हिमाचल में नए सिरे से बनेंगी 3,125 किमी पुरानी सड़कें, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना तीसरा चरण शुरू करेंगे PM
PM Modi Himachal Visit हिमाचल प्रदेश में पुरानी सड़कों को नए सिरे से बनाने के लिए पीएमजीएसवाई के तीसरे चरण को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज वीरवार को चंबा से शुरू करेंगे। योजना के तहत प्रदेश में 3125 किलोमीटर पुरानी सड़कों को नई शर्तों के आधार पर बनाया जाएगा।
By Jagran NewsEdited By: Rajesh Kumar SharmaUpdated: Thu, 13 Oct 2022 08:21 AM (IST)
शिमला, राज्य ब्यूरो। PM Modi Himachal Visit, हिमाचल प्रदेश में पुरानी सड़कों को नए सिरे से बनाने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तीसरे चरण को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज वीरवार को चंबा से शुरू करेंगे। योजना के तहत प्रदेश में 3,125 किलोमीटर पुरानी सड़कों को नई शर्तों के आधार पर बनाया जाएगा। सबसे बड़ी शर्त यह है कि उस सड़क की लंबाई पांच किलोमीटर से कम नहीं होनी चाहिए। पुरानी टारिंग में इस्तेमाल निर्माण सामग्री से ही सड़क निर्माण किया जाएगा। डिजिटल सर्वे किया जाएगा और आधुनिक तकनीक से 95 लाख रुपये प्रति किलोमीटर की लागत से सड़क का निर्माण होगा।
यह रहेगी शर्त
सड़क का चयन उसके किनारे हाई स्कूल, वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल, कालेज, अस्पताल, एटीएम, सब्जी मंडी और उस क्षेत्र की जनसंख्या के दृष्टिगत किया जाएगा। इन मापदंडों के आधार पर सड़कों की प्राथमिकता सूची के आधार पर सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाली सड़क को शीर्ष पर रखा जाएगा। इसके अतिरिक्त शर्त यह है कि इन सड़कों पर काम करने वाले ठेकेदारों को सभी वाहनों पर जीपीएस प्रणाली लगानी होगी ताकि सड़क निर्माण पर नजर रहे। कंपनी या ठेकेदार को 50 प्रतिशत सड़क निर्माण नई तकनीक से करना होगा।
इसलिए नए सिरे से होगा निर्माण
प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पुरानी सड़कों को तह तक उखाड़ा जाएगा और फिर उस सामग्री में कई प्रकार की सामग्री डालकर नए सिरे से बनाया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जाएगा क्योंकि पिछले दो दशक से पीएमजीएसवाई में सड़क निर्माण हो रहा है और बार-बार टारिंग होने से निर्माण सामग्री की परत-दर-परत मोटाई बढ़ती चली गई है। हर वर्ष सड़कें खराब होती हैं। सड़कों को लंबी अवधि तक वाहनों के उपयोग योग्य बनाए रखने के लिए योजना का तीसरा चरण सबसे उपयुक्त रहेगा।440 किलोमीटर सड़क निर्माण को स्वीकृति
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का तीसरा चरण की शुरुआत में चंबा, लाहुल स्पीति, किन्नौर और सिरमौर जिलों के दुर्गम व कठिन क्षेत्रों में सड़क निर्माण कार्य शुरू होगा। केंद्र सरकार ने तीसरे चरण में 440 किलोमीटर सड़क निर्माण को स्वीकृति दी है।
पहले 75 से 77 लाख रुपये में बन रही थी एक किलोमीटर सड़क
दो दशक पहले जब प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू हुई तो 25 लाख रुपये की लागत से एक किलोमीटर सड़क निर्माण होता था। इसके बाद यह लागत 40 से 45 लाख रुपये पहुंची। वर्ष 2019-20 में प्रति किलोमीटर सड़क निर्माण की लागत 75 से 77 लाख रुपये थी। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के दो चरणों में 20,700 किलोमीटर सड़कों का निर्माण हुआ है।लंबे समय तक नहीं टूटेंगी ये सड़कें
अधीक्षण अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना सुरेंद्र पाल जगोता का कहना है राज्य की सड़कें चाहें किसी भी फंड से बनी होंगी, ऐसी सभी सड़कों को तीसरे चरण में रखा गया है। इन सड़कों का निर्माण इस प्रकार से किया जाएगा कि वे लंबे समय तक नहीं टूटेंगी। इसके लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
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