ड्रोन से भांग की खेती का पर्दाफाश, चौपाल में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने की कार्रवाई, सेब के बगीचे में उगाए थे पौधे
Himachal Pradesh Shimla News जिला शिमला के चौपाल में सेब के बगीचे में भांग के पौधे उगाने का मामला सामने आया है। दिनेश कुमार पुत्र ईश्वरी नंद निवासी ग्राम तुहिल पीओ चंबी तहसील चौपाल जिला शिमला ने अपने सेब के बगीचे में भांग की खेती की है।
By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Updated: Wed, 14 Sep 2022 01:48 PM (IST)
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Pradesh Shimla News, जिला शिमला के चौपाल में सेब के बगीचे में भांग के पौधे उगाने का मामला सामने आया है। पुलिस की स्टेट सीआइडी शिमला को सूचना मिली कि दिनेश कुमार पुत्र ईश्वरी नंद निवासी ग्राम तुहिल पीओ चंबी तहसील चौपाल जिला शिमला ने अपने सेब के बगीचे में भांग की खेती की है। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने पहले ड्रोन कैमरे से क्षेत्र की रेकी की। इसके बाद यहां पर दबिश दी गई। इस पर जब सेब के बगीचे में जाकर देखा तो भांग के 278 पौधे मिले। यह खेती अवैध रूप से की गई थी। पुलिस ने इसे सीज कर दिया है और अब जल्द ही इसे नष्ट किया जाएगा। एएसआई योगराज स्टेट सीआइडी शिमला ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि हिमाचल में भांग की खेती करना प्रतिबंधित है। 1985 में भारत सरकार ने नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंसेज (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत भांग की खेती करना प्रतिबंधित कर दिया था, जबकि उत्तराखंड में भांग की खेती वैध है। 2018 में राज्य सरकार ने भांग की खेती करने की अनुमति प्रदान कर दी थी, तब से यहां पर नियंत्रित और विनियमित तरीके से भांग की खेती की जाती है। हिमाचल, मध्य प्रदेश और मणिपुर अभी भांग की खेती को वैध करने पर विचार कर रहे हैं।
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