 200 से 250 रुपये तक की है। अपने बगीचे से कोल्ड स्टोर तक ले जाना और वहां से मंडी तक पहुंचाना, कार्टन सहित अन्य खर्चों को इसमें जोड़ा जाए तो बागवानों को नुकसान ही हो रहा है। आयात-निर्यात को लेकर अमेरिका ने ईरान पर कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। ईरान को सेब के अच्छे खरीदार नहीं मिल रहे हैं। भारतीय बाजार में काफी ज्यादा सेब ईरान से आ रहा है।
क्या कहते हैं बागवान
हिल स्टेट एग्रीकल्चर फोरम के संयोजक हरीश चौहान ने कहा कि ईरान और तुर्की से आ रहे सेब से प्रदेश के बागवानों को मार्केट नहीं मिल रही है। 800 से 1000 रुपये प्रति पेटी पिछले साल की अपेक्षा नुकसान हो रहा है। इससे शिमला जिला सहित पूरे प्रदेश के बागवानों को नुकसान हो जाएगा। केंद्र व राज्य सरकारों के समक्ष पहले भी कई बार यह मामला उठाया जा चुका है। बावजूद इसके अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ईरान और तुर्की से आयात सेब पर कम इनवाइस काटी जा रही है। इससे केंद्र सरकार को भी राजस्व नुकसान होता है। केंद्र को इस दिशा में कार्य करना चाहिए, ताकि प्रदेश के बागवानों को मदद मिल सके।
बाजार में फिर भी 80 से 120 रुपये में बिक रहा सेब
राजधानी शिमला में कोल्ड स्टोर से आ रहे सेब को बड़ी मंडियों में दाम नहीं मिलने की बात सामने आ रही है, लेकिन राजधानी में लोगों को सेब 80 से 120 रुपये प्रति किलो ही बेच रहे हैं। इसके दाम ही कम नहीं हो रहे हैं। जो सेब इससे सस्ता है वह निम्न स्तर का है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस पर चेकिंग करनी चाहिए। जब वह सस्ता सेब खरीद रहे हैं तो आगे महंगे दाम पर क्यों बेच रहे हैं।
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