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Himachal Trekking Routes: धौलाधार की पहाड़‍ियों में 5 खतरनाक ट्रैकिंग रूट, जिनकी सैर करना नहीं आसान, कुल 17

Himachal Trekking Routes हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों की सुंदरता पर्यटकों को दूर से ही आकर्षित करती है। जिला कांगड़ा में धौलाधार की पहाड़‍ियां ट्रैकिंग के लिए सबसे उपयुक्‍त हैं। यहां कुल 17 ट्रैकिंग रूट पर्यटन विभाग ने चिह्नित किए हैं।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Updated: Mon, 28 Nov 2022 07:35 AM (IST)
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हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में ट्रैकिंग रूट।
धर्मशाला, राजेंद्र डोगरा। Himachal Trekking Routes, ट्रैकिंग के शौकीन लोगों को अब पता चल जाएगा कि धौलाधार की पहाड़ियों में कौन सा ट्रैकिंग रूट सरल व जोखिम भरा है। पर्यटन विभाग ने शाहपुर के धारकंडी से बैजनाथ के बड़ा भंगाल तक ट्रैकिग रूट चिन्हित किए हैं। धारकंडी से बड़ा भंगाल तक 17 ट्रैकिंग रूट हैं, जिनमें से पांच जोखिम भरे हैं। इन पांच ट्रैकिंग रूट को तीन से सात दिन में पूरा कर सकते हैं। तीन ट्रैक रूट कम जोखिम भरे और नौ सरल हैं। इनमें कोई भी व्यक्ति आसानी से ट्रैकिंग पर जा सकता है।

ट्रैकरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम

ट्रैकिंग रूट चिन्हित करने का उद्देश्य ट्रैकरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसके लिए पर्यटन विभाग ट्रैवल एजेंसियों का पंजीकरण कर रही है। अब पर्यटन विभाग के पोर्टल के माध्यम से ट्रैकिंग पर जाने वाला व्यक्ति आनलाइन पंजीकरण करवा सकेगा। आनलाइन पंजीकरण से उक्त ट्रैकिंग रूट की जानकारी ट्रैकर को मिल जाएगी। पर्यटन विभाग के अधिकारियों को भी आनलाइन जानकारी मिलेगी। इस पोर्टल के माध्यम से ट्रैकर ट्रैवल एजेंसी गाइड को भी अपने साथ ले जा सकता है। धौलाधार की पहाड़ियों में ट्रैकिंग रूट की जानकारी न होने से ट्रैकिंग पर निकले कई लोगों के साथ घटनाएं हो चुकी हैं। इस कारण पर्यटन विभाग ने ट्रैकिंग रूट चिन्हित किए हैं।

17 ट्रैकिंग रूट चिह्नि‍त

जिला पर्यटन विकास अधिकारी कांगड़ा विनय धीमान ने कहा धौलाधार की पहाड़ियों पर धारकंडी से बड़ा भंगाल तक 17 ट्रैकिंग रूट चिन्हित किए हैं। इनमें सरल, कम व अधिक जोखिम भरे रूट निर्धारित किए हैं। ट्रैवल एजेंसियों का भी पंजीकरण किया जा रहा है। विभाग ने निदेशालय स्तर पर अपना पोर्टल बनाया है। जल्द इसके माध्यम से ट्रैकिंग पर जाने वालों का पंजीकरण शुरू हो जाएगा। कहां का पर्यटक किस ट्रैक रूट पर जा रहा है, इसकी जानकारी पोर्टल के माध्यम से विभाग को मिल जाएगी।

सरल ट्रैकिंग रूट

  • नड्डी-करेरी वाया रावा एक दिन।  
  • सतोवरी घेरा-करेरी एक दिन।
  • बोह-खबरू वाया चंदरेला-दरकुंड एक दिन।
  • इंद्रुनाग-भंगरोटू करथानी-त्रियुंड दो दिन।
  • उतराला-जालसू दो दिन।
  • बिलिंग-राजगुंधा-लोहारड़ी-ज्वारा दो से तीन दिन।
  • सरी पास बीड़-बिलिंग-राजगुंधा एक दिन।
  • खड़ौता-ठठारना एक दिन।
  • नड्डी-गुणा टैंपल एक दिन।

कम जोखिम भरे ट्रैक रूट

  • करेरी लेक वाया बलेनी पास मिनकैनी-मैहला चार से पांच दिन।
  • जदरांगल-करडियाणा-भौंट हिमानी चामुंडा दो दिन।
  • गज पास घेरा-बोंठू चार दिन।  

जोखिम भरे ट्रैक

  • टंग नरवाणा-खेतल अलूड-हिमानी चामुंडा बर्ड्स पैराडाइज तीन से चार दिन।
  • जिया सूपधार-तालंग लेक तीन दिन।
  • राजगुंधा-थमसर-बड़ा भंगाल छह से सात दिन।
  • गलू-धर्मकोट-होली-मणिमहेश छह दिन।
  • सेवन लेक धौलाधार रेंज पांच से सात दिन।
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