Himachal Election 2022: भाईदूज के बाद दूर हुए भाई-बहन के गिले शिकवे, रजत को टिकट मिलने पर नाराज थीं वंदना
Dharampur Constituency Rajat and Vandana मंडी की हाट सीट बनी धर्मपुर में भाई व बहन में चल रहा विवाद थम गया है। भाई रजत ठाकुर को टिकट मिलने से नाराज चल रही बहन वंदना गुलेरिया के गिले शिकवे भाईदूज के बाद अब दूर हो गए हैं।
मंडी, जागरण संवाददाता। Dharampur Constituency, Rajat and Vandana, भाई रजत ठाकुर को टिकट मिलने से नाराज चल रही बहन वंदना गुलेरिया के गिले शिकवे भाईदूज के बाद अब दूर हो गए हैं। उन्होंंने वीरवार को भाई के चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाल लिया है। पिता जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के साथ मिलकर रजत ठाकुर के पक्ष में चोलथरा, टिहरा व भराड़ी पंचायत में चुनावी सभा की। तीनों पंचायतों में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर चुनाव प्रचार की समीक्षा की। भाई बहन व पिता बुधवार दोहपर बाद एक ही गाड़ी में सुंदरनगर गए थे। सुंदरनगर में रहने वाले वंदना गुलेरिया के चाचा की बेटी का पिछले कल आकस्मिक निधन हो गया था। इसकी वजह से भैया दूज का पर्व नहीं मनाया था।
मंच पर भाई को लगाया गले
सुबह तीनों एक ही गाड़ी में सुंदरनगर से चोलथरा पहुंचे। मंच पर पहुंचते ही भाई बहन गले मिले। वंदना गुलेरिया ग्रयोह वार्ड से जिला परिषद सदस्य हैं। तीनों पंचायतें इसी वार्ड का हिस्सा हैं। वंदना गुलेरिया ने भाई व पिता का टोपी पहनाकर स्वागत किया। भाजपा के चुनाव चिह्न वाली खास टोपी वंदना गुलेरिया के समूह आदर्शनी वेलफेयर सोसायटी से जुड़ी महिलाएं तैयार करती हैं।
बहन ने भी जताई थी दावेदरी
वंदना गुलेरिया भी धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र से टिकट पर अपना दावा जता रही थी। भाजपा ने महेंद्र सिंह ठाकुर के बजाय टिकट उनके बेटे रजत ठाकुर को दिया है। इससे नाराज होकर वंदना गुलेरिया ने भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश महामंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था। महेंद्र सिंह के परिवार में उपजे विवाद से विरोधियों की बांछे खिल गई थी। भाई के चुनाव प्रचार की कमान संभालने से भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह और बढ़ गया है। विरोधियों के मंसूबों पर पानी फिर गया है।
स्वीकार नहीं होगा इस्तीफा
भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रश्मिधर सूद ने कहा वंदन गुलेरिया का इस्तीफा नहीं मिला है और यदि मिलता भी है तो उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।