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Himachal Election 2022: हिमाचल में मालामाल होते जा रहे माननीय, 49 विधायकों की संपत्ति 5 से 1167% तक बढ़ी

Himachal Pradesh Assembly Election 2022 हिमाचल प्रदेश में माननीय मालामाल होते जा रहे हैं। वर्ष 2017 की अपेक्षा वर्ष 2022 में इनकी संपत्ति कई गुणा बढ़ गई। विधानसभा चुनाव दोबारा लड़ने वाले 58 विधायकों में से 49 की संपत्ति में पांच से 1167 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

By Virender KumarEdited By: Updated: Mon, 07 Nov 2022 07:40 AM (IST)
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Himachal Election 2022: हिमाचल में माननीय मालामाल होते जा रहे हैं।

शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Pradesh Assembly Election 2022, हिमाचल प्रदेश में माननीय मालामाल होते जा रहे हैं। वर्ष 2017 की अपेक्षा वर्ष 2022 में इनकी संपत्ति कई गुणा बढ़ गई। विधानसभा चुनाव दोबारा लड़ने वाले 58 विधायकों में से 49 की संपत्ति में पांच से 1167 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। चौपाल से भाजपा विधायक बलवीर वर्मा की संपत्ति सबसे अधिक 37.71 करोड़ रुपये बढ़ी, जबकि प्रतिशतता के आधार पर बैजनाथ से भाजपा विधायक मुल्ख राज प्रेमी की संपत्ति सबसे अधिक 1167 प्रतिशत बढ़ी। नौ विधायक ऐसे भी हैं, जिनकी संपत्ति में चार से 37 प्रतिशत की गिरावट आई। ये तथ्य एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) और हिमाचल प्रदेश इलेक्शन वाच की ओर से विधायकों के हलफनामों का विश्लेषण करने पर सामने आए। इन विधायकों की औसत संपत्ति 9.30 करोड़ से 12.08 करोड़ हो गई है।

रीना कश्यप की संपत्ति तीन वर्ष में 93 लाख रुपये बढ़ी

पच्छाद से भाजपा विधायक रीना कश्यप ने वर्ष 2019 में हुए उपचुनाव में जीत प्राप्त की और पहली बार विधायक बनीं। तब उनकी संपत्ति 27.92 लाख रुपये थी। अब 2022 में यह 1.21 करोड़ रुपये हो गई है। संपत्ति में 93 लाख रुपये यानी 334 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

भाजपा 35 व कांग्रेस के 20 विधायक दोबारा लड़ रहे चुनाव

भाजपा के दोबारा चुनाव लड़ने वाले 35 विधायकों की औसत संपत्ति 7.25 करोड़ से 10.46 करोड़ रुपये हो गई, जिसमें औसत वृद्धि 44.17 प्रतशित है। कांग्रेस के 20 विधायक की औसत संपत्ति 13 करोड़ से 15.31 करोड़ रुपये हुई, जिसमें औसत 17.72 प्रतिशत, माकपा के एक विधायक की संपत्ति 9.30 करोड़ से 12.08 करोड़ हुई, जो 7.22 प्रतिशत बढ़ी है। दो निर्दलीय विधायकों की औसत संपत्ति 3.68 करोड़ से 4.45 करोड़ रुपये हुई।

पांच विधायकों की संपत्ति में 100 से 150 प्रतिशत की वृद्धि

पांच विधायकों की संपत्ति में 100 से 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इनमें नाचन से विनोद कुमार की संपत्ति में 133 प्रतिशत, नगरोटा से अरुण कुमार की 126 प्रतिशत, कसौली से डा. राजीव सैजल की 122 प्रतिशत, हमीरपुर से नरेंद्र ठाकुर की 106 प्रतिशत व झंडूता से जीतराम कटवाल की 100 प्रतिशत बढ़ी है।

क्यों हुई विधायकों की संपत्ति कम

नौ विधायकों की संपत्ति के कम हुई है। इसके कई कारण हैं, जिनमें होटलों और व मकानों को बनाने के लिए लिए गए ऋण के साथ खर्च शामिल है। होटलों के निर्माण पर राशि तो व्यय हो रही है, लेकिन उससे आय शुरू नहीं हुई। भविष्य में करोडों की आय के स्रोत होंगे।

टाप फाइव : बढ़ गई संपत्ति

मुल्ख राज,बैजनाथ,भाजपा, 1167

5.32 से 67.48 लाख रुपये

हंस राज, भाजपा,334

52.94 से 229.54 लाख रुपये

रीना कश्यप,भाजपा, 334

121.21,27.92,93 लाख रुपये

धनीराम शांडिल,कांग्रेस,284

107.47 से 412.97 लाख रुपये

विपिन परमार,भाजपा,273

144.13 से 537.68 लाख रुपये

इसकी भी बढ़ी संपत्ति

रीता देवी, राकेश कुमार, बिक्रम सिंह, रमेश धवाला,

इंद्र सिंह, सुरेंद्र शौरी, रविंद्र धीमान, विनय कुमार।

टाप फाइव : कम हुई संपत्ति

अनिरुद्ध सिंह,कांग्रेस, -37

1622.17 से 1020.93 लाख रुपये

मुकेश अग्निहोत्री,कांग्रेस, -29

775.07 से 547.32 लाख रुपये

बिक्रम सिंह, भाजपा, -23

64.48 से 49.41लाख रुपये

बलवीर सिंह,भाजपा,-18

454.11 से 371.40 लाख रुपये

गाोविंद ठाकुर, भाजपा, -17

682.35,566.10 लाख रुपये

इनकी भी कम हुई संपत्ति

भवानी पठानिया, परमजीत सिंह पम्मी, नंदलाल, सुखराम,पांवटा साहिब।

  • प्रमुख राजनीतिक दलों ने 36 से 90 प्रतिशत करोड़पति और 18 से 64 प्रतिशत आपराधिक मामलों वाले प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा हैं। धनबल और बाहुबल के बीच यह घनिष्ठ और सांठगांठ चुनावी व्यवस्था में समा गई है।

-डा. ओपी भुरेटा, समन्वय, हिमाचल प्रदेश इलेक्शन वाच।