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'गद्दारों को फांसी मिले...' जम्मू में बढ़ते आतंकी हमलों पर भड़के हिमाचल के पूर्व CM शांता कुमार, सरकार को भी दी नसीहत

हिमाचल (Himachal News) के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने जम्मू में बढ़ते आतंकी हमलों के बीच बड़ा बयान दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार से आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही कहा है कि पैसों के लालच में आकर आतंकियों की मदद करने वाले स्थानीय निवासियों को फांसी या उम्र कैद की सजा देनी चाहिए।

By Jagran News Edited By: Jagran News NetworkUpdated: Wed, 17 Jul 2024 05:52 PM (IST)
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हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम शांता कुमार (जागरण फाइल फोटो)

संवाद सहयोगी, पालमपुर। जम्मू में बढ़ते आतंकी हमलों के बीच हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने सरकार को नसीहत देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर की आतंकवाद की आग अब जम्मू में भी सुलगने लगी है। पिछले दो महीनों में 28 जवान बलिदान हो गए। यह दुर्भाग्य का विषय है कि पाकिस्तान लंबे समय से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के नाम से एक छिपा युद्ध लड़ रहा है।

1990 से लेकर अब तक 6480 सैनिक और 38720 निर्दोष निवासी बलिदान हो चुके हैं। कुल 45,720 लोगों की शहादत भारत के लिए एक दुर्भाग्य भी है और चुनौती भी हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दिवालिया हो गया। आटे तक के लिए तड़प रहा है परंतु दुर्भाग्य यह है कि आतंकवाद के लिए दुनिया के कुछ मुस्लिम देश पाकिस्तान को खुला पैसा दे रहे है।

कुछ स्थानीय निवासी आतंकियों की करते हैं मदद- शांता कुमार

पैसों के लालच में जम्मू-कश्मीर के कुछ स्थानीय निवासी आतंकवाद की मदद करते है। पिछले दिनों की घटनाओं से यह सिद्ध होता है कि स्थानीय मददगार गद्दारों के बिना ऐसी घटनाएं नहीं हो सकती थी। शांता कुमार ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से लगातार इस आतंकवाद को समाप्त करने के लिए अब भारत को एक अंतिम बड़ी लड़ाई लड़नी चाहिए।

सबसे पहले स्थानीय मददगार गद्दारों की पहचान कर उन्हें फांसी या उम्र कैद देनी चाहिए। अंग्रेजों ने काले पानी में देश भक्तों के लिए जेल बनाई थी, अब उसी काले पानी में इन देश द्रोहियों के लिए एक जेल बनाई जाए।

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आतंक के खात्मे के लिए सरकार उठाए बड़े कदम- शांता कुमार

उन्होंने कहा कि भारत के पास 10 लाख से भी ज्यादा सेना है, अधिक सेना भेजकर और उन्हें खुली छूट देकर एक निश्चित अवधि में पाकिस्तान के इस आतंकवाद को पूरी तरह से समाप्त किया जाना चाहिए। 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट की एयर स्ट्राइक के माध्यम से भारत ने कुछ विशेष करके दिखाया था। अब बड़े स्तर पर इस आतंकवाद को पूरी तरह से समाप्त करने का काम सरकार को करना चाहिए।

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