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Himachal Election 2022: काकू की कांग्रेस में वापसी से कांगड़ा में रोचक होंगे समीकरण, अब इनमें हो सकता है मुकाबला

Himachal Vidhan Sabha Election 2022 अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र कांगड़ा में पूर्व विधायक सुरेंद्र काकू की कांग्रेस में वापसी के बाद राजनीतिक समीकरण रोचक होंगे। संभावना जताई जा रही है कि विधानसभा चुनाव में विधायक पवन काजल और सुरेंद्र काकू आमने-सामने होंगे।

By Edited By: Updated: Wed, 07 Sep 2022 07:57 AM (IST)
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कांगड़ा में पूर्व विधायक सुरेंद्र काकू की कांग्रेस में वापसी के बाद भाजपा के साथ रोचक मुकाबला होगा।

धर्मशाला, दिनेश कटोच। अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र कांगड़ा में पूर्व विधायक सुरेंद्र काकू की कांग्रेस में वापसी के बाद राजनीतिक समीकरण रोचक होंगे। संभावना जताई जा रही है कि विधानसभा चुनाव में विधायक पवन काजल और सुरेंद्र काकू आमने-सामने होंगे। दोनों ही नेताओं ने भाजपा व कांग्रेस में घरवापसी की है। हालांकि अभी तक टिकट आवंटन नहीं हुआ है लेकिन चुनावी सरगर्मियां शुरू हो गई हैं। काजल व काकू के दोनों ही पार्टियों में संपर्क हैं और इस कारण ये लाभ लेने का प्रयास करेंगे। रोचक यह है कि दोनों के लड़ाई दलगत कम और व्यक्तिगत अधिक होगी।

कांगड़ा हलके में भाजपा व कांग्रेस इन दोनों ही नेताओं के दम पर जीत हासिल करना चाहती हैं। दोनों का अपना वोट बैंक और व्यक्तिगत संबंध भी। 2003 में काकू ने कांग्रेस टिकट पर जीत हासिल की थी। 2007 में फिर से कांग्रेस ने चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन बसपा से चुनाव मैदान में उतरे संजय चौधरी ने हरा दिया। वर्ष 2012 में बदले समीकरण के बीच भाजपा से टिकट न मिलने पर काजल आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे थे।

काजल कांग्रेस प्रत्याशी काकू व भाजपा से संजय चौधरी को मात देकर विधानसभा की दहलीज पर पहुंचे थे। हालांकि चुनाव में काकू ने काजल को कड़ी टक्कर दी थी और दोनों के बीच जीत का अंतर महज 563 मत का रहा था। 2017 में कांग्रेस ने काकू को अपने से दूर कर काजल को प्रत्याशी बनाया और काजल ने भाजपा के संजय चौधरी को हराया। इसके बाद काकू ने कांग्रेस को छोड़ भाजपा का दामन थामा। काकू को उम्मीद थी कि इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट मिलेगी, लेकिन काजल के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने फिर से कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र में 1972 से लेकर 2017 के चुनाव में ओबीसी नेता ही जीत दर्ज कर पाए हैं। हलके में 75,899 मतदाता हैं।

यह बोले काजल व काकू

  • मैंने घरवापसी की है। मेरे सामने कोई भी आए, मैं चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं। -पवन काजल, विधायक।
  • मैं कांग्रेस में शामिल हुआ हूं। टिकट देना पार्टी का अधिकार क्षेत्र है लेकिन मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं। -सुरेंद्र काकू, पूर्व विधायक।

आज एयरपोर्ट पर होगा स्वागत

बुधवार को दिल्ली से लौटने पर कांगड़ा हवाई अड्डा पर सुरेंद्र काकू का कांग्रेस कार्यकर्ता स्वागत करेंगे।

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