सोलन की पांच सीटों के लिए कांग्रेस में 42 दावेदार, 2017 की तुलना में बढ़ गया आंकड़ा, मौजूदा विधायकों को भी चुनौती
Himachal Vidhan Sabha Election 2022 जिला सोलन के पांच विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के टिकट के लिए आवेदनों की संख्या 42 पहुंच गई है। सोलन व अर्की विधानसभा क्षेत्र में मौजूदा विधायकों के खिलाफ भी कार्यकर्ताओं ने खुलकर टिकट के लिए आवदेन किए हैं।
सोलन, मनमोहन वशिष्ठ। Himachal Vidhan Sabha Election 2022, जिला सोलन के पांच विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के टिकट के लिए आवेदनों की संख्या 42 पहुंच गई है। सोलन व अर्की विधानसभा क्षेत्र में मौजूदा विधायकों के खिलाफ भी कार्यकर्ताओं ने खुलकर टिकट के लिए आवदेन किए हैं। इस बार ब्लाक अध्यक्षों की बजाय सीधे ही प्रदेशाध्यक्ष के पास व्यक्तिगत या फिर ईमेल के माध्यम से आवेदन किया गया। जिले में 2012 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस से टिकट के 30 चाहवानों ने दावेदारी पेश की थी। कमोवेश यही स्थिति 2017 के विधानसभा चुनाव में भी थी। अब कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को भी 42 दावेदारों में से टिकट फाइनल करने किसी चुनौती से कम नहीं हैं। कई क्षेत्रों में टिकट न मिलने पर कुछ दावेदार विद्रोही सुर अपनाकर अन्य दलों का सहारा लेकर या फिर निर्दलीय भी चुनाव लड़ सकते हैं। इन 42 दावेदारों में सोलन में सात, कसौली में आठ, अर्की में 16, नालागढ़ में पांच व दून विधानसभा क्षेत्र में छह दावेदार हैं।
संजय अवस्थी व डा. शांडिल को भी चुनौती
सोलन के विधायक डा. कर्नल धनीराम शांडिल को सात दावेदारों से चुनौती मिली है। सोलन नगर निगम की मेयर पूनम ग्रोवर ने भी दावेदारी जताई है। वहीं 10 माह पहले ही अर्की के विधायक बने संजय अवस्थी के खिलाफ सबसे ज्यादा 15 दावेदार हैं। इसके अलावा कसौली से दो बार प्रत्याशी बनकर चंद मतों से विधायक बनने से चूके विनोद सुल्तानपुरी के खिलाफ भी सात दावेदारियां जताई गई हैं। नालागढ़ में विधायक लखविंद्र राणा के भाजपा में जाने के बाद यहां से इंटक प्रदेशाध्यक्ष हरदीप बावा टिकट की दौड़ में पहले पायदान पर माने जा रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ भी चार अन्य दावेदार हैं। वहीं दून विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक चौधरी राम कुमार के खिलाफ भी पांच ने दावेदारी जताई है।