Himachal Famous Dishes: बेहद लजीज हैं हिमाचल के ये व्यंजन, इनका स्वाद नहीं चखा तो अधूरी है यात्रा
Famous Dishes of Himachal गर्मी के मौसम में ठंडक पाने के लिए रोजाना हजारों पर्यटक हिमाचल का रुख कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियों के साथ यहां के व्यंजन भी खास हैं। हिमाचल के इन व्यंजनों का स्वाद ही नहीं चखा तो आपकी यात्रा अधूरी है।
By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Updated: Tue, 14 Jun 2022 02:44 PM (IST)
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। Famous Dishes of Himachal, हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियों के साथ यहां के व्यंजन भी खास हैं। आप हिमाचल में घूमने आए और इन व्यंजनों का स्वाद ही नहीं चखा तो आपकी यात्रा अधूरी है। जिला कांगड़ा के लजीज व्यंजन पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम के होटलों में कांगड़ी धाम पर्यटकों के लिए उपलब्ध है। कांगड़ी धाम को बनाने के लिए विभिन्न तरह के मसालों का प्रयोग किया जाता है। जो न केवल स्वाद बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी काफी बेहतर हैं। इन व्यंजनों को विशेष तरह के पीतल के बर्तनों में बनाया जाता है, जिससे इनका जायका और भी बढ़ जाता है। पहले कांगड़ी धाम का जायका सिर्फ और सिर्फ विवाह शादियों व कार्यक्रमों में ही लिया जाता था। लेकिन अब कई होटल व खान पान के प्रतिष्ठानों में भी इन्हें परोसा जा रहा है। जिसका स्वाद न केवल पर्यटक बल्कि स्थानीय लोग भी ले रहे हैं।
कांगड़ी धाम में ये व्यंजन हैं शामिलकांगड़ी धाम में चने का मदरा, मटर पनीर, राजमा, चने की दाल, माह उड़द, चने का खट्टा व मीठे चावल प्रमुख रूप से परोसे जाते हैं। जबकि इन दिनों छुआरे का मदरा, सांभर, बढ़ियों का मदरा आदि भी इसमें जोड़े गए हैं। कांगड़ी धाम को पीतल की चरोटियों (बड़े बर्तन) में लकड़ी की आंच में पकाया जाता है। जिससे इसका जायका और बढ़ जाता है।
तिब्बती व चाइनीज फूड का स्वाद ही अलग
धर्मशाला, मनाली और शिमला में पर्यटकों को तिब्बती व चाइनीज फूड भी आसानी से मिल जाते हैं। धर्मशाला के रेस्टोरेंट में चाइनीज चाउमिन का स्वाद ही अलग है। यहां पर तिब्बतियों के विशेष फूड चाउमिन, थुपका, स्प्रिंग रोल व शूप पर्यटक खूब पसंद करते हैं। ये मैदे से बने खाद्य पदार्थ हैं और इसके साथ टमाटर व मिर्च की चटनी का प्रयोग किया जाता है। अब इनकी मांग बढ़ने लगी है।
कुल्लू का सिड्डूकुल्लू घूमने आने वाले पर्यटकों को सिड्डू का स्वाद जरूर चखना चाहिए। इसी हिमाचली मोमोज भी कहा जाता है। इसे चटनी व देसी घी के साथ खाते हैं। यह भी खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है।मनाली में लीजिए ट्राउट का टेस्ट
पतलीकूहल में बड़े स्तर पर ट्राउट मछली का उत्पादन किया जाता है। मनाली के लगभग हर होटल व रेस्टोरेंट में पर्यटकों को आसानी से ट्राउट मिल जाती है। ट्राउट पहाड़ी क्षेत्र के ठंडे पानी में पाई जाती है। इसका स्वाद बहुत लजीज होता है व यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक मानी जाती है।
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