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HP University UG Result: 90 प्रतिशत तक कम रिजल्ट वाले हर कालेज की उत्तर पुस्तिकाएं चेक होंगी, 7 दिन में फैसला

Himachal Pradesh University Shimla हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) शिमला के प्रथम वर्ष के खराब परीक्षा परिणाम पर आक्रोश के बाद जांच शुरू हो गई है। एचपीयू की ओर से 90 प्रतिशत तक कम परीक्षा परिणाम वाले सभी कालेजों में हर विषय की 50 उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा चेकिंग होगी।

By Jagran NewsEdited By: Rajesh Kumar SharmaUpdated: Sun, 27 Nov 2022 08:04 AM (IST)
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हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) शिमला कम परिणाम वाले कालेजों की 50-50 उत्‍तर पुस्त्किाएं जांचेंगा।

शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Pradesh University Shimla, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) शिमला के तहत 90 प्रतिशत तक कम परीक्षा परिणाम वाले सभी कालेजों में हर विषय की 50 उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा चेकिंग होगी। इन्हें दूसरे शिक्षक जांचेंगे। इसके बाद भी कहीं सवाल उठता है तो दोबारा पेपर चेक किए जाएंगे। प्रदेश में प्रथम वर्ष के परिणाम पर खूब बवाल हो रहा है, इसलिए यह निर्णय लिया गया है। इससे पहले निर्णय लिया था कि बहुत कम परीक्षा परिणाम वाले 10 कालेजों के 300 विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं जांची जाएंगी। अब इसका दायरा बढ़ा दिया है। इसके साथ ऐसे कालेजों की उत्तर पुस्तिकाएं भी जांची जाएंगी, जहां का परिणाम बहुत अच्छा रहा है।

खराब परिणाम पर आक्रोश के बाद बनाई है कमेटी

एचपीयू के तहत आने वाले कई कालेजों का परिणाम खराब रहा है, इस वजह से छात्र आंदोलन भी कर रहे हैं।

मामला तूल पकड़ता देख एचपीयू ने इसके लिए जांच कमेटी गठित की है। परिणाम खराब रहने के हर कारण को जानने के लिए उत्तर पुस्तिकाओं को खंगाला जाएगा। कहीं शिक्षकों ने ही उत्तर पुस्तिकाओं के कम पृष्ठ तो नहीं भेजे हैं। यदि पूरे पृष्ठ भेजे थे तो क्या सभी चेक थे। सभी के अंक जोड़े गए हैं या नहीं, इन सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद ही विद्यार्थियों को राहत दी जा सकती है।

ईआरपी सिस्‍टम में नहीं मिली कोई खामी

सूत्र बताते हैं कि विश्वविद्यालय की ओर से गठित कमेटी की शनिवार को बैठक हुई। परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए प्रयोग किए जा रहे ईआरपी सिस्टम (एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग) में कमेटी को फिलहाल कोई खामी नहीं मिली है, इसलिए विश्वविद्यालय उत्तर पुस्तिकाओं को खंगालने की दिशा में ज्यादा ध्यान दे रहा है।

एक सप्‍ताह बाद लिया जाएगा फैसला : वीसी

विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो. ज्योति प्रकाश ने बताया कि विस्तार से सभी पहलुओं पर जांच के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी। करीब एक सप्ताह बाद इस पर फैसला लिया जाएगा कि आगे क्या करना है। यदि विद्यार्थियों की कोई गलती नहीं होगी तो उन्हें कुछ राहत देने का प्रयास किया जाएगा। कमेटी ने शनिवार को रिपोर्ट सौंपनी थी, लेकिन अब इसमें सात दिन का समय लगेगा। छात्र संगठन लगातार ईआरपी सिस्टम की खामियों पर प्रशासन को घेरते रहे हैं।

छात्र संगठन कर रहे प्रदर्शन

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के तहत बीएससी प्रथम वर्ष में लगभग 10 हजार में से दो हजार विद्यार्थी ही पास हुए हैं। 15 सौ को कंपार्टमेंट है। कालेजों से पूरी जानकारी नहीं मिलने के कारण 1200 विद्यार्थियों का परिणाम नहीं आया है। विज्ञान व कामर्स संकाय का परिणाम करीब 25 से 30 प्रतिशत रहा है। कला संकाय का परिणाम भी खराब है। इसके विरोध में प्रदेशभर में एबीवीपी और एसएफआइ के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र संगठनों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन के गलत परीक्षा जांच पैटर्न का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। वे इसमें सुधार की मांग कर रहे हैं।