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हिमाचल में कोरोनाकाल में बढ़ गईं मस्जिदें, हिंदू जागरण मंच का दावा- पहले 393 थीं, अब बढ़कर हो गई 520

Masjid In Himachal देवभूमि हिमाचल में कोरोनाकाल में तेजी से मस्जिदों का निर्माण हुआ है। हिमाचल प्रदेश हिंदू जागरण मंच ने ऐसा दावा किया है। हिंदू जागरण मंच के अनुसार 127 नई मस्जिदों का निर्माण कोरोना काल में हुआ और कई का निर्माण कार्य आज भी जारी है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Updated: Mon, 08 Aug 2022 11:20 AM (IST)
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देवभूमि हिमाचल में कोरोनाकाल में तेजी से मस्जिदों का निर्माण हुआ है।

शिमला, राज्य ब्यूरो। Masjid In Himachal, देवभूमि हिमाचल में कोरोनाकाल में तेजी से मस्जिदों का निर्माण हुआ है। हिमाचल प्रदेश हिंदू जागरण मंच ने ऐसा दावा किया है। हिंदू जागरण मंच के अनुसार 127 नई मस्जिदों का निर्माण कोरोना काल में हुआ और कई का निर्माण कार्य आज भी जारी है। पहले 393 मस्जिदें थीं, अब बढ़कर इनकी संख्या 520 हो गई है। राज्य में अल्पसंख्यक समुदाय की जनसंख्या एक प्रतिशत से भी कम है। मंच ने एक वर्ष पहले 2021 में मार्च से मई के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण करने वाले मंच के कार्यकर्ता थे। दावा है कि सर्वेक्षण में जनजातीय जिलों किन्नौर व लाहुल-स्पीति को छोड़कर शेष दस जिलों में बड़ी संख्या में मस्जिदों का निर्माण हो रहा है।

मंच के प्रांत महामंत्री कमल गौतम का कहना है कि यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि ये तथ्य सामने आए कि एक-दो बिस्वा भूमि खरीदकर मस्जिद निर्माण शुरू होता है। उसके बाद आसपास की भूमि पर अवैध कब्जा करने का काम शुरू होता है। इस समय प्रदेश में 520 मस्जिदें और 35 मदरसे हैं। सबसे ज्यादा 130 मस्जिदें सिरमौर जिले में हैं। बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र में मस्जिदों की संख्या 60 हो चुकी है। सीमावर्ती क्षेत्रों में मस्जिदों व मदरसों की संख्या सर्वाधिक है।

गौतम ने बताया कि मुस्लिम जनसंख्या भी तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि मंडी जिला को छोड़ दें तो मस्जिदों के अधिकांश मौलवी गैर हिमाचली हैं। प्रदेश में बन रही मस्जिदों के मामले अदालत में रखे गए हैं, ताकि निर्माण पर रोक लग सके। किन्नौर में मस्जिद बनाने का प्रयास किया गया था, जिसका स्थानीय जनता की ओर से विरोध किया गया। बिलासपुर जिले में जुखाला के साथ मारकंड के समीप नाला में मस्जिद निर्माण हो रहा है। सर्वेक्षण में दावा किया गया कि शिमला जिले के सुन्नी में मस्जिद बनाने के बाद सतलुज नदी के साथ कई बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा किया जा चुका है।

सेब के बगीचों में मुस्लिम काम कर रहे हैं। पूरे औद्योगिक क्षेत्र में अधिकांश मजदूर मुस्लिम, कबाड़ का काम करने वाले, मिस्त्री लकड़ी-सीमेंट दोनों, मोबाइल रिपेयर, शैलून, ब्यूटी पार्लर, फल विक्रेता सामान्य तौर पर मुस्लिम हैं।

प्रदेश में मस्जिदों की संख्या

  • क्षेत्र, मस्जिदें
  • सिरमौर, 130
  • चंबा, 87
  • बीबीएन, 60
  • हमीरपुर, 15
  • कांगड़ा, 40
  • सोलन, 13
  • बिलासपुर, 34
  • मंडी, 31
  • ऊना, 52
  • शिमला  30
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