Move to Jagran APP

अप्रैल की गर्मी ने दो माह पहले पिघलाए बर्फ के पहाड़, विज्ञानी बाेले- खतरे की घंटी, आठ डिग्री अधिक रहा तापमान

Himalayan Glacier Melting ग्‍लोबल वार्मिंग का असर इस वर्ष ज्‍यादा दिख रहा है। अप्रैल में मैदानों के साथ बर्फ से ढके पहाड़ों पर भी गर्मी पड़ी इस कारण सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ गया। इस कारण हिमालय की चारों घाटियों में तेजी से बर्फ पिघली।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Updated: Mon, 06 Jun 2022 09:54 AM (IST)
Hero Image
हिमालय की चारों घाटियों में तेजी से बर्फ पिघली।
शिमला, यादवेन्द्र शर्मा। Himalayan Glacier Melting, इस वर्ष अप्रैल में मैदानों के साथ बर्फ से ढके पहाड़ों पर सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ गया। इससे हिमालय की चारों घाटियों सतलुज, ब्यास, रावी और चिनाब में तेजी से बर्फ पिघली। जो बर्फ जून तक पिघलती थी, वह दो माह पहले अप्रैल की गर्मी में ही पिघल गई। चारों घाटियों में 2020-21 में बर्फ पिघलने की दर मार्च व अप्रैल में 4 से 10 प्रतिशत थी जो 2021-22 में 19 से 25 प्रतिशत दर्ज की गई। जिस तेजी से अप्रैल में तापमान बढ़ा, यह खतरे की घंटी है। अब सतलुज घाटी में 33, रावी में 21, ब्यास में 36 और चिनाब घाटी में 66 प्रतिशत बर्फ रह गई है। जलवायु परिवर्तन केंद्र शिमला की ओर से सेटेलाइट से मिली जानकारी पर किए विश्लेषण में ये तथ्य सामने आए हैं।

बर्फ से ढके पहाड़ विश्व के लिए वरदान हैं, लेकिन पर्यावरण की अनदेखी, प्रदूषण व बढ़ता तापमान इनके लिए खतरा बन गया है। अप्रैल में चारों घाटियों में सामान्य से 7.3 से 8.3 डिग्री सेल्सियस तक अधिक तापमान दर्ज किया गया।  हिमालयी क्षेत्र में 2020-21 की अपेक्षा 2021-22 में अक्टूबर से अप्रैल तक बर्फ के क्षेत्र में 19.47 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई थी, लेकिन अप्रैल में इतनी मात्रा में बर्फ का पिघलना चिंताजनक है।

पीर पंजाल रेंज ने प्रभावित किया पश्चिमी विक्षोभ

चिनाब और रावी पीर पंजाल रेंज के साथ हैं। पीर पंजाल ने ही इस क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ को नियंत्रित किया। इससे दिसंबर-फरवरी के दौरान इन दोनों घाटियों में कम हिमपात हुआ, जबकि सतलुज और ब्यास में अच्छा हिमपात हुआ। अक्टूबर से दिसंबर में चारों घाटियों में अच्छा हिमपात हुआ था।

तापमान में हुई वृद्धि (डिग्री सेल्सियस में)

  • घाटियां, मार्च, अप्रैल, मई
  • चिनाब, 1.3, 8.3, 3.0
  • सतलुज, 2.8, 8.2, 2.9
  • ब्यास, 3.0, 7.3, 4.0
  • रावी, 2.3, 6.1, 3.5
चारों घाटियों पर नजर

पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के निदेशक ललित जैन का कहना है हिमालय की चारों घाटियों पर नजर रखी जा रही है। बर्फ से ढके क्षेत्र में होने वाली हर हलचल का विश्लेषण किया जा रहा है।

सामान्‍य से आठ डिग्री तापमान रिकार्ड

जलवायु परिवर्तन केंद्र शिमला के वरिष्ठ विज्ञानी एसएस रंधावा ने कहा अप्रैल में बहुत अधिक तापमान बढऩे से बर्फ पिघलने में तेजी आई है। सामान्य से आठ डिग्री तक अधिक तापमान घाटियों में दर्ज किया गया है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।