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Himachal News: शिक्षकों की बायोमीट्रिक, छात्रों की ई-संवाद एप पर हाजिरी अनिवार्य, अभिभावकों को भी मिलेगा संदेश

Biometric Attendance Students and Teachers सरकारी स्कूलों में शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर शिक्षा निदेशालय सख्त हो गया है। विभाग ने शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचरियों के लिए बायोमीट्रिक उपस्थिति अनिवार्य की है। इसका पूरा रिकार्ड भी आनलाइन रखा जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Rajesh Kumar SharmaUpdated: Tue, 29 Nov 2022 09:26 AM (IST)
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सरकारी स्कूलों में शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर शिक्षा निदेशालय सख्त हो गया है।

शिमला, जागरण संवाददाता। Biometric Attendance Students and Teachers, सरकारी स्कूलों में शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर शिक्षा निदेशालय सख्त हो गया है। विभाग ने शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचरियों के लिए बायोमीट्रिक उपस्थिति अनिवार्य की है। इसका पूरा रिकार्ड भी आनलाइन रखा जाएगा। इसके लिए स्कूलों को ई-संवाद एप के माध्यम से उपस्थिति लगाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, स्कूलों में उपस्थिति रजिस्टर में भी लगेगी, लेकिन ई-संवाद एप पर भी इसका पूरा रिकार्ड होगा। यदि किसी की ई-संवाद एप पर उपस्थिति नहीं लगी तो रजिस्टर में भी अनुपस्थिति ही लगाई जाएगी। उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा की तरफ से यह निर्देश जारी किया है।

दो साल पहले शुरू किया है ई-संवाद एप

शिक्षा विभाग ने दो साल पहले ई-संवाद एप कार्यक्रम शुरू किया था। पहले कुछ स्कूलों में यह शुरू किया था, इसके बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया गया। इसके तहत विद्यार्थियों की उपस्थिति, उन्हें मिलने वाला गृहकार्य, रिपोर्ट कार्ड अभिभावकों के साथ साझा किया जाता है। अभिभावकों को भी इससे जोड़ा गया है। इसके लिए प्रत्येक स्कूल से ई-संवाद प्रभारी बनाया गया है।

अभिभावकों को भेजा जाएगा संदेश

उपस्थिति के साथ इस एप का यह भी लाभ है कि डाटा जमा करने के बाद विद्यार्थियों की प्रगति के बारे में मोबाइल फोन पर संदेश अभिभावकों को भेजा जाएगा। हर जिला अधिकारी को सुबह 10:15 बजे तक विद्यार्थियों की उपस्थिति भेजना जरूरी है।  

छह तरह के संदेश भेजने की सुविधा

ई-संवाद एप से विद्यार्थियों के अभिभावकों के साथ शिक्षकों का प्रतिदिन संवाद हो जाता है। इसके माध्यम से छह तरह के संदेश मोबाइल फोन पर भेजे जाएंगे। बच्चों की अनुपस्थिति, परीक्षा के आकलन, अभिभावक-अध्यापक बैठक, परीक्षा की सूचना, छुट्टियों की सूचना, होमवर्क नहीं करने की सूचना सहित बच्चों की खूबियों व कमियों से संबंधित संदेश भेजे जाते हैं।

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